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Anderson could be the most significant IPL signing since Shane Warne

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Anderson could be the most significant IPL signing since Shane Warne

हर किसी की तरह, क्रिकेट लेखकों को भी नायक रखने की अनुमति है। पिछले कुछ वर्षों में जिमी एंडरसन के बारे में कुछ ऐसा रहा है जो वीरतापूर्ण और न्यूनतमवादी दोनों है जो मुझे आकर्षक लगा है। किसी भी अन्य तेज गेंदबाज से अधिक, 704 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले व्यक्ति में कौशल होना जरूरी है। आक्रामकता अक्सर दिखाई देती है, और वास्तव में एक मनोवैज्ञानिक के साथ सत्र के माध्यम से इसे सुधारा गया था।

एंडरसन को गेंदबाजी करते हुए देखने से ज्यादा फायदेमंद कुछ ही दृश्य रहे हैं। उनमें वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाजों जैसी आक्रामकता का अभाव था। न ही उनके पास ग्लेन मैक्ग्रा की मेट्रोनोमिक दक्षता थी जहां समता का मतलब सब कुछ था।

एंडरसन के पास शालीनता और सुंदरता तथा स्विंग पर उल्लेखनीय नियंत्रण था, जो भारतीय परिस्थितियों में भी प्रभावी था। उन्होंने कहा कि उन्होंने जहीर खान से रिवर्स स्विंग सीखी है, और एक बार जब कमेंटेटरों ने उनकी लड़खड़ाती स्विंग गेंदबाजी की प्रशंसा की थी तो उन्होंने स्वीकार किया था कि उन्हें यकीन नहीं था कि गेंद किस तरफ जाएगी। शीर्ष खिलाड़ी ऐसी स्वीकारोक्ति नहीं करते. यह ताज़ा था.

दोहरी भूमिका

और अब वह यहां आ रहे हैं, अगले साल पूरे 43 साल के हो जाएंगे, यह साबित करने के लिए कि एक दशक से अधिक समय तक टी20 क्रिकेट नहीं खेलने के बावजूद उनमें अभी भी वह क्षमता है। महेंद्र सिंह धोनी एक साल बड़े हैं, इसलिए एंडरसन आईपीएल में सबसे उम्रदराज नहीं होंगे। जो भी फ्रेंचाइजी उन्हें चुनेगी उन्हें पता होगा कि वह कलाकार और प्रेरणा के रूप में दोहरी भूमिका निभाते हैं।

एंडरसन सबसे महत्वपूर्ण आईपीएल हस्ताक्षरकर्ता हो सकते हैं क्योंकि शेन वार्न को राजस्थान रॉयल्स ने खेलने, नेतृत्व करने और सलाह देने के लिए चुना था और उनका टीम पर, खिलाड़ियों पर, शायद प्रारूप पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा। उस उद्घाटन सत्र में राजस्थान रॉयल्स ने जीत हासिल की थी और वॉर्न 39 वर्ष के थे, और दो साल पहले ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।

एंडरसन जैसे किसी व्यक्ति के साथ ड्रेसिंग रूम और यहां तक ​​कि प्रतियोगिता के समय को साझा करने का मतलब है कि कुछ कौशल और दृष्टिकोण उसके आस-पास के लोगों द्वारा यदि सचेत रूप से नहीं तो क्रिकेटिंग ऑस्मोसिस की प्रक्रिया के माध्यम से अवशोषित किए जाएंगे।

आसक्त

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के दो दशकों से अधिक समय के बाद, कुछ और क्रिकेट वैसा नहीं हो सकता जैसा डॉक्टर ने आदेश दिया था। लेकिन आप एक ऐसे व्यक्ति की प्रशंसा किए बिना नहीं रह सकते जो खेल के प्रति इतना जुनूनी है कि वह लगातार खेलता रहेगा। जब उसका पेशेवर क्रिकेट ख़त्म हो जाएगा, तो वह अपने क्लब बर्नले के लिए खेलना जारी रखेगा, और जब वह अध्याय समाप्त होगा, तो वह पार्क में पिक-अप गेम खेलेगा और अपने बगीचे में अपने पोते-पोतियों को गेंदबाजी करेगा, शायद अपने परपोते को भी गेंदबाजी देगा। घर के भोजन कक्ष में थ्रोडाउन।

मैं ऐसे केवल एक ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को जानता हूं – वेस्ट इंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल। मैं उनसे अमेरिका में मिला था, जहां वह छुट्टियों पर थे और क्रिकेट खेल रहे थे! “तो आप पेशेवर रूप से क्रिकेट खेलते हैं, और फिर जब आप ब्रेक चाहते हैं, तो आप कुछ और क्रिकेट खेलते हैं?” मैंने उससे पूछा। “हाँ,” उसने सरलता से उत्तर दिया।

एंडरसन की पहली आत्मकथा का शीर्षक था: कटोरा। नींद। दोहराना. किसी ने यह मुद्दा उठाया कि चूंकि एंडरसन शायद नींद में भी गेंदबाजी करते हैं, इसलिए उस शीर्षक में एक शब्द बहुत अधिक था।

उनकी हालिया किताब में किनारा ढूँढनाएंडरसन बताते हैं कि कैसे वह कप्तान, कोच और इंग्लैंड क्रिकेट सुप्रीमो की तिकड़ी से मिलने के लिए मैनचेस्टर के एक होटल में गए: “जैसे ही मैं उनकी ओर बढ़ता हूं, मुझे ठंड लगती है। यह कोई टीम मूल्यांकन नहीं है, क्या ऐसा है? बार के दूर की ओर प्रत्येक कदम के साथ, उनके प्रत्येक विशिष्ट छाया दृश्य में आ रहे हैं, अभी-अभी गुजरी ट्राम यात्रा अचानक एक आनंदमय अतीत के जीवन की तरह है, बाहरी सूरज एक क्षितिजहीन नीयन-लाल अंधेरे में समा गया है।

वह बाद में कहते हैं: “मेरा दिमाग गणित कर रहा है और जब मैं उनसे हाथ मिलाने जाता हूं तो मेरा दिल डूब रहा है। मुझे जो पेस्की जैसा महसूस होता है गुडफेलाजमुझे इस धारणा के तहत एक कमरे में ले जाया गया कि मुझे बनाया जाएगा, केवल गोली मार दी जाएगी। आप च——. वे मुझे कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं जो मैं नहीं बताना चाहता, है ना? मैं अपने पूरे जीवन में कुछ न कुछ घुमाता रहा हूं, डार्टिंग करता रहा हूं, आकार बदलता रहा हूं, गेंदबाजी करता रहा हूं।”

इससे हमें एंडरसन के इरादों का पता चलता है। यह सबसे सहज तेज़ गेंदबाज़ जो ऊपर दौड़ता है, गेंदबाजी करता है, झुकता है, मैदान से बल्लेबाज को बाहर जाने को कहता है, वापस चलता है और फिर से शुरू करता है, एक ही गति में सब कुछ केवल खुद को खेल रहा है। उसे रिटायर होने के लिए कहा जाता है, वह ऐसा करता है, एक किताब लिखता है, और एक ऐसे प्रारूप में खेलने के लिए तैयार होता है जिससे वह दूर रहता है, यह सब एक ही गति में।

जैसा कि जो पेस्की ने कहा था सम्मान के साथ“एक विजेता भूल जाता है कि वह दौड़ में है, उसे बस दौड़ना पसंद है।”

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Rahul Dravid: आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की तैयारी में क्रच का सहारा लेते हुए पहुंचे कोच

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Rahul Dravid: आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स की तैयारी में क्रच का सहारा लेते हुए पहुंचे कोच

Rahul Dravid: आईपीएल 2025 का 18वां सीजन अब मात्र 10 दिन दूर है, और क्रिकेट प्रेमियों के बीच इस रोमांचक टूर्नामेंट की शुरुआत का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। आईपीएल का यह सीजन 22 मार्च से शुरू होगा, और सभी 10 फ्रेंचाइजियों ने अपनी तैयारियों के लिए प्री-सीजन कैंप शुरू कर दिए हैं। इन टीमों में से एक है राजस्थान रॉयल्स, जिनका ट्रेनिंग कैंप भी इस समय चल रहा है। इसी बीच राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह क्रच का सहारा लेते हुए ट्रेनिंग कैंप में पहुंचे।

वीडियो में देखा जा सकता है कि जब राहुल द्रविड़ राजस्थान रॉयल्स के ट्रेनिंग सत्र में पहुंचे, तो वह पहले गोल्फ कार्ट में बैठे हुए आए। फिर जैसे ही वह उतरते हैं, तो उन्हें चलने के लिए क्रच का सहारा लेना पड़ा। वीडियो में राहुल द्रविड़ के चेहरे पर दर्द साफ तौर पर दिखाई दे रहा था, और वह अपने पैर को सटाकर बैठे हुए थे। यह वीडियो राजस्थान रॉयल्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था, जो बहुत तेजी से वायरल हो गया।

राहुल द्रविड़ की स्थिति और सोशल मीडिया पर वीडियो

राहुल द्रविड़ के इस वीडियो ने एक बार फिर उनकी कठिनाई और समर्पण को दर्शाया। द्रविड़ भारतीय क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं, और अब कोच के रूप में वह राजस्थान रॉयल्स के साथ जुड़कर टीम को नए मुकाम तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, चोट के कारण उन्हें क्रच का सहारा लेना पड़ रहा था, लेकिन इसके बावजूद वह अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हटे। वीडियो में यह भी देखा गया कि द्रविड़ ट्रेनिंग सत्र के दौरान युवा खिलाड़ियों से मिलते हुए नजर आए और उन्हें अपनी अनुभव से कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।

राहुल द्रविड़ को एक सशक्त कोच के रूप में जाना जाता है, और उनके नेतृत्व में राजस्थान रॉयल्स ने कई सकारात्मक बदलाव देखे हैं। द्रविड़ ने युवा खिलाड़ियों के लिए हमेशा अपनी मार्गदर्शन को प्राथमिकता दी है, और अब भी वह यही कर रहे हैं। वीडियो में वह यशस्वी जायसवाल से भी बातचीत करते हुए दिखाई दिए, जहां उन्होंने उन्हें बैटिंग टिप्स दिए। यशस्वी जायसवाल के लिए यह एक अनमोल अवसर था, क्योंकि राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज से मिलने और टिप्स लेने का मौका हर खिलाड़ी को नहीं मिलता।

राहुल द्रविड़ का समर्पण

राहुल द्रविड़ का यह समर्पण क्रिकेट के प्रति उनके प्रेम और उनके कड़ी मेहनत को दर्शाता है। इस वीडियो ने साबित कर दिया कि उनके लिए टीम का प्रदर्शन और खिलाड़ियों का विकास सबसे ऊपर है, और इसके लिए वह अपनी व्यक्तिगत कठिनाइयों को भी नजरअंदाज कर देते हैं। टीम की सफलता के लिए उनका समर्पण बेमिसाल है।

द्रविड़ की चोट के बावजूद उनका ट्रेनिंग सत्र में शामिल होना और खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देना टीम के लिए एक प्रेरणा है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि वह अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और टीम को आगे बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

राजस्थान रॉयल्स की तैयारियां

आईपीएल 2025 के लिए राजस्थान रॉयल्स की टीम भी मजबूत नजर आ रही है। इस बार टीम संजीव सैमसन की कप्तानी में खेलेगी, और कई नए चेहरों के साथ टीम में ताजगी देखने को मिलेगी। राजस्थान रॉयल्स का प्रदर्शन पिछले सीजन में अच्छा रहा था, लेकिन इस बार वे आईपीएल ट्रॉफी जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

राजस्थान रॉयल्स की टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है, जो उन्हें किसी भी परिस्थिति में मुकाबला करने की ताकत प्रदान करेगा। इस सीजन में कई नए खिलाड़ी भी हैं, जिनसे उम्मीद की जा रही है कि वे टीम को एक नई दिशा देंगे।

राजस्थान रॉयल्स का पहला मैच 23 मार्च को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ होगा, जो राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम हैदराबाद में खेला जाएगा। इसके बाद, राजस्थान रॉयल्स को अपने अगले 2 मैचों में कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ गुवाहाटी में मुकाबला करना है।

राजस्थान रॉयल्स का लक्ष्य और रणनीति

राजस्थान रॉयल्स के लिए इस सीजन में कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्य हैं। टीम की रणनीति में युवाओं को उचित मार्गदर्शन देना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करना है। राहुल द्रविड़ का अनुभव और उनकी कोचिंग इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स को एक मजबूत टीम बनाने में सहायक साबित हो सकते हैं। टीम के पास ऐसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी मैच में खेल का रुख बदल सकते हैं, जैसे जोफ्रा आर्चर, संजू सैमसन, और यशस्वी जायसवाल।

राजस्थान रॉयल्स का ध्यान इस सीजन में केवल मुकाबलों में जीत हासिल करना नहीं, बल्कि उनके युवा खिलाड़ियों के भविष्य को संवारने पर भी रहेगा। द्रविड़ के मार्गदर्शन में, टीम को आगामी सीजन में सफलता प्राप्त करने की उम्मीद है।

आईपीएल 2025 का सीजन बेहद रोमांचक होने वाला है, और राजस्थान रॉयल्स इस सीजन को लेकर पूरी तरह से तैयार है। राहुल द्रविड़ का योगदान टीम के लिए अमूल्य रहेगा, और उनकी कोचिंग से टीम को निश्चित रूप से फायदा होगा। अब देखना यह है कि संजीव सैमसन की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स अपने पहले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जीत दर्ज कर पाती है या नहीं।

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All England Badminton Championship 2025: लक्ष्य सेन ने किया शानदार कमबैक, एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को मिली हार

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All England Badminton Championship 2025: लक्ष्य सेन ने किया शानदार कमबैक, एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को मिली हार

All England Badminton Championship 2025: भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने शानदार वापसी करते हुए 2025 की ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के दूसरे दौर में जगह बनाई। हालांकि, एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य सेन ने पहले गेम में पिछड़ने के बावजूद चीनी ताइपे के सू ली यांग को 13-21, 21-17, 21-15 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया।

लक्ष्य सेन का शानदार कमबैक

लक्ष्य सेन ने पहले गेम में 13-21 से हारने के बाद जबरदस्त संघर्ष दिखाया। दूसरे गेम में उन्होंने स्कोर को 17-17 पर बराबर किया और यांग की गलतियों का फायदा उठाते हुए चार लगातार अंक जीते, जिससे मैच निर्णायक गेम में पहुंचा। तीसरे गेम में, लक्ष्य सेन ने 11-9 की बढ़त बनाई और फिर एक मजबूत खेल दिखाकर यह गेम 21-15 से जीत लिया।

लक्ष्य सेन अब दूसरे दौर में इंडोनेशिया के जॉनाथन क्रिस्टी से भिड़ेंगे। पिछले साल पेरिस ओलंपिक्स में जॉनाथन क्रिस्टी को हराने के बाद, यह मुकाबला भी काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। लक्ष्य की फॉर्म को देखते हुए यह मैच निश्चित ही कड़ा होगा।

एचएस प्रणॉय की हार

वहीं, भारतीय स्टार खिलाड़ी एचएस प्रणॉय को फ्रांस के टोमा जूनियर पॉपोव के खिलाफ सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा। प्रणॉय ने पहले गेम में 6-1 की बढ़त बनाई थी और 15-12 से आगे थे, लेकिन पॉपोव के दबाव में आने के बाद प्रणॉय मैच का रुख बदल नहीं सके और यह गेम 19-21, 16-21 से हार गए। पॉपोव ने दूसरे गेम में भी प्रणॉय को 13-13 तक बराबरी करने का मौका दिया, लेकिन फिर संयम दिखाते हुए पॉपोव ने गेम को 21-16 से अपने नाम किया और मैच जीत लिया।

All England Badminton Championship 2025: लक्ष्य सेन ने किया शानदार कमबैक, एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को मिली हार

मिश्रित युगल में हार

मिश्रित युगल में भारत की जोड़ी, सतिश कुमार करूणाकरण और आद्या वारियाथ को भी हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों ने चीन की दुनिया की नंबर सात जोड़ी, गुओ शिन वा और चेन फेंग हुई के खिलाफ खेला और 6-21, 15-21 से हार गए। यह मुकाबला एकतरफा रहा, जहां भारतीय जोड़ी ने पहले गेम में सिर्फ 6 अंक हासिल किए। दूसरे गेम में कुछ संघर्ष किया, लेकिन फिर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय खिलाड़ियों की प्रदर्शन की समीक्षा

लक्ष्य सेन का प्रदर्शन इस चैंपियनशिप में शानदार रहा, और उनकी वापसी ने यह साबित कर दिया कि वह किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। उनकी मानसिक दृढ़ता और खेल की समझ ने उन्हें इस मैच में शानदार वापसी करने का मौका दिया। वहीं एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी कोशिशें भी सराहनीय हैं।

भारत के बैडमिंटन खिलाड़ियों की ओर से अभी भी उम्मीद बनी हुई है। लक्ष्य सेन की शानदार जीत ने भारत की उम्मीदों को बनाए रखा है, और अब उनकी नजरें दूसरे दौर में जॉनाथन क्रिस्टी के खिलाफ मुकाबले पर टिकी हुई हैं।

 लक्ष्य सेन की शानदार वापसी और एचएस प्रणॉय के संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के बावजूद हार ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारतीय खिलाड़ियों के लिए मिली-जुली स्थिति को दर्शाया है। लक्ष्य सेन ने अपनी मेहनत और जज्बे से साबित किया कि वह बड़े टूर्नामेंट्स में हमेशा चुनौती देने के लिए तैयार रहते हैं। वहीं एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी की हार के बावजूद, इन खिलाड़ियों की भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन की संभावना बनी हुई है।

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IPL 2025 में LSG को लगा झटका, Mayank Yadav के पहले हाफ से बाहर होने की संभावना

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IPL 2025 में LSG को लगा झटका, Mayank Yadav के पहले हाफ से बाहर होने की संभावना

IPL 2025: टीम इंडिया के चैंपियन बनने के बाद चैंपियंस ट्रॉफी 2025 खत्म हो चुकी है और अब क्रिकेट फैंस की नजरें IPL 2025 पर टिकी हुई हैं। आईपीएल 2025 का आयोजन 22 मार्च से शुरू होने वाला है, लेकिन इससे पहले लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) टीम को एक बड़ा झटका लगा है। टीम के शानदार तेज गेंदबाज मयंक यादव IPL 2025 के पहले हाफ में शायद ही खेल पाएं।

मयंक यादव इस समय पीठ की चोट से उबर रहे हैं और हाल ही में बेंगलुरु स्थित BCCI सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपनी गेंदबाजी की शुरुआत की है। बता दें कि मयंक ने पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत के लिए डेब्यू किया था, और इसी दौरान उन्हें चोट लगी थी। बीसीसीआई ने मयंक की वापसी के लिए कोई निश्चित तारीख निर्धारित नहीं की है, लेकिन अगर वह सभी फिटनेस मानकों को पूरा करते हैं और अपनी गेंदबाजी वर्कलोड बढ़ाते हैं, तो वे आईपीएल के दूसरे हाफ में खेल सकते हैं।

LSG के लिए बड़ा झटका

अगर मयंक यादव IPL 2025 के पहले हाफ से बाहर रहते हैं तो यह LSG टीम के लिए बड़ा झटका होगा। टीम ने उन्हें मेगा ऑक्शन से पहले 11 करोड़ रुपये में रिटेन किया था। LSG ने उन्हें बेस प्राइस 20 लाख रुपये में खरीदा था, और इसके बाद उन्होंने अगले सीजन में ही करोड़पति बनने का सपना साकार किया। मयंक यादव ने पिछले सीजन में अपनी तेज गेंदबाजी से सभी को हैरान किया था और वह 150 किमी प्रति घंटे की गति से गेंदबाजी करने में सफल रहे थे।

IPL 2025 में LSG को लगा झटका, Mayank Yadav के पहले हाफ से बाहर होने की संभावना

उनकी शानदार गेंदबाजी के कारण मयंक यादव को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का भी ध्यान आकर्षित किया और इसके बाद उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली। हालांकि, उन्हें चोट के कारण ज्यादा मौका नहीं मिला। आईपीएल 2024 में मयंक यादव सिर्फ चार मैचों में ही खेल सके थे, क्योंकि उन्हें साइड स्ट्रेन की समस्या हो गई थी। इसके बाद मयंक ने रिहैब में समय बिताया, लेकिन इस दौरान एक नई चोट के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।

मयंक यादव की वापसी और भविष्य

मयंक यादव पिछले अक्टूबर से मैदान से दूर हैं, और उनकी चोट का असर न केवल उनके व्यक्तिगत करियर पर पड़ा है, बल्कि LSG की टीम की योजना पर भी इसका बड़ा प्रभाव पड़ा है। मयंक ने अपनी चोट के बाद बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत के लिए डेब्यू किया, लेकिन फिर से चोटिल होने के कारण उन्हें रिहैब में लौटना पड़ा।

उनके फिजिकल वर्कलोड और फिटनेस के आधार पर ही यह तय होगा कि वे आईपीएल के पहले हाफ में खेल पाएंगे या नहीं। अगर वह फिटनेस मानकों को पूरा करते हैं तो टीम में उनकी वापसी संभव है, लेकिन फिलहाल उनके बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है।

आईपीएल 2025 के लिए LSG की तैयारी

अगर मयंक यादव पहले हाफ से बाहर रहते हैं, तो यह लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए एक बड़ा झटका होगा। टीम को उनके बिना अपने तेज गेंदबाजी विभाग में संतुलन बनाए रखने में परेशानी हो सकती है। LSG ने मयंक को एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में देखा था और उनकी रिटेंशन का फैसला टीम के लिए एक बड़ा कदम था। उनकी तेज गेंदबाजी ने पिछले सीजन में काफी ध्यान आकर्षित किया था और उनके पास 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता है, जो किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल साबित हो सकती है।

आईपीएल 2025 के पहले हाफ में मयंक यादव के खेलने की संभावना को लेकर अब तक कोई निश्चित जानकारी नहीं है। हालांकि, उनकी चोट और रिहैब की स्थिति को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि वह आईपीएल के पहले हाफ में खेल पाएंगे या नहीं। लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम के लिए यह बड़ा झटका है, क्योंकि मयंक यादव को उनकी तेज गेंदबाजी से उम्मीदें बहुत ज्यादा थीं। अब देखना यह होगा कि LSG टीम इस मुश्किल परिस्थिति में अपने गेंदबाजी विभाग को कैसे संभालती है।

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