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Vijay Siva displays the time-tested approach to Carnatic music

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Vijay Siva displays the time-tested approach to Carnatic music
एल. रामकृष्णन (वायलिन), एनसी भारद्वाज (मृदंगम) और एस. सुनील कुमारा (कंजीरा) और शिष्य संजय स्वामीनाथन के साथ विजय शिव चेन्नई में नारद गण सभा में भारत संगीत उत्सव में प्रदर्शन करते हुए

एल रामकृष्णन (वायलिन), एनसी भारद्वाज (मृदंगम) और एस सुनील कुमारा (कंजीरा) और शिष्य संजय स्वामीनाथन के साथ विजय शिव चेन्नई में नारद गण सभा में भारत संगीत उत्सव में प्रदर्शन करते हुए | फोटो साभार: श्रीनाथ एम

कहा जाता है कि संयम ही परिष्कार की पहचान है। कर्नाटक और श्री पार्थसारथी स्वामी सभा द्वारा प्रस्तुत भारत संगीत उत्सव 2024 के लिए एन. विजय शिवा का हालिया संगीत कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है। एल. रामकृष्णन (वायलिन), एनसी भारद्वाज (मृदंगम) और एस. सुनील कुमारा की संगति में, नारद गण सभा मुख्य हॉल में अपने ‘संप्रदाय कच्छरी’ में अनुभवी गायक के समय-परीक्षणित मेले में चलने के दौरान कोई तामझाम और दिखावा नहीं था। (कंजीरा), उनके शिष्य संजय स्वामीनाथन ने मुखर समर्थन दिया।

विजय शिवा की स्वाभाविक शैली, जो परंपरा के मूल सार को दर्शाती है, शाम की थीम के लिए आदर्श रूप से अनुकूल थी, और उन्हें इस कार्य के लिए अपनी नसों पर अधिक दबाव डालने की आवश्यकता नहीं पड़ी होगी।

पारस (तिसरा त्रिपुटा) में उनके शुरुआती टुकड़े, श्यामा शास्त्री की ‘नीलायताक्षी’ ने कार्यवाही को एक गंभीर और श्रद्धापूर्ण स्वर प्रदान किया। इसके बाद विजय शिव ने रूपकम में स्थापित हरिकंभोजी में मैसूर सदाशिव राव के संगति से भरे ‘साकेथा नागरनाथ’ को लिया। चरणम का प्रारंभिक वाक्यांश, ‘राजिता अमर पाला’, निरावल और कल्पनास्वरों के लिए एक आकर्षक विकल्प है, जिसे विजय शिव ने पूरी तरह से खोजा।

पटनम सुब्रमण्यम अय्यर के ‘अपराधमुलानियु’ से पहले एक जीवंत लथांगी अलपना के साथ संगीत कार्यक्रम ने और गति पकड़ ली, जो चरणम लाइन, ‘वेगा नन्नुब्रोवुमानी’ में एक निरावल से समृद्ध है। यहां, विजय शिवा की प्रस्तुति, तीव्रता से झिलमिलाती, फिर भी सही गति के साथ, पूरी तरह मंत्रमुग्ध कर देने वाली थी।

गायक कर्नाटक संगीत संप्रदाय में विश्वास रखता है

गायक कर्नाटक संगीत संप्रदाय में विश्वास रखता है | फोटो साभार: एम. श्रीनाथ

गायन के मुख्य स्वादों के रूप में सामने आए भैरवी और शंकरभरणम को क्रमशः नारायण तीर्थर के तरंगम ‘गोविंदा घाटया’ और त्यागराज के ‘मनसु स्वाधीननामाइना’ के माध्यम से खोजा गया। बीच-बीच में, वसंत में थिरुचेंदिल कलामबागम के विरुथम ‘पनिपपगई मायिलुम’ की भावपूर्ण प्रस्तुति, उसके बाद उसी राग में मुरुगा ‘मां दयाई निधियेनम’ और चित्तस्वरम पर पापनासम सिवन की रचना ने भव्यता बढ़ा दी।

विजय शिव अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में थे क्योंकि उन्होंने राग की पुरानी दुनिया के आकर्षण को सावधानीपूर्वक उजागर करते हुए, भैरवी की आभा को संजोया। रामकृष्णन ने अपनी प्रतिक्रिया में, एक आनंदमय राग बनाने के लिए धनुष और तारों को प्रभावशाली ढंग से घुमाया। तरंगम, फिर, ‘सरदिंदु समा वदना’ में लुभावने स्वर आदान-प्रदान पर पहुंचने से पहले खंड चपू की चाल पर थिरकने लगा, जिसमें रामकृष्णन, भारद्वाज और सुनील कुमार ने एक पुरस्कृत संयुक्त उद्यम के लिए गायक के साथ भागीदारी की।

शंकराभरणम की महिमा तब प्रकट हुई जब गुरु और शिष्य ने मंधरा स्थिर में एक शांत वापसी से पहले क्रैसेन्डो की लहर की सवारी करने के लिए ऊपरी सप्तक में बारी-बारी से कदम रखा। रामकृष्णन फिर से अपने तत्व में थे, एक मिलान अलापना के साथ आ रहे थे। कृति ‘मनसु स्वाधीननैनै’ की नैदानिक ​​प्रस्तुति के बाद, विजय शिव ने कल्पनास्वर झरने में शामिल होने से पहले, अनुपल्लवी ‘तनुवु तनु गदानी’ की शुरुआत में एक निरावल की शुरुआत की। भारद्वाज और सुनील कुमार ने संगीत कार्यक्रम को सुशोभित करते हुए भी एक अनोखी केमिस्ट्री के साथ अपनी लयबद्ध प्रतिभा का प्रदर्शन किया। स्पष्टता और ऊर्जा ने मिश्र चापू में उनके अवशोषित तानि अवतरणम को चिह्नित किया।

संजय स्वामीनाथन ने मनोधर्म खंड में मिले अवसरों में अपने गुरु की मदद करके एक सराहनीय काम किया।

किसी संगीत कार्यक्रम में ताल और भाषा के संदर्भ में गीत चयन में एक आदर्श संतुलन और विविधता थी, जिसमें किसी भी संगीतकार को एक से अधिक बार प्रदर्शित नहीं किया गया था। गायन के अंतिम चरण में पुन्नागवरली में ‘एही अन्नपूर्णे’, कधानाकुथुहलम में एक थिलाना और असावेरी में एक थिरुप्पुगाज़ शामिल थे, प्रत्येक ने संगीत कार्यक्रम की अपील को बढ़ाया।

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Anushka Sen: कान्स में अनुष्का की एंट्री से मचा तहलका! जानिए क्या है इसकी खासियत

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Anushka Sen: कान्स में अनुष्का की एंट्री से मचा तहलका! जानिए क्या है इसकी खासियत

Anushka Sen ने अपने करियर में कम उम्र में ही कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं और अब उन्होंने एक और खास मुकाम हासिल किया है। 22 साल की उम्र में उन्होंने कान्स फिल्म फेस्टिवल के चौथे दिन रेड कार्पेट पर डेब्यू किया। इस मौके पर उन्होंने वाइन कलर का मर्मेड स्टाइल गाउन पहना जो दिखने में बेहद खूबसूरत और शाही था। यह गाउन पारंपरिकता और आधुनिकता का जबरदस्त मेल दिखा रहा था।

गाउन में दिखी परंपरा और आधुनिकता की झलक

यह मर्मेड स्टाइल गाउन प्लम ब्राइडल सैटिन से बनाया गया था जिसमें स्टाइलिश बो और लंबी टेल थी। गाउन पर की गई कढ़ाई इतनी बारीकी से की गई थी कि उसमें परंपरागत भारतीय डिज़ाइन और मॉडर्न फिनिशिंग दोनों की झलक दिखी। इस गाउन को पहनकर अनुष्का ने पूरी दुनिया को यह दिखा दिया कि भारतीय संस्कृति को ग्लोबल लेवल पर कैसे खूबसूरती से पेश किया जा सकता है।

34 कारीगरों की मेहनत से बना खास गाउन

इस खास गाउन को बनाने में 34 कुशल कारीगरों ने दिन रात मेहनत की और यह प्रक्रिया तीन हफ्तों तक चली। इसमें सिल्क सलमा सितारा बदला मुकेश कुंदन टिल्ला और क्रिस्टल धागों का इस्तेमाल किया गया। डिजाइन में फूलों की बेलें और बीच में मोर बनाए गए थे। यह गाउन सिर्फ एक कपड़ा नहीं बल्कि भारतीय वस्त्र कला की समृद्ध विरासत की कहानी है।

 

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भारतीय परंपरा और कोरियन संस्कृति का संगम

अनुष्का सेन ने अपने इस लुक के जरिए न सिर्फ भारत बल्कि कोरिया की संस्कृति को भी खूबसूरती से दुनिया के सामने रखा। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने इस लुक की कुछ खास बातें शेयर कीं और बताया कि कैसे उन्होंने इस गाउन के जरिए दोनों देशों की विरासत को जोड़ने की कोशिश की है। अनुष्का को दक्षिण कोरिया टूरिज्म की एंबेसडर भी चुना गया है जिससे उनके इस ड्रेस की थीम और भी खास बन गई है।

K-Drama और टीवी से लेकर Cannes तक का सफर

अनुष्का सेन फिलहाल कोरियन ड्रामा ‘क्रश’ और फिल्म ‘एशिया’ पर काम कर रही हैं जिसमें वह ओलंपिक शूटर किम ये जी के साथ नजर आएंगी। इससे पहले उन्होंने ‘यहां मैं घर घर खेली’, ‘बालवीर’, ‘देवों के देव महादेव’ और ‘झांसी की रानी’ जैसे शोज में काम कर अपनी पहचान बनाई थी। रेड कार्पेट पर अनुष्का ने अपने सिंपल मेकअप और लंबी पोनीटेल के साथ नमस्ते और कोरियन हार्ट पोज़ देकर सबका दिल जीत लिया।

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Urfi Javed: Cannes से पहले ही टूट गया सपना लेकिन उर्फी ने मुंबई को बना दिया फैशन का मंच

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Urfi Javed: Cannes से पहले ही टूट गया सपना लेकिन उर्फी ने मुंबई को बना दिया फैशन का मंच

Urfi Javed ने भले ही अपने करियर की शुरुआत टीवी शोज़ से की थी लेकिन आज वह अपने फैशन सेंस के लिए जानी जाती हैं। बिग बॉस में अपने अनोखे अंदाज से सबका ध्यान खींचने के बाद उन्होंने फैशन की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना ली है।

Cannes  फिल्म फेस्टिवल में नहीं मिला मौका

उर्फी जावेद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने वाली थी जब उन्हें कांस फिल्म फेस्टिवल में शामिल होना था। लेकिन यह सपना अधूरा रह गया क्योंकि उनका वीजा रिजेक्ट हो गया। इस मौके को खोने का दुख उन्होंने सोशल मीडिया पर ज़ाहिर भी किया लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।

 

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मुंबई को बना दिया अपना रेड कारपेट

कांस न जा पाने का मलाल उर्फी ने अपने स्टाइल से मुंबई की सड़कों को रेड कारपेट बना कर भुला दिया। उन्होंने एक ऐसी ड्रेस पहनी जिसे देख लोग दंग रह गए। उन्होंने लाल गुलाब के फूल की थीम पर बनी बर्गंडी मिनी ड्रेस पहनी जिसमें थ्रीडी पंखुड़ियां थीं।

लुक देख फैंस हुए दीवाने

उर्फी का यह अंदाज देख फैंस ने जमकर तारीफ की। किसी ने उन्हें क्रिएटिव कहा तो किसी ने रोज़ पैटल बताया। एक यूज़र ने लिखा कि उर्फी का हर दिन अपना मेट गाला होता है। एक ने कहा कि वह जो भी पहनती हैं उसमें प्यारी लगती हैं और वह वाकई टैलेंटेड हैं।

उर्फी का आत्मविश्वास है सबसे बड़ी ताकत

उर्फी भले ही कांस का हिस्सा न बन सकीं लेकिन उनका आत्मविश्वास यह बताता है कि वह किसी बड़े मौके की मोहताज नहीं हैं। उनका अंदाज और फैशन की समझ उन्हें दुनिया भर में पहचान दिला रही है। वह हर दिन खुद को साबित कर रही हैं और लोगों का दिल जीत रही हैं।

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Naomika Saran: बॉलीवुड डेब्यू से पहले नाओमिका की सादगी ने जीता दिल! पपराजी से बनाई दूरी

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Naomika Saran: बॉलीवुड डेब्यू से पहले नाओमिका की सादगी ने जीता दिल! पपराजी से बनाई दूरी

Naomika Saran: इस साल बॉलीवुड में कई स्टार किड्स बड़े पर्दे पर अपनी शुरुआत करने जा रहे हैं। साल की शुरुआत में खुशी कपूर और इब्राहिम अली खान ने डेब्यू कर लिया है। अब शानाया कपूर की बारी है। इनके साथ ही सुहाना खान सिमर भाटिया नाओमिका सरन और अगस्‍त्या नंदा भी अपनी पहली फिल्म के लिए तैयार हैं। इन सभी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चाएं चल रही हैं और फैंस को इनके डेब्यू का बेसब्री से इंतजार है।

नाओमिका और अगस्‍त्या साथ दिखे लेकिन कैमरे से दूर

हाल ही में नाओमिका सरन और अगस्‍त्या नंदा मुंबई के एक प्रोडक्शन हाउस मैडॉक फिल्म्स के ऑफिस के बाहर साथ नजर आए। लेकिन वीडियो में दिखा कि नाओमिका जैसे ही बाहर आईं वह फोन पर बात करते हुए तुरंत वापस चली गईं। जब पपराजी ने उन्हें देखा तो वह कैमरे से बचती दिखीं। वहीं अगस्‍त्या पूरे कॉन्फिडेंस के साथ बाहर आए और मीडिया के लिए पोज भी किया। इसके बाद नाओमिका अपनी गाड़ी का इंतजार करती रहीं और फिर वहां से निकल गईं।

 

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सिर्फ अफेयर नहीं यह है असली कहानी

हालांकि लोग सोचने लगे कि दोनों के बीच कुछ चल रहा है लेकिन सच कुछ और है। दोनों एक साथ एक फिल्म में काम करने की तैयारी में हैं। पहले भी ऐसी खबरें आई थीं कि अगस्‍त्या और नाओमिका मैडॉक फिल्म्स की एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में साथ नजर आ सकते हैं। दोनों को इससे पहले मैडॉक के एक इवेंट में भी साथ देखा गया था।

नाओमिका की हो रही है खूब तारीफ

नाओमिका बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की नातिन हैं और रिंकी खन्ना व समीर सरन की बेटी हैं। सोशल मीडिया पर उनके और अगस्‍त्या की जोड़ी को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ लोग कहते हैं कि दोनों साथ में अच्छे नहीं लगते लेकिन कई लोग नाओमिका की सादगी और अलग अंदाज की तारीफ कर रहे हैं। वह बाकी स्टार किड्स से अलग और सिंपल स्टाइल रखती हैं जो लोगों को पसंद आ रहा है।

मैडॉक फिल्म्स की रोमांटिक कॉमेडी में दिखेंगे दोनों

खबरों के मुताबिक नाओमिका और अगस्‍त्या एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में नजर आ सकते हैं जिसे डायरेक्टर जगदीप सिद्धू बना रहे हैं। जगदीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों के जाने माने निर्देशक हैं और ‘किस्मत’ ‘किस्मत 2’ और ‘शड्डा’ जैसी हिट फिल्में दे चुके हैं। अब वह बॉलीवुड में इसी फिल्म से डेब्यू करने जा रहे हैं।

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