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Earthquake: दिल्ली में भूकंप के झटके, पीएम मोदी और केजरीवाल ने दी जनता को चेतावनी

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Earthquake: दिल्ली में भूकंप के झटके, पीएम मोदी और केजरीवाल ने दी जनता को चेतावनी

Earthquake: आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में एक जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह करीब 5:36 बजे भूकंप के तीव्र झटके आए, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी गई। भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि दिल्ली-एनसीआर का पूरा इलाका एक तेज आवाज के साथ झकझोर उठा। भूकंप के झटके दिल्ली में लगभग 10 सेकंड तक महसूस किए गए।

प्रधानमंत्री मोदी ने की शांति बनाए रखने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी लोग शांत रहें और सुरक्षा उपायों का पालन करें। पीएम मोदी ने बताया कि अधिकारी इस स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं और सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को आने वाले समय में संभावित भूकंप के झटकों के लिए तैयार रहना चाहिए और सुरक्षा के सभी निर्देशों का पालन करना चाहिए।

गिरिराज सिंह ने प्रकट की चिंता

भूकंप के बाद लोगों में डर और घबराहट का माहौल बना हुआ है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने लिखा, “यह भूकंप बहुत डरावना था। भगवान महादेव से प्रार्थना है कि सभी को सुरक्षित रखे।” गिरिराज सिंह का यह संदेश उन लाखों लोगों के दिलों की आवाज़ बन गया, जो इस भूकंप के कारण घबराए हुए थे।

अतीशी ने जताई चिंता, केजरीवाल ने की प्रार्थना

दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री अतीशी ने भूकंप के झटकों के बारे में जानकारी दी और अपने ट्वीट में लिखा, “दिल्ली में अभी एक जोरदार भूकंप आया है। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि सभी लोग सुरक्षित रहें।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट हुआ कि दिल्ली सरकार भी इस आपातकालीन स्थिति को गंभीरता से ले रही है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का प्रयास कर रही है।

इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भूकंप को लेकर एक ट्वीट किया। उन्होंने कहा, “मैं सभी की सुरक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूं।” इस बयान से यह भी स्पष्ट हुआ कि भूकंप के झटकों के कारण दिल्ली के नेताओं में भी चिंता का माहौल था, और वे नागरिकों की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे थे।

Earthquake: दिल्ली में भूकंप के झटके, पीएम मोदी और केजरीवाल ने दी जनता को चेतावनी

बीजेपी नेता तजिंदर बग्गा भी झटकों से घबराए

भूकंप के झटकों से भाजपा के नेता तजिंदर बग्गा भी चौंक गए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट किया, “भूकंप? यह भी तो था!” बग्गा ने ट्विटर पर लोगों से यह पूछा कि वे भूकंप के झटकों को किस प्रकार महसूस कर रहे थे। बग्गा के इस ट्वीट से यह साफ हुआ कि भूकंप ने सभी को प्रभावित किया था, चाहे वह आम नागरिक हों या राजनीतिक नेता।

दिल्ली पुलिस का आपातकालीन नंबर जारी

भूकंप के बाद दिल्ली पुलिस ने भी एक विशेष बयान जारी किया। दिल्ली पुलिस ने कहा, “हम आशा करते हैं कि आप सभी सुरक्षित होंगे। अगर आपको किसी भी प्रकार की आपातकालीन सहायता की आवश्यकता हो तो कृपया डायल 112 करें।” दिल्ली पुलिस ने नागरिकों को यह जानकारी दी कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में वे तुरंत 112 पर कॉल कर सकते हैं, जो कि दिल्ली पुलिस का आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर है।

भूकंप के बाद दिल्ली में यातायात की स्थिति

दिल्ली में भूकंप के बाद यातायात की स्थिति भी प्रभावित हुई थी। हालांकि, प्रशासन ने इस पर तुरंत काम करते हुए यातायात को फिर से सामान्य कर लिया। भूकंप के कारण कुछ सड़कों पर रुकावट आई थी, लेकिन पुलिस और संबंधित अधिकारियों ने तुरंत स्थिति को नियंत्रण में किया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

भूकंप के झटकों के बाद तैयारियों की समीक्षा

भूकंप के झटकों के बाद, प्रशासन ने इस पर भी चर्चा शुरू कर दी कि भविष्य में ऐसी स्थिति से कैसे निपटा जा सकता है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली जैसे बड़े महानगर में भूकंप के झटके अक्सर आते रहते हैं, इसलिए नागरिकों को पहले से तैयार रहना चाहिए। इसके लिए सरकार और प्रशासन को आपातकालीन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है।

भूकंप के दौरान नागरिकों के लिए सुरक्षा उपाय

भूकंप के दौरान नागरिकों के लिए कुछ सुरक्षा उपायों का पालन करना बेहद जरूरी है। इन उपायों में मुख्य रूप से, भूकंप के दौरान बिल्डिंग से बाहर न निकलें, अपनी जगह पर ही सुरक्षित रहें, किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे छिपें और यदि आप सड़क पर हैं, तो यातायात से दूर रहें। इन साधारण लेकिन प्रभावी उपायों से नागरिक अपने को सुरक्षित रख सकते हैं और भूकंप के झटकों के दौरान दुर्घटनाओं से बच सकते हैं।

दिल्ली में आज सुबह आए भूकंप के बाद नागरिकों में चिंता का माहौल है, लेकिन पीएम मोदी, दिल्ली सरकार और अन्य नेताओं ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की है और नागरिकों को शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, दिल्ली पुलिस ने भी अपने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त की जा सके। भूकंप के बाद प्रशासन और सुरक्षा बलों द्वारा उठाए गए कदमों से यह साफ है कि आने वाले समय में इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियां की जा रही हैं।

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Monsoon Session of Parliament 2025: जन विश्वास से लेकर खेल प्रशासन तक, सरकार ला रही है नए कानून! जानिए अंदर की रणनीति

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Monsoon Session of Parliament 2025: जन विश्वास से लेकर खेल प्रशासन तक, सरकार ला रही है नए कानून! जानिए अंदर की रणनीति

Monsoon Session of Parliament 2025:  संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है जो 21 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान कुल 21 बैठकें होंगी। हालांकि स्वतंत्रता दिवस समारोह के चलते 12 से 18 अगस्त तक संसद की कार्यवाही स्थगित रहेगी। सरकार इस सत्र में कई अहम बिलों पर चर्चा करने और कुछ नए बिल पेश करने की योजना बना रही है। यह सत्र न केवल विधायी कामकाज के लिहाज से बल्कि राजनीतिक माहौल के दृष्टिकोण से भी काफी महत्वपूर्ण होने वाला है।

सर्वदलीय बैठक में नेताओं का जमावड़ा

सत्र से पहले रविवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें विभिन्न दलों के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। बीजेपी के जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू, कांग्रेस के गौरव गोगोई और प्रमोद तिवारी, एनसीपी की सुप्रिया सुले, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, डीएमके के टीआर बालू, आरजेडी के प्रेमचंद्र गुप्ता, जेडीयू के संजय झा समेत कई वरिष्ठ नेता बैठक में शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य था कि सभी दलों को मिलाकर सत्र की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाया जा सके।

Monsoon Session of Parliament 2025: जन विश्वास से लेकर खेल प्रशासन तक, सरकार ला रही है नए कानून! जानिए अंदर की रणनीति

 पेश किए जाएंगे ये नए बिल

इस बार सरकार कुल 8 नए बिल संसद में पेश करने जा रही है। इनमें प्रमुख हैं मणिपुर जीएसटी संशोधन बिल, कराधान कानून संशोधन बिल, जन विश्वास संशोधन विधेयक, भारतीय प्रबंधन संस्थान संशोधन विधेयक, भू-धरोहर संरक्षण विधेयक, खनिज संसाधन सुधार विधेयक, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक और राष्ट्रीय डोपिंग विरोध संशोधन विधेयक। ये बिल शिक्षा, खेल, पर्यावरण और कर व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बदलाव ला सकते हैं।

लटके हुए पुराने बिलों पर भी होगी चर्चा

इस सत्र में 7 ऐसे पुराने बिलों पर भी चर्चा होनी है जो पहले से लंबित हैं। इनमें भारतीय बंदरगाह विधेयक, इनकम टैक्स बिल, गोवा में अनुसूचित जनजातियों के पुनः प्रतिनिधित्व से जुड़ा बिल, मर्चेंट शिपिंग बिल, कोस्टल शिपिंग बिल, समुद्री वस्तुओं के परिवहन से जुड़े बिल और बिल ऑफ लैंडिंग बिल शामिल हैं। ये सभी बिल भारत के समुद्री कानून और आर्थिक नीति से जुड़े हैं जिनका देश की व्यापार व्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।

विपक्ष और सरकार की रणनीति का टकराव

हालांकि सरकार इस सत्र को विधायी दृष्टि से सफल बनाना चाहती है लेकिन विपक्ष पहले ही संकेत दे चुका है कि वह कुछ मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बना रहा है। महंगाई, बेरोजगारी और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दे विपक्ष के एजेंडे में शामिल हैं। ऐसे में इस सत्र में बहस गर्म होने की पूरी संभावना है। सर्वदलीय बैठक भले ही सौहार्दपूर्ण रही हो लेकिन सदन के अंदर माहौल कितना शांत रहेगा यह देखने वाली बात होगी।

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Earthquake: एक बार फिर कांपी धरती! उत्तराखंड से अफगानिस्तान तक धरती के कंपन का कहर

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Earthquake: एक बार फिर कांपी धरती! उत्तराखंड से अफगानिस्तान तक धरती के कंपन का कहर

Earthquake: उत्तराखंड के चमोली जिले में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 मापी गई और इसकी गहराई 10 किलोमीटर बताई गई। हालांकि इससे किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है लेकिन लोगों में घबराहट जरूर देखी गई। पहाड़ी इलाकों में इस तरह के झटके अक्सर डर पैदा कर देते हैं।

अफगानिस्तान, म्यांमार और तिब्बत भी नहीं बचे

सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। अफगानिस्तान में दो बार 4.2 और 4.0 तीव्रता के भूकंप आए जिनकी गहराई क्रमशः 190 किलोमीटर और 125 किलोमीटर थी। वहीं तिब्बत में 3.6 तीव्रता और म्यांमार में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया। ये सभी घटनाएं एक ही दिन में सामने आईं जिससे साफ होता है कि इस क्षेत्र में टेक्टोनिक हलचल बढ़ी हुई है।

Earthquake: एक बार फिर कांपी धरती! उत्तराखंड से अफगानिस्तान तक धरती के कंपन का कहर

हरियाणा भी हिला, दो जिलों में आया भूकंप

हरियाणा में भी बुधवार-गुरुवार की रात को रोहतक और गुरुवार दोपहर झज्जर जिले में भूकंप आया। रोहतक में 3.3 और झज्जर में 2.5 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए। हालांकि दोनों जगह किसी नुकसान की खबर नहीं मिली। इससे पहले भी हरियाणा के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके देखे जा चुके हैं जो चिंता का विषय है।

 आखिर क्यों आते हैं भूकंप?

धरती की सतह के नीचे कई टेक्टोनिक प्लेट्स होती हैं जो लगातार धीरे-धीरे सरकती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, खिसकती हैं या एक-दूसरे से अलग होती हैं तो ऊर्जा का संचार होता है और यह ऊर्जा भूकंपीय तरंगों के रूप में बाहर निकलती है जिससे धरती हिलती है। यही प्रक्रिया भूकंप कहलाती है।

भारत में हिमालयी क्षेत्र सबसे संवेदनशील

भारत के हिमालयी क्षेत्र में भूकंप का खतरा सबसे ज्यादा रहता है क्योंकि यहां भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट टकराती हैं। यह टक्कर भूगर्भीय संरचना में लगातार दबाव और तनाव पैदा करती है जिससे यहां भूकंपीय गतिविधियां अधिक होती हैं। यही वजह है कि उत्तराखंड, हिमाचल और पूर्वोत्तर भारत में भूकंप की घटनाएं सामान्य बात हो गई हैं।

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Mumbai Vidhan Bhavan बना रणभूमि! पत्रकार पर हाथ उठाना पड़ा भारी, दो गिरफ्तार

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Mumbai Vidhan Bhavan बना रणभूमि! पत्रकार पर हाथ उठाना पड़ा भारी, दो गिरफ्तार

Mumbai Vidhan Bhavan में गुरुवार को हुई मारपीट की घटना ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए दो आरोपियों – नितिन देशमुख और ऋषिकेश तकले को देर रात गिरफ्तार कर लिया। यह मामला मरीन ड्राइव थाने में दर्ज हुआ है। दोनों आरोपियों की मेडिकल जांच भी कराई गई है और आईपीसी की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

राजनीतिक झगड़ा बना आपराधिक मामला

इस पूरी घटना की शुरुआत दो विधायकों – जितेंद्र आव्हाड और गोपीचंद पडळकर के समर्थकों के बीच हुई बहस से मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि बुधवार को दोनों विधायकों के बीच तीखी बहस हुई थी और गुरुवार को यह विवाद समर्थकों के बीच झगड़े में बदल गया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताई गंभीर चिंता

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले को गंभीर बताते हुए विधान सभा अध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूर की जाएगी। वहीं गोपीचंद पडळकर ने घटना पर खेद व्यक्त किया है लेकिन मामला राजनीतिक रूप से गरम होता नजर आ रहा है।

पत्रकार से दुर्व्यवहार पर नितेश राणे का निशाना

बीजेपी नेता और मंत्री नितेश राणे ने इस मामले में एक वीडियो साझा किया है जिसमें एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड एक पत्रकार का वीडियो बनाने से रोकते हुए उसका हाथ मारते हैं। राणे ने इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला बताया और कहा कि विधान भवन जैसी संवैधानिक जगह पर यह शर्मनाक हरकत है।

संजय राउत ने की राष्ट्रपति शासन की मांग

शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने इस घटना पर महाराष्ट्र की गिरती राजनीतिक संस्कृति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि विधान भवन में गुंडे घुस रहे हैं और यह सब एक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जितेंद्र आव्हाड की हत्या की साजिश रची गई थी और राज्य में अब राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है।

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