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Gold Price: सोने की कीमतों में उछाल जारी, MCX पर 7वें हफ्ते भी तेजी, दिल्ली सर्राफा बाजार में रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा सोना

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Gold Price: सोने की कीमतों में उछाल जारी, MCX पर 7वें हफ्ते भी तेजी, दिल्ली सर्राफा बाजार में रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा सोना

Gold Price– भारतीय बाजारों में सोने की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन सप्ताह के अंत में यह 7वें हफ्ते भी मजबूती के साथ बंद होने के संकेत दे रहा है। वहीं, दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुँच चुका है।

MCX पर सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव

आज MCX पर सोने की कीमतों में गिरावट के साथ शुरुआत हुई। बाजार खुलते ही सोने का भाव 85,715 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। हालांकि, कारोबार शुरू होने के कुछ ही समय बाद सोना 85,690 रुपये प्रति 10 ग्राम के इंट्राडे निचले स्तर पर पहुँच गया। लेकिन इसके बाद इसमें तेजी देखने को मिली और सोने की कीमतें उछलकर 85,890 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुँच गईं।

इस उतार-चढ़ाव के बावजूद, MCX पर सोने की कीमतें लगातार 7वें हफ्ते भी मजबूती के साथ बंद होने जा रही हैं। यह सिलसिला 2020 में कोरोना महामारी के दौरान आई ऐतिहासिक तेजी के बाद सबसे लंबी तेजी वाली अवधि होगी। समाचार लिखे जाने तक, 4 अप्रैल डिलीवरी वाला सोना 85,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जो 0.26% की गिरावट दर्शाता है।

दिल्ली सर्राफा बाजार में रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा सोना

दिल्ली के सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमतों में हल्की बढ़त देखी गई, जिससे यह फिर से नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया। गुरुवार को 99.9% शुद्धता वाले सोने का भाव 50 रुपये बढ़कर 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए ऑल-टाइम हाई पर पहुँच गया। 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 50 रुपये की बढ़त के साथ 89,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया। इससे पहले बुधवार को 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत 89,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।

Gold Price: सोने की कीमतों में उछाल जारी, MCX पर 7वें हफ्ते भी तेजी, दिल्ली सर्राफा बाजार में रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचा सोना

सोने की कीमतों में उछाल की वजह क्या है?

HDFC सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी) सौमिल गांधी ने बताया कि अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित व्यापार नीति ने सोने की कीमतों को बढ़ावा दिया है। ट्रंप ने बुधवार को कहा कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो अगले महीने या उससे पहले लकड़ी, ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और फार्मा उत्पादों पर टैरिफ लगाएंगे। इस घोषणा के बाद बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है और निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख किया है।

गांधी ने कहा, “यह खबर बाजार में डर का माहौल पैदा कर रही है कि ट्रंप की नीति से वैश्विक व्यापार युद्ध छिड़ सकता है, जिससे सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।”

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना चमका

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में मजबूती बनी हुई है। COMEX पर सोना 0.4% की बढ़त के साथ 2,035 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की अटकलों ने भी सोने की कीमतों को समर्थन दिया है।

निवेशकों को क्या करना चाहिए?

विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा वैश्विक अनिश्चितता और अमेरिकी नीति में बदलाव की आशंका को देखते हुए सोने की कीमतें अभी और ऊपर जा सकती हैं। इसलिए, निवेशकों को लंबी अवधि के निवेश के लिए सोने में निवेश करने का यह अच्छा अवसर हो सकता है। हालांकि, जिन लोगों ने पहले ही ऊँचे दाम पर निवेश कर रखा है, उन्हें सतर्कता बरतनी चाहिए और बाजार की चाल पर नजर रखनी चाहिए।

सोने की कीमतों में आगे क्या रहेगा रुझान?

विश्लेषकों के अनुसार, आने वाले हफ्तों में सोने की कीमतें वैश्विक घटनाओं पर निर्भर करेंगी। यदि ट्रंप की व्यापार नीति को लेकर और अधिक स्पष्टता नहीं मिलती है, तो सोने की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। साथ ही, यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोने की कीमतें और ऊँचाई पर जा सकती हैं।

सोने की कीमतों में लगातार 7वें हफ्ते तेजी देखने को मिली है, जिससे यह 2020 की कोरोना महामारी के बाद सबसे लंबी तेजी वाली अवधि बन गई है। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना अपने नए रिकॉर्ड स्तर 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतें मजबूती बनाए हुए हैं। ट्रंप की व्यापार नीति और अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़ी खबरें सोने के रुझान को तय करेंगी। निवेशकों को इस समय सतर्कता बरतनी चाहिए और निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए।

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Gold price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3,000 प्रति औंस के पार, निवेशकों का बढ़ता रुझान

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Gold price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3,000 प्रति औंस के पार, निवेशकों का बढ़ता रुझान

Gold price: घरेलू वायदा बाजार में बुधवार को सोने की कीमतों ने एक नया रिकॉर्ड स्तर छू लिया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, अप्रैल 4 अनुबंधों के लिए सोने की कीमत 0.20 प्रतिशत बढ़कर ₹88,890 प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के आर्थिक प्रभाव को लेकर अनिश्चितता के कारण निवेशक सोने की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने ने बनाया नया रिकॉर्ड

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर बनी हुई हैं। बुधवार को सोना $3,000 प्रति औंस के विशेष स्तर से ऊपर रहा और पिछले सत्र के रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब कारोबार करता दिखा। मंगलवार को सोने ने $3,038.26 प्रति औंस का सर्वकालिक उच्चतम स्तर छुआ था। इसके बाद बुधवार को स्पॉट गोल्ड $3,029.70 प्रति औंस पर स्थिर रहा। हालांकि, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स में मामूली गिरावट देखी गई और यह 0.1% घटकर $3,037.50 प्रति औंस पर आ गया।

मध्य पूर्व में तनाव का असर

विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य पूर्व में लगातार बढ़ रहे तनाव के कारण सोने की मांग में तेजी आई है। इजराइल-हमास संघर्ष, ईरान-इजराइल तनाव और यूक्रेन-रूस युद्ध के चलते निवेशक सुरक्षित संपत्ति (safe-haven asset) के रूप में सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं। बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है, जिससे सोने की कीमतों को समर्थन मिल रहा है।

Gold price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3,000 प्रति औंस के पार, निवेशकों का बढ़ता रुझान

ट्रंप की टैरिफ नीतियों से निवेशकों में चिंता

विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपनाई गई टैरिफ नीतियों के चलते निवेशक वैश्विक आर्थिक मंदी और महंगाई बढ़ने को लेकर चिंतित हैं। ट्रंप की नीतियां मुद्रास्फीति को बढ़ावा दे सकती हैं, जिससे सोने की मांग में और तेजी आ सकती है। महंगाई बढ़ने पर निवेशक अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।

फेडरल रिजर्व का रुख

अब निवेशकों की निगाहें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति बैठक पर टिकी हैं। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति पर भविष्यवाणियां बाजार की दिशा तय कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि फेड इस समय ब्याज दरों में कटौती नहीं करेगा, क्योंकि ट्रंप प्रशासन की नीतियों का प्रभाव आने वाले महीनों में ही स्पष्ट होगा।

विशेषज्ञों की राय: सोने में निवेश फायदेमंद

विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा परिस्थितियों में सोने में निवेश करना एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। बढ़ती महंगाई और वैश्विक अनिश्चितता के बीच सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। निवेशक लॉन्ग टर्म के लिए सोने में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि आने वाले समय में कीमतों में स्थिरता की संभावना कम है।

भारत में बढ़ती मांग

भारत में सोने की मांग त्योहारी सीजन और शादियों के दौरान बढ़ जाती है। अप्रैल-मई में शादी का सीजन होने के कारण घरेलू बाजार में सोने की मांग में और वृद्धि की उम्मीद है। जानकारों का कहना है कि यदि वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें बढ़ती रहीं, तो भारतीय बाजार में भी ₹90,000 प्रति 10 ग्राम का स्तर जल्द देखने को मिल सकता है।

चांदी में भी तेजी

सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी उछाल देखा गया। MCX पर चांदी का वायदा भाव ₹104,000 प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गया। यह चांदी का अब तक का उच्चतम स्तर है। निवेशक सोने और चांदी दोनों में पूंजी लगा रहे हैं, जिससे कीमतें लगातार नई ऊंचाई छू रही हैं।

निवेशकों के लिए सलाह

  1. लंबी अवधि का निवेश करें: मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए विशेषज्ञ लॉन्ग टर्म में सोने में निवेश की सलाह दे रहे हैं।
  2. बाजार की निगरानी करें: फेडरल रिजर्व की नीति और अमेरिका-चीन व्यापार विवाद पर नजर बनाए रखें, क्योंकि इनके फैसले से सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  3. सतर्क रहें: कीमतों में अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए सावधानी से निवेश करें और अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखें।

विश्लेषकों का मानना है कि भू-राजनीतिक संकट और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच सोने की कीमतें आने वाले महीनों में नई ऊंचाई छू सकती हैं। फेडरल रिजर्व की नीति बैठक और अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े सोने की दिशा तय करेंगे। यदि मुद्रास्फीति में तेजी आती है तो सोने की मांग और बढ़ सकती है।

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Captain Technocast के बोर्ड की बैठक में बोनस शेयर जारी करने पर फैसला संभव, शेयर ने 5 साल में दिया 3233% का रिटर्न

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Captain Technocast के बोर्ड की बैठक में बोनस शेयर जारी करने पर फैसला संभव, शेयर ने 5 साल में दिया 3233% का रिटर्न

Captain Technocast का शेयर बाजार में जबरदस्त प्रदर्शन जारी है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक मंगलवार, 18 मार्च 2025 को होने जा रही है, जिसमें बोनस शेयर जारी करने पर फैसला लिया जा सकता है। बीते पांच वर्षों में इस मल्टीबैगर स्टॉक ने निवेशकों को 3233 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है। यही वजह है कि इस शेयर पर निवेशकों की खास नजर बनी हुई है।

पहली बार 5 साल में बोनस शेयर की घोषणा संभव

Livemint की रिपोर्ट के मुताबिक, कैप्टन टेक्नोकास्ट के बोर्ड ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वह 18 मार्च 2025 को बैठक करेगा, जिसमें बोनस शेयर जारी करने पर विचार किया जाएगा। खास बात यह है कि कंपनी ने पिछले पांच सालों में पहली बार बोनस शेयर जारी करने की योजना बनाई है। इससे पहले कंपनी ने जुलाई 2019 में 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किया था। उस समय रिकॉर्ड डेट 23 जुलाई 2019 तय की गई थी।

बोर्ड की बैठक में अन्य फैसले भी लिए जाएंगे

एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, बोर्ड की बैठक में बोनस शेयर के अलावा अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जाएंगे। बैठक में एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) की तारीख, समय और स्थान को तय किया जाएगा। इसके अलावा, बोर्ड ईवीएम प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक जांचकर्ता की नियुक्ति की योजना भी बना रहा है।

Captain Technocast के बोर्ड की बैठक में बोनस शेयर जारी करने पर फैसला संभव, शेयर ने 5 साल में दिया 3233% का रिटर्न

कैप्टन टेक्नोकास्ट का दमदार प्रदर्शन: 1 साल में 235% का रिटर्न

कैप्टन टेक्नोकास्ट का प्रदर्शन पिछले कुछ सालों में जबरदस्त रहा है।

  • बीते 1 वर्ष में इस स्टॉक ने 235.33 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
  • वहीं, 3 साल में इसने 1900 प्रतिशत का जबरदस्त मुनाफा दिया है।
  • पिछले 5 वर्षों में 3233 प्रतिशत का शानदार रिटर्न देकर यह शेयर मल्टीबैगर बन गया है।

52 हफ्तों का उच्चतम स्तर और निचला स्तर

  • इस शेयर ने पिछले 52 हफ्तों में 606 रुपये का उच्चतम स्तर छुआ है।
  • वहीं, इसका सबसे निचला स्तर 163.70 रुपये रहा है।
  • वर्तमान में निवेशक इस शेयर पर खास नजर बनाए हुए हैं क्योंकि बोनस शेयर की घोषणा के बाद इसमें और तेजी आने की उम्मीद है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार

कैप्टन टेक्नोकास्ट की वित्तीय स्थिति में भी लगातार सुधार हो रहा है।

  • कंपनी का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2024 में 8.7 प्रतिशत बढ़कर 64.22 करोड़ रुपये हो गया है, जो FY 2023 में 59.09 करोड़ रुपये था।
  • शुद्ध मुनाफे में 31.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। FY 2024 में नेट प्रॉफिट 3.85 करोड़ रुपये रहा, जो FY 2023 में 2.92 करोड़ रुपये था।
  • कंपनी का EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय) भी FY 2023 में 6.40 करोड़ रुपये था, जो FY 2024 में बढ़कर 7.31 करोड़ रुपये हो गया।

️ कैप्टन टेक्नोकास्ट का व्यवसाय मॉडल

कैप्टन टेक्नोकास्ट इंडस्ट्रियल कास्टिंग के क्षेत्र में एक प्रमुख निर्माता, निर्यातक और सप्लायर है। कंपनी निम्नलिखित उत्पादों का निर्माण और आपूर्ति करती है:

  • वाल्व और पंप्स: औद्योगिक उपयोग के लिए उच्च गुणवत्ता वाले वाल्व और पंप्स।
  • फायर फाइटिंग इक्विपमेंट: अग्नि सुरक्षा उपकरण का निर्माण।
  • इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल पार्ट्स: वाहनों और अन्य मशीनों के लिए पार्ट्स का निर्माण।
  • डायरी उपकरण: डेयरी उद्योग के लिए उपकरणों की आपूर्ति।
  • पावर प्लांट और बॉयलर पार्ट्स: ऊर्जा संयंत्रों के लिए पुर्जों का निर्माण।
  • एयरोस्पेस और डिफेंस कास्टिंग: रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए विशेष कास्टिंग।

क्या निवेशकों को खरीदारी करनी चाहिए?

कैप्टन टेक्नोकास्ट का शेयर फिलहाल निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कंपनी की लगातार बढ़ती आय और मुनाफे ने इसे निवेशकों के लिए पसंदीदा बना दिया है। बोनस शेयर की घोषणा होने पर इसमें और तेजी देखने को मिल सकती है।

✅ विशेषज्ञों की राय

शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि कैप्टन टेक्नोकास्ट में अभी भी अच्छी ग्रोथ की संभावना है।

  • यदि कंपनी बोनस शेयर जारी करती है, तो इसका प्रभाव शेयर की कीमत पर सकारात्मक पड़ सकता है।
  • विशेषज्ञों के अनुसार, जिन निवेशकों ने पहले से इस शेयर में निवेश कर रखा है, उन्हें होल्ड करने की सलाह दी जा रही है।
  • वहीं, नए निवेशक बोनस शेयर की घोषणा के बाद उचित मूल्य पर इसमें निवेश कर सकते हैं।

कैप्टन टेक्नोकास्ट में निवेश से पहले सावधानी बरतें

हालांकि, शेयर बाजार में निवेश हमेशा जोखिम के साथ होता है। कैप्टन टेक्नोकास्ट का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है, लेकिन भविष्य में बाजार की स्थिति और कंपनी की वित्तीय स्थिति को देखकर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए।

कैप्टन टेक्नोकास्ट का बोनस शेयर जारी करने का फैसला निवेशकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी हो सकती है। पिछले पांच सालों में कंपनी ने जबरदस्त रिटर्न दिया है और इसका भविष्य भी काफी उज्ज्वल नजर आ रहा है। हालांकि, निवेशकों को सतर्क रहकर सोच-समझकर निवेश का निर्णय लेना चाहिए।

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Himachal Budget 2025: किसानों को बड़ी राहत, दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 6 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी

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Himachal Budget 2025: किसानों को बड़ी राहत, दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 6 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी

Himachal Budget 2025: हिमाचल प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) ने बजट 2025 (Himachal Budget 2025) में दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 6 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की घोषणा की है। इस फैसले के बाद गाय के दूध का मूल्य ₹45 से बढ़कर ₹51 हो गया है, जबकि भैंस के दूध की कीमत ₹55 से बढ़कर ₹61 प्रति लीटर हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गांवों की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए कई अहम घोषणाएं की गई हैं। प्राकृतिक मक्के (Natural Maize) का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹30 से बढ़ाकर ₹40 किया गया है। प्राकृतिक गेहूं (Natural Wheat) का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹40 से बढ़ाकर ₹60 कर दिया गया है। वहीं, कच्ची हल्दी (Raw Turmeric) का MSP ₹90 प्रति किलोग्राम तय किया गया है।

हमीरपुर में बनेगा स्पाइस पार्क (Spice Park in Hamirpur)

राज्य सरकार ने हमीरपुर जिले के बड़ा पंचायत (Bada Panchayat) में स्पाइस पार्क (Spice Park) के निर्माण का फैसला लिया है। इससे मसाला उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को उचित मूल्य पर फसल बेचने का अवसर मिलेगा। यह प्रोजेक्ट पहले यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रस्तावित था, लेकिन अब इसे हिमाचल सरकार स्वयं बनाएगी।

मछुआरों के लिए राहत: 20,000 से अधिक मछुआरों को लाभ देते हुए सरकार ने रॉयल्टी 15% से घटाकर 7.5% कर दी है। इसके अलावा, नई नौकाएं (Boats) खरीदने पर सब्सिडी देने की भी घोषणा की गई है।

पर्यटन और बुनियादी ढांचे के लिए बड़े ऐलान

मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिले को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए कांगड़ा हवाई अड्डे (Kangra Airport Expansion) के विस्तार की योजना का ऐलान किया है।

  • नई वित्तीय वर्ष में ₹3000 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया है।
  • बाल्ह हवाई अड्डा (Balh Airport) को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी से चर्चा होगी।
  • नादौन (Naidun) में वेलनेस और राफ्टिंग सेंटर खोले जाएंगे, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
  • मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना (Mukhyamantri Startup Yojana) के तहत युवाओं को स्वरोजगार के अवसर दिए जाएंगे।

पर्यावरण संरक्षण और परिवहन सुधार

राज्य सरकार ने पर्यावरण सुरक्षा और इलेक्ट्रिक वाहन (E-Vehicles) अपनाने को बढ़ावा देने के लिए बड़ी योजना बनाई है:

  • 3000 डीजल टैक्सियों को इलेक्ट्रिक टैक्सियों (E-Taxis) और ई-रिक्शा में बदला जाएगा।
  • 1000 नई बस रूट (New Bus Routes) तैयार किए जाएंगे, जिससे युवाओं को रोजगार मिलेगा।
  • हमीरपुर जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में ई-वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।

महिला मंडलों और युवाओं को मिलेगा समर्थन

पर्यावरण संरक्षण के लिए राज्य सरकार ने एक नई योजना के तहत महिला मंडलों और युवक मंडलों को हर साल ₹2.40 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।

इसके अलावा, बीडीसी अध्यक्षों (BDC Chairman) का मानदेय ₹12,000 प्रति माह और उपाध्यक्षों (Vice Chairman) का मानदेय ₹9,000 प्रति माह कर दिया गया है।

मनरेगा मजदूरों को मिला वेतन में बढ़ोतरी

सरकार ने मनरेगा (MNREGA) मजदूरों के दैनिक वेतन में ₹20 की वृद्धि की घोषणा की है। यह वृद्धि नए वित्तीय वर्ष में लागू होगी और इससे हजारों मजदूरों को फायदा होगा।

सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बड़ा ऐलान

  • 37,000 नए लाभार्थियों (New Beneficiaries) को सामाजिक सुरक्षा पेंशन (Social Security Pension) में शामिल किया जाएगा।
  • इसके लिए ₹67 करोड़ का अतिरिक्त बजट आवंटित किया गया है।
  • 40% या उससे अधिक दिव्यांगता (Disability) वाले व्यक्तियों को पेंशन दी जाएगी।

इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना

मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आर्थिक सहयोग देने के लिए ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना’ (Indira Gandhi Pyari Behna Sukh Samman Nidhi Yojana) के तहत 01 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2026 तक चरणबद्ध रूप से राशि प्रदान करने की घोषणा की है।

हिमाचल प्रदेश बजट 2025 (Himachal Budget 2025) में किसानों, मछुआरों, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण, युवा रोजगार, महिला कल्याण, सामाजिक सुरक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) की यह बजटीय घोषणाएं हिमाचल प्रदेश के आर्थिक विकास को नई गति देंगी और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगी।

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