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iPhone 17 Series में होने वाला है बड़ा कैमरा बदलाव, जानिए क्या है खास!

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iPhone 17 Series में होने वाला है बड़ा कैमरा बदलाव, जानिए क्या है खास!

iPhone 17 Series में बड़े अपग्रेड्स की संभावना जताई जा रही है और iPhone 17 Pro में एक नया फीचर लीक हुआ है जिसे लेकर iPhone यूज़र्स खुश हैं। इस फीचर के अनुसार, iPhone 17 Pro और iPhone 17 Pro Max में बिल्ट-इन ड्यूल वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर दिया जा सकता है। इस फीचर से यूज़र्स एक साथ फ्रंट और बैक कैमरे से वीडियो रिकॉर्ड कर सकेंगे।

ड्यूल वीडियो रिकॉर्डिंग से कंटेंट क्रिएटर्स को होगा फायदा

ड्यूल वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर पहले थर्ड-पार्टी ऐप्स जैसे Snapchat पर उपलब्ध था लेकिन अब Apple इसे अपने iPhone कैमरे में इंटीग्रेट करने जा रहा है। यह फीचर Android फोन में पहले से मौजूद है जैसे Samsung Galaxy S21 सीरीज में था। यदि Apple इस फीचर को अपने iPhones में लाता है तो कंटेंट क्रिएटर्स के लिए यह एक बेहतरीन टूल साबित हो सकता है खासकर रिएक्शन और कमेंट्री वीडियो बनाने के लिए।

डिज़ाइन में बदलाव की उम्मीद

iPhone 17 Series में बड़े बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है और इसके डिज़ाइन के बारे में कई लीक सामने आए हैं। ये लीक इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि इस बार Apple अपने नए सीरीज में कैमरा मॉड्यूल का नया डिज़ाइन ला सकता है। माना जा रहा है कि इस बार iPhone के सभी वेरिएंट्स में नया कैमरा डिज़ाइन दिया जाएगा जो कि Google Pixel की तरह एक कैमरा बार हो सकता है।

iPhone 17 Series में होने वाला है बड़ा कैमरा बदलाव, जानिए क्या है खास!

iPhone 16 सीरीज से अलग हो सकती है iPhone 17 की डिजाइन

पहले iPhone 16 सीरीज के बारे में भी लीक हुई थीं कि Apple नए कैमरा डिज़ाइन को लागू कर सकता है लेकिन यह केवल बेस मॉडल तक सीमित था। अब इस बार iPhone 17 Series में यह डिज़ाइन सभी वेरिएंट्स में देखने को मिल सकता है। इस डिज़ाइन में कैमरा सेंसर्स के लिए एक नया बार रखा जा सकता है जो काफी अलग और अनोखा होगा।

iPhone 17 में क्या नया देखने को मिलेगा?

iPhone 17 Series के बारे में कई लीक सामने आ चुके हैं लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी यूज़र्स और फैंस को नई सीरीज में कुछ नया और रोमांचक देखने की उम्मीद है। कैमरा और डिज़ाइन के अलावा, नई सीरीज में अन्य फीचर्स भी अपडेट हो सकते हैं जिससे iPhone यूज़र्स को बेहतर एक्सपीरियंस मिल सके।

 

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Artificial Intelligence Healthcare: AI पर भरोसे से पहले पढ़ें ये रिपोर्ट! इलाज के नाम पर हो रही है नाइंसाफी

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Artificial Intelligence Healthcare: AI पर भरोसे से पहले पढ़ें ये रिपोर्ट! इलाज के नाम पर हो रही है नाइंसाफी

Artificial Intelligence Healthcare: जब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आया है तब से हर सेक्टर में उस पर निर्भरता बढ़ गई है लेकिन सवाल ये है कि क्या उस पर पूरी तरह भरोसा किया जा सकता है रिसर्चर्स ने हाल ही में चेतावनी दी है कि AI मरीजों के साथ भेदभाव कर रहा है

एक ही बीमारी दो अलग इलाज

चौंकाने वाली बात ये है कि एक ही बीमारी होने पर भी AI अलग अलग मरीजों के लिए अलग इलाज सुझा रहा है यानी अगर दो मरीजों को एक जैसी बीमारी है फिर भी उनका इलाज उनके सामाजिक और आर्थिक स्तर के आधार पर तय हो रहा है

गरीबों को जांच तक नहीं करवाने की सलाह

रिपोर्ट के अनुसार AI अमीर मरीजों को सीटी स्कैन और एमआरआई जैसी जांच करवाने की सलाह देता है लेकिन गरीब मरीजों को ऐसी जांच की जरूरत नहीं है ऐसा बताता है यानी स्वास्थ्य सेवाओं में पहले से मौजूद असमानता को और बढ़ा रहा है

Artificial Intelligence Healthcare: AI पर भरोसे से पहले पढ़ें ये रिपोर्ट! इलाज के नाम पर हो रही है नाइंसाफी

सभी AI मॉडल्स में पाई गई गड़बड़ी

यह भेदभाव केवल किसी एक तकनीक या प्लेटफॉर्म में नहीं बल्कि ओपन सोर्स और प्राइवेट दोनों तरह के AI मॉडल्स में देखा गया है इससे साफ है कि समस्या तकनीक की बुनियाद में है जिसे ठीक करना बेहद जरूरी है

जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल की जरूरत

रिसर्चर्स का कहना है कि AI हेल्थकेयर में क्रांति ला सकता है लेकिन तभी जब इसे सही तरीके से डिजाइन किया जाए इसके इस्तेमाल पर निगरानी रखी जाए और ऐसे सिस्टम बनाए जाएं जो सभी मरीजों को सुरक्षित और बराबरी का हक दें

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ChatGPT vs Grok AI: ChatGPT से पीछे क्यों है Grok AI क्या मस्क की टीम चूक गई है कहीं

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ChatGPT vs Grok AI: ChatGPT से पीछे क्यों है Grok AI क्या मस्क की टीम चूक गई है कहीं

ChatGPT vs Grok AI: एलन मस्क ने हाल ही में अपना नया AI मॉडल ग्रोक लॉन्च किया है जो कि ChatGPT को टक्कर देने का दावा करता है. यह मॉडल X और ट्विटर की टीम ने मिलकर तैयार किया है. हालांकि अभी तक यह खास पहचान नहीं बना पाया है और अन्य AI टूल्स से पीछे नजर आता है.

ग्रोक और चैटजीपीटी में फर्क

ChatGPT को OpenAI ने तैयार किया है और यह GPT-4 जैसे एडवांस तकनीक पर आधारित है. इसके पास बहुत बड़ा डेटा बेस है. वहीं ग्रोक अभी शुरुआती दौर में है और इसके पास न तो पर्याप्त डेटा है और न ही गहराई से ट्रेनिंग हुई है. इसी वजह से यह ChatGPT जितना सटीक जवाब नहीं दे पाता.

ChatGPT vs Grok AI: ChatGPT से पीछे क्यों है Grok AI क्या मस्क की टीम चूक गई है कहीं

कंटेंट और क्वालिटी का मुकाबला

ChatGPT की सबसे बड़ी ताकत उसकी कंटेंट क्वालिटी है. यह लगभग हर सवाल का जवाब दे सकता है और ज़्यादातर जवाब सही भी होते हैं. लेकिन ग्रोक की परफॉर्मेंस पर अभी सवाल उठ रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इसे अभी और डेटा और ट्रेनिंग की ज़रूरत है.

यूजर एक्सपीरियंस में भी फर्क

ChatGPT का इंटरफेस बहुत आसान और यूजर फ्रेंडली है. यही वजह है कि लोग इसे आसानी से इस्तेमाल कर पाते हैं. लेकिन ग्रोक का इंटरफेस थोड़ा जटिल माना गया है. कई यूजर्स ने इसे इस्तेमाल करने में कठिनाई बताई है जिससे इसका यूजर एक्सपीरियंस कमजोर पड़ जाता है.

भविष्य की उम्मीदें

ChatGPT को लगातार अपडेट्स और सुधार मिलते रहते हैं जिससे यह हमेशा नए डाटा और घटनाओं से जुड़ा रहता है. लेकिन ग्रोक को अभी ऐसी अपडेटिंग और एक्सपर्ट सपोर्ट नहीं मिल पा रही है. अगर ग्रोक अपनी ट्रेनिंग यूजर एक्सपीरियंस और डेटा पर ध्यान देता है तो वह भी भविष्य में एक मजबूत AI टूल बन सकता है.

 

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BGMI Ban: BGMI पर मंडरा रहा है खतरा क्या फिर होगा बैन यूजर्स का डेटा बेचने का गंभीर आरोप

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BGMI Ban: BGMI पर मंडरा रहा है खतरा क्या फिर होगा बैन यूजर्स का डेटा बेचने का गंभीर आरोप

BGMI Ban: BGMI गेम बनाने वाली कंपनी क्राफ्टन इंडिया की मुसीबतें अब और बढ़ सकती हैं क्योंकि उस पर यूजर्स का डेटा बेचने का आरोप लगा है इस मामले में कंपनी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है और सुनवाई 15 अप्रैल को होने वाली है

टेलीग्राम पर डेटा बेचे जाने का दावा

एक रिपोर्ट के मुताबिक क्राफ्टन इंडिया पर आरोप है कि उसने यूजर्स का निजी डेटा टेलीग्राम ऐप पर महज दो हजार रुपये में बेचा है यह मामला मुंबई के एक निवासी ने दर्ज कराया है जिसमें चार लोगों को आरोपी बनाया गया है

सितंबर 2024 में दर्ज हुई थी शिकायत

इस केस में शिकायत 5 सितंबर 2024 को मुंबई के अकलूज थाने में दर्ज हुई थी एफआईआर में क्राफ्टन इंडिया के अलावा जितेश बंसल ह्यूनिल सोहन और वोयोल शालोम के नाम भी शामिल हैं शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि कंपनी ने यूजर्स का डेटा बाहरी लोगों के साथ साझा किया है

BGMI Ban: BGMI पर मंडरा रहा है खतरा  क्या फिर होगा बैन यूजर्स का डेटा बेचने का गंभीर आरोप

पबजी बैन के बाद आया था BGMI

 गौर करने वाली बात है कि PUBG को भारत में 2020 में बैन किया गया था और फिर उसी गेम को क्राफ्टन इंडिया ने नया नाम देकर BGMI के तौर पर लॉन्च किया था इस गेम को भारत में काफी लोकप्रियता भी मिली थी लेकिन अब वही गेम फिर से विवादों में घिर गया है

फिर से बैन हो सकता है BGMI

अगर यह आरोप साबित हो जाते हैं तो BGMI गेम पर भी उसी तरह का प्रतिबंध लग सकता है जैसा कि PUBG पर लगाया गया था यह मामला डेटा सुरक्षा से जुड़ा है और भारत सरकार पहले भी इस वजह से कई ऐप्स पर कार्रवाई कर चुकी है

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