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T20 Blast 2025: 17 साल का चमत्कारी गेंदबाज जिसने फिरकी से रचा इतिहास और लंकाशायर को घुटनों पर ला दिया

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WCL 2025: 17 साल का चमत्कारी गेंदबाज जिसने फिरकी से रचा इतिहास और लंकाशायर को घुटनों पर ला दिया

T20 Blast 2025: टी20 ब्लास्ट 2025 में एक 17 साल के पाकिस्तानी मूल के गेंदबाज ने ऐसा कमाल किया कि पूरा क्रिकेट जगत हैरान रह गया। फ़रहान अहमद ने नॉटिंघमशायर की तरफ से खेलते हुए लंकाशायर के खिलाफ हैट्रिक ली और पांच विकेट चटकाकर अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई। वह नॉटिंघमशायर के लिए टी20 क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।

लंकाशायर की पारी को किया तहस-नहस

लंकाशायर ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मात्र 126 रन ही बना सकी। टीम की ओर से मैथ्यू हर्स्ट ने 36 और क्रिस ग्रीन ने 29 रनों का योगदान दिया। लेकिन पूरी बल्लेबाज़ी फ़रहान की स्पिन के आगे बिखर गई। फ़रहान ने आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर ल्यूक वुड को आउट किया। अगली ही गेंद पर थॉमस एस्पिनवाल को बिना खाता खोले चलता किया। आखिरी गेंद पर मिचेल स्टेनली क्रीज़ से आगे निकलकर शॉट मारने गए और विकेटकीपर टॉम मूर्स ने उन्हें स्टंप कर दिया।

फ़रहान ने लिए 5 विकेट, बना रिकॉर्ड

इस मैच में फ़रहान अहमद ने कुल 4 ओवर में 25 रन देकर 5 विकेट लिए। उन्होंने क्रिस ग्रीन और कप्तान कीटन जेनिंग्स को भी आउट किया। उनकी गेंदों में इतनी चालाकी थी कि बल्लेबाज़ समझ ही नहीं पाए कि गेंद किस तरफ घूमेगी। हैट्रिक के साथ-साथ 5 विकेट लेना उनकी प्रतिभा और मेहनत का बड़ा उदाहरण है।

टॉम मूर्स ने दिखाया दम, टीम को दिलाई जीत

लक्ष्य का पीछा करते हुए नॉटिंघमशायर की शुरुआत खराब रही। मात्र 14 रनों पर 4 विकेट गिर गए थे। लेकिन इसके बाद टॉम मूर्स ने मोर्चा संभाला और 75 रनों की तूफानी पारी खेली। उन्होंने 7 चौके और 4 छक्के लगाए। डैनियल सेम्स ने 17 रन बनाकर नाबाद रहते हुए टीम को जीत तक पहुंचाया। टीम ने यह मैच 4 विकेट से जीत लिया।

कौन हैं फ़रहान अहमद?

फ़रहान अहमद इंग्लैंड के उभरते हुए स्टार स्पिनर रेहान अहमद के छोटे भाई हैं। उन्होंने 2024 अंडर-19 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था। पिछले साल उन्होंने नॉटिंघमशायर के लिए सबसे कम उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और 140 रन देकर 7 विकेट झटके। इसके बाद उन्होंने ब्रिटिश क्रिकेट में सबसे कम उम्र में मैच में 10 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।

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R Prajnananda की चाल से टूटा कार्लसन का गुरूर – फ्रीस्टाइल में भारत का जलवा!

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R Prajnananda की चाल से टूटा कार्लसन का गुरूर – फ्रीस्टाइल में भारत का जलवा!

R Prajnananda: फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम में भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रग्गनानंधा ने एक बार फिर दुनिया को हैरान कर दिया है। उन्होंने नॉर्वे के ग्रैंडमास्टर और विश्व नंबर 1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को चौथे राउंड में हराकर एक बड़ी जीत हासिल की है। यह मुकाबला केवल 39 चालों में खत्म हो गया जो उनकी शानदार तैयारी और आत्मविश्वास का प्रमाण है। यह जीत प्रग्गनानंधा के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है।

तीनों फॉर्मेट में दिखाया कमाल

मैच में आर प्रग्गनानंधा ने कार्लसन के खिलाफ तीनों फॉर्मेट—क्लासिकल, रैपिड और ब्लिट्ज—में जीत दर्ज की। चौथे राउंड के इस मुकाबले में 10 मिनट + 10 सेकेंड के टाइम कंट्रोल के साथ खेले गए गेम में प्रग्गनानंधा का नियंत्रण पूरी तरह से दिखाई दिया। उन्होंने 93.9% की शानदार एक्यूरेसी से खेल दिखाया जबकि कार्लसन केवल 84.9% के नियंत्रण के साथ जूझते नजर आए। इससे साफ जाहिर है कि भारतीय खिलाड़ी अब किसी भी दबाव से डरते नहीं बल्कि आत्मविश्वास से भरपूर हैं।

जीत के साथ टॉप पर पहुंचे प्रग्गनानंधा

इस मुकाबले में जीत हासिल कर प्रग्गनानंधा व्हाइट ग्रुप के आठ खिलाड़ियों में से 4.5 अंकों के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर पहुंच गए हैं। उनकी निरंतरता और रणनीति ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। उन्होंने पहले दौर में नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव से ड्रॉ खेला फिर दूसरे राउंड में असाउबायेवा को हराया और तीसरे राउंड में ब्लैक पीस से खेलते हुए कीमर को मात दी।

भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ कमजोर दिखे कार्लसन

गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में मैग्नस कार्लसन भारतीय खिलाड़ियों के सामने लगातार हार का सामना कर रहे हैं। इससे पहले मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश ने भी उन्हें हराया था। अब प्रग्गनानंधा की यह जीत इस बात की पुष्टि करती है कि भारत अब केवल उभरता हुआ नहीं बल्कि स्थापित शतरंज महाशक्ति बन चुका है।

फ्रीस्टाइल फॉर्मेट बना पसंदीदा

मैच के बाद प्रग्गनानंधा ने कहा कि उन्हें क्लासिकल से ज्यादा फ्रीस्टाइल फॉर्मेट पसंद है। उनका कहना था कि इस फॉर्मेट में रचनात्मकता और तेजी दोनों का मेल होता है जिससे खेलने में आनंद आता है। यह बयान भी दर्शाता है कि नई पीढ़ी के खिलाड़ी अब परंपरागत तरीकों से आगे बढ़कर नवीन सोच और साहस से खेलना पसंद करते हैं।

 

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England vs India: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत से जीत के बावजूद इंग्लैंड को बड़ा झटका, ICC ने काटे WTC अंक

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England vs India: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत से जीत के बावजूद इंग्लैंड को बड़ा झटका, ICC ने काटे WTC अंक

England vs India: इंग्लैंड ने भारत को लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रनों से हराकर 5 मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त तो बना ली लेकिन यह जीत उनके लिए महंगी साबित हुई। आईसीसी ने इंग्लैंड पर धीमी ओवर गति के चलते 10 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया है। साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) अंक तालिका में उसके दो अंक भी काट लिए गए हैं।

 श्रीलंका को मिला फायदा, इंग्लैंड की रैंकिंग में गिरावट

इंग्लैंड की WTC प्वाइंट्स अब 24 से घटकर 22 हो गई हैं जिससे उसका प्वाइंट प्रतिशत (PCT) 66.67% से घटकर 61.11% हो गया। इस गिरावट का सीधा फायदा श्रीलंका को हुआ जिसने इंग्लैंड को पीछे छोड़ते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया। वहीं ऑस्ट्रेलिया अब भी 100 प्रतिशत PCT के साथ शीर्ष पर बना हुआ है और भारत चौथे स्थान पर है।

दो ओवर कम फेंकना पड़ा भारी, जुर्माना और कटौती दोनों

मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने यह जुर्माना इसलिए लगाया क्योंकि इंग्लैंड की टीम निर्धारित समय सीमा के अनुसार दो ओवर कम फेंक पाई। ICC के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार हर ओवर कम करने पर खिलाड़ियों की मैच फीस से 5 प्रतिशत की कटौती होती है। साथ ही WTC अनुच्छेद 16.11.2 के अनुसार हर ओवर की कमी पर एक अंक काटा जाता है।

कप्तान बेन स्टोक्स ने स्वीकार की गलती, नहीं हुई सुनवाई

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस गलती को स्वीकार कर लिया और ICC द्वारा दी गई सज़ा को भी मान लिया। इसी वजह से किसी औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। हालांकि यह इंग्लैंड के लिए चिंता का विषय है क्योंकि पिछली WTC साइकिल में भी इसी गलती के कारण उन्हें 26 अंक गंवाने पड़े थे।

भविष्य में हो सकता है और नुकसान, इंग्लैंड को सतर्क रहने की जरूरत

यह इंग्लैंड के लिए चेतावनी है कि यदि उन्होंने अपनी ओवर गति की गलती को सुधारा नहीं, तो आने वाले मैचों में उन्हें और भी अंक गंवाने पड़ सकते हैं। इससे न केवल उनकी रैंकिंग पर असर पड़ेगा बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाना भी मुश्किल हो सकता है।

 

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लॉर्ड्स में Shubman Gill का गुस्सा फूटा, इंग्लिश ओपनर्स की चालाकी से तिलमिलाए कप्तान

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लॉर्ड्स में Shubman Gill का गुस्सा फूटा, इंग्लिश ओपनर्स की चालाकी से तिलमिलाए कप्तान

Shubman Gill: लॉर्ड्स टेस्ट का तीसरा दिन भले ही शांत तरीके से शुरू हुआ हो लेकिन जैसे-जैसे दिन ढला, माहौल बिल्कुल फिल्मी हो गया। भारत की पहली पारी 387 रन पर सिमट गई और टीम को इंग्लैंड पर कोई बढ़त नहीं मिल पाई। इसके बाद इंग्लैंड को दिन के अंत में दो ओवर खेलने थे। लेकिन उसके ओपनर्स का व्यवहार ऐसा लग रहा था जैसे वो इन दो ओवरों को खेलने का बिल्कुल भी मन नहीं बना रहे थे।

जैक क्रॉली और बेन डकेट की टालमटोल

इंग्लैंड के ओपनर जैक क्रॉली और बेन डकेट जैसे ही क्रीज पर आए, उन्होंने खेल को खींचने की रणनीति अपनाई। कभी क्रीज छोड़ना तो कभी अनावश्यक रुकावटें डालना शुरू कर दिया। यह देखकर भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह परेशान हो गए और उन्होंने अंपायर से इसकी शिकायत की। लेकिन असली गुस्सा कप्तान शुभमन गिल का था जो सबके सामने फूट पड़ा।

शुभमन गिल का गुस्सा और विवादास्पद शब्द

बुमराह की तीसरी गेंद फेंकने से पहले जैक क्रॉली ने पीछे हटकर खेल को और खींचा। इसी दौरान शुभमन गिल का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने क्रॉली को खुलेआम तीखे शब्दों में लताड़ा। हालांकि गिल ने जो कहा वो सार्वजनिक रूप से कह पाना मुश्किल है। उनकी आवाज कैमरे में रिकॉर्ड हुई और यह क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

डकेट भी भिड़े, माहौल बना तनावपूर्ण

शुभमन गिल की इस प्रतिक्रिया के बाद बेन डकेट भी बहस में कूद पड़े। दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच बहस इतनी तेज हो गई कि मैदान का माहौल तनावपूर्ण हो गया। कैमरे पर साफ दिखाई दे रहा था कि गिल और डकेट के बीच बहस लंबी चली और माहौल गरमा गया। हालांकि आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया गया कि दोनों के बीच बातचीत में क्या हुआ।

मुकाबले की स्थिति और आगे की राह

तीसरे दिन के खेल के अंत में इंग्लैंड ने भारत पर 2 रन की मामूली बढ़त ले ली है। मुकाबला अब रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है और यह देखना दिलचस्प होगा कि चौथे दिन कौनसी टीम बढ़त बनाएगी। लेकिन जो बात सबसे ज्यादा चर्चा में रही वो शुभमन गिल का गुस्सा और इंग्लिश ओपनर्स की चालाकी रही।

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