बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री Preity Zinta हमेशा अपनी बेबाक राय और एक्टिंग की वजह से सुर्खियों में रहती हैं। वह अपने विचारों को सोशल मीडिया पर खुले तौर पर व्यक्त करती हैं और कई मुद्दों पर अपनी राय साझा करती हैं। हाल ही में उन्होंने एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर बढ़ते हुए ट्रोलिंग और टॉक्सिक मानसिकता पर सवाल उठाए हैं।
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और नफरत का माहौल
Preity Zinta ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “सोशल मीडिया पर लोगों को क्या हो गया है? सभी इतने संशयवादी क्यों हो गए हैं? अगर कोई AI बोट से अपनी पहली चैट के बारे में बात करता है, तो लोग इसे प्रायोजित प्रचार समझने लगते हैं, अगर आप अपने पीएम की तारीफ करते हैं तो आपको ‘भक्त’ कहा जाता है और अगर आप एक गर्वित हिंदू या भारतीय हैं तो आपको ‘अंध भक्त’ करार दिया जाता है!”
उन्होंने आगे कहा, “आइए इसे वास्तविक बनाएं और लोगों को वैसे स्वीकार करें जैसे वे हैं, न कि जैसा हम सोचते हैं कि वे होने चाहिए।” प्रीति के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है।
प्रीति जिंटा की अपील: ‘संवेदनशील बातचीत करें’
प्रीति जिंटा ने सोशल मीडिया पर बढ़ते नफरत और ट्रोलिंग के माहौल के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने सभी से अपील की कि सोशल मीडिया पर स्वस्थ और सकारात्मक चर्चा को बढ़ावा दिया जाए। प्रीति ने कहा कि सोशल मीडिया एक ऐसा मंच होना चाहिए, जहां लोग एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करें और बिना किसी नफरत और ट्रोलिंग के विचारों का आदान-प्रदान करें।
सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने की बजाय सकारात्मक चर्चा करें
प्रीति ने यह भी कहा कि, “हम सभी को सोशल मीडिया पर शांत रहकर और सकारात्मक तरीके से बातचीत करनी चाहिए। हमें अपनी राय और विचारों को इस तरह से व्यक्त करना चाहिए, जिससे समाज में घृणा और नफरत का माहौल न बने।” उनका यह संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उनकी बातों को लोगों ने समर्थन दिया।
शादी पर उठे सवालों का जवाब
प्रीति जिंटा के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक और मुद्दा उठता रहा है, और वह है उनकी शादी। लोग अक्सर उनकी शादी के बारे में सवाल उठाते हैं और उनके निजी जीवन में दखल देने की कोशिश करते हैं। इन सवालों का प्रीति ने बड़ी समझदारी से जवाब दिया है।
प्रीति ने कहा, “अब मुझसे यह सवाल मत पूछिए कि मैंने जीन से क्यों शादी की। मैंने उन्हें इसलिए चुना क्योंकि मैं उन्हें प्यार करती हूं। क्योंकि एक ऐसा इंसान है जो मेरी जान की क़ीमत पर मेरे लिए अपनी जान दे सकता है। अगर आप जानते हैं, तो जानते हैं।”
सोशल मीडिया पर टॉक्सिक मानसिकता के खिलाफ प्रीति का संदेश
प्रीति ने सोशल मीडिया पर बढ़ती हुई नकारात्मकता और ट्रोलिंग के खिलाफ अपना नजरिया साफ किया है। वह मानती हैं कि सोशल मीडिया पर लोग अब अपनी असहमति को सम्मानजनक तरीके से व्यक्त नहीं करते। इसके बजाय, यहां अक्सर ट्रोलिंग, अपमानजनक टिप्पणी और नफरत फैलाने वाली बातें देखने को मिलती हैं। प्रीति का मानना है कि ऐसा माहौल सोशल मीडिया के उद्देश्य के खिलाफ है, जोकि एक स्वस्थ संवाद का मंच होना चाहिए।
टेक्नोलॉजी के बारे में प्रीति का दृष्टिकोण
जब एक यूजर ने प्रीति से कहा कि उन्हें ट्रोल्स पर ध्यान नहीं देना चाहिए, तो प्रीति ने इसका जवाब देते हुए कहा, “मुझे लगता है कि आप सभी ने यह भूल लिया है कि हम लोग टेक्नोलॉजी के साथ बड़े नहीं हुए हैं, इसलिए मुझे एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) एक अजनबी सा लगता है और मैं इसके बारे में बहुत उत्सुक हूं। मुझे वास्तविक बातचीत की क़ीमत है और मैं ऑनलाइन ज्यादा समय नहीं देती क्योंकि मैं अपने छोटे बच्चों के साथ व्यस्त हूं। पहले हम अच्छे से बातचीत किया करते थे, हम एक विषय चुनते थे और उस पर चर्चा करते थे। उम्मीद है कि जब मुझे ज्यादा समय मिलेगा, तो मैं उन चर्चाओं में वापस आऊंगी।”
समाज में सकारात्मक बदलाव की जरूरत
प्रीति जिंटा की यह प्रतिक्रिया यह स्पष्ट करती है कि वह सोशल मीडिया पर लोगों को सकारात्मक और संवेदनशील होने की अपील करती हैं। उनका मानना है कि तकनीकी विकास के साथ सामाजिक संवाद को और बेहतर और स्वस्थ बनाने की जरूरत है। सोशल मीडिया के इस दौर में जब ट्रोलिंग और नफरत फैलाने वालों की संख्या बढ़ रही है, तब प्रीति जैसे सशक्त व्यक्ति का यह संदेश बहुत मायने रखता है।
कनक्ट्रिविवता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा
प्रीति ने अपने अनुभव और दृष्टिकोण के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि समाज में व्यक्तिगत स्वतंत्रता और विचारों की विविधता का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्हें उम्मीद है कि लोग एक-दूसरे के विचारों को सुनने और समझने में सक्षम होंगे, बजाय इसके कि वे जल्दबाजी में निर्णय लें या किसी व्यक्ति को बिना जानें ही उस पर कोई आरोप लगा दें।
प्रीति जिंटा की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर बढ़ते नकारात्मकता और ट्रोलिंग के माहौल के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश है। उनकी बातों से यह साफ हो जाता है कि समाज को स्वस्थ, सकारात्मक और सम्मानजनक तरीके से संवाद की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है। प्रीति के इस दृष्टिकोण को देखकर यह भी साफ होता है कि वह न केवल अपने निजी जीवन में बल्कि सार्वजनिक जीवन में भी एक सकारात्मक बदलाव चाहती हैं, जहां हर किसी की राय का सम्मान हो।