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Operation Sindoor: जनरल आसिम मुनीर अस्पताल में घायल पाकिस्तानी सैनिकों से मिलने पहुंचे, क्या है सच्चाई?

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Operation Sindoor: जनरल आसिम मुनीर अस्पताल में घायल पाकिस्तानी सैनिकों से मिलने पहुंचे, क्या है सच्चाई?

Operation Sindoor: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। भारत ने ऑपरेशन सिंधूर चलाकर न केवल पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों को खत्म किया, बल्कि पाकिस्तान को उसकी औकात भी दिखा दी। इस ऑपरेशन ने भारत की शक्ति और मजबूती का संदेश दिया। अब पाकिस्तान के जनरल मुनिर ने खुद यह बताया है कि ऑपरेशन सिंधूर में पाकिस्तान को क्या हुआ था और भारत की प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान की स्थिति कैसी थी।

पाकिस्तानी सेना के घायल सैनिकों का वीडियो हुआ वायरल

ऑपरेशन सिंधूर में भारतीय सेना के हाथों बुरी तरह हारने के बाद पाकिस्तानी सेना के जनरल आसिम मुनिर अस्पताल पहुंचे थे। मुनिर का यह वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह घायल सैनिकों से मिलने के लिए पहुंचे थे। इस वीडियो में पाकिस्तानी सैनिकों की हालत देखकर साफ दिख रहा था कि भारतीय सेना की कार्रवाई ने उन्हें बुरी तरह से मात दी है। कुछ सैनिकों के हाथ टूटे हुए थे तो कुछ गंभीर रूप से घायल थे। इस वीडियो को कई भाजपा नेताओं ने शेयर किया और पाकिस्तान की हालत को उजागर किया।

जनरल मुनिर का घमंड और बयान

सोमवार को जनरल मुनिर ने पाकिस्तान की सेना के आत्मविश्वास का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना पूरी तरह से मजबूत है और कोई भी शत्रुतापूर्ण योजना उनकी मजबूत इच्छा को कमजोर नहीं कर सकती। मुनिर यह बयान रावलपिंडी के संयुक्त सैन्य अस्पताल में घायल सैनिकों से मिलने के दौरान दे रहे थे। उन्होंने वहां के सैनिकों और नागरिकों से मुलाकात की और उनकी हालत के बारे में जानकारी ली। इस दौरान मुनिर ने कहा कि पाकिस्तान का हर नागरिक अपनी सेना के साथ खड़ा है और पूरे देश का समर्थन उनकी सेना को प्राप्त है।

पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन ‘बुनयानम मरसू’ और संसद का समर्थन

इस बीच, पाकिस्तान सेना ने ऑपरेशन ‘बुनयानम मरसू’ की शुरुआत की है। यह ऑपरेशन भारतीय हमलों के जवाब में किया गया था। पाकिस्तान सेना ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि ऑपरेशन ‘बुनयानम मरसू’ 10 मई को शुरू किया गया था, जो ऑपरेशन ‘मारका-ए-हक’ का हिस्सा है। पाकिस्तान सेना के मुताबिक, ‘मारका-ए-हक’ एक व्यापक संघर्ष का नाम है, जो 22 अप्रैल से 10 मई तक चला। वहीं, पाकिस्तान की संसद, नेशनल असेंबली ने सोमवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें सेना की तारीफ की गई और उसे पूरी तरह से समर्थन दिया गया।

भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की स्थिति अब बहुत कमजोर हो गई है। ऑपरेशन सिंधूर ने न केवल पाकिस्तान के आतंकवादियों को खत्म किया बल्कि उसकी सेना को भी करारा झटका दिया। जनरल मुनिर का घमंड अब बिखर चुका है, और पाकिस्तान सेना की हालत गंभीर हो चुकी है। इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया कि भारत किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

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Raja Raghuvanshi Case: मेघालय की रहस्यमयी भूमि बनी हत्या की साजिश का केंद्र, सोनम का नया ठिकाना कहाँ?

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Raja Raghuvanshi Case: मेघालय की रहस्यमयी भूमि बनी हत्या की साजिश का केंद्र, सोनम का नया ठिकाना कहाँ?

Raja Raghuvanshi Case: राजा रघुवंशी हत्या मामले में अब सोनम रघुवंशी की अगली मंजिल शिलॉन्ग जिला जेल होगी। पुलिस रिमांड के बाद उन्हें इसी जेल में रखा जाएगा। अगर अदालत में सोनम दोषी पाई जाती हैं तो वह जीवन भर इसी जेल में रहेंगी। फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में हैं।

महिला कैदियों की संख्या में सोनम की एंट्री

शिलॉन्ग जिला जेल में सोनम दूसरी महिला होंगी जिन्हें हत्या के केस में बंद किया जाएगा। इस जेल में कुल 496 कैदी हैं जिनमें से सिर्फ 19 महिलाएं हैं। सोनम इस जेल की 20वीं महिला कैदी बनेंगी और हत्या के गंभीर मामले में जेल जाएंगी।

Raja Raghuvanshi Case: मेघालय की रहस्यमयी भूमि बनी हत्या की साजिश का केंद्र, सोनम का नया ठिकाना कहाँ?

सोनम पर 24 घंटे नजर रखी जाएगी

सोनम को जेल अधीक्षक कार्यालय के पास बनी एक विशेष बैरक में रखा जाएगा। उनके साथ दो वरिष्ठ महिला विचाराधीन कैदियों को भी रखा जाएगा जो उन पर निगरानी रखेंगी। साथ ही CCTV कैमरों के जरिए सोनम पर चौबीसों घंटे नजर रखी जाएगी ताकि वह कोई गलत कदम न उठा लें।

जेल में मिलेंगी ये सुविधाएं

सोनम को जेल के नियमों के अनुसार टीवी देखने की सुविधा दी जाएगी और वह अपने परिवार से मिलने की तय प्रक्रिया के अनुसार मिल सकेंगी। उनसे मिलने आने वालों के नाम पहले से जेल प्रशासन को देने होंगे। उन्हें नाश्ता दोपहर का खाना और रात का खाना जेल के समयानुसार मिलेगा।

सोनम को करना होगा जेल में काम

जेल में रहने के दौरान सोनम को भी अन्य महिला कैदियों के साथ मिलकर सिलाई और अन्य कौशल विकास से जुड़े काम करने होंगे। यह काम उन्हें जेल के नियमों के अनुसार करने होंगे। यह सब इस उद्देश्य से किया जाएगा कि वह मानसिक रूप से मजबूत बनी रहें और सकारात्मक रहें।

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Ahmedabad Plane Crash: सिर्फ मलबा रह गया पीछे! Air India हादसे ने छीना 329 यात्रियों का जीवन, इतिहास का सबसे दर्दनाक मोड़

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Ahmedabad Plane Crash: सिर्फ मलबा रह गया पीछे! Air India हादसे ने छीना 329 यात्रियों का जीवन, इतिहास का सबसे दर्दनाक मोड़

Ahmedabad Plane Crash: 13 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश हो गई। यह हादसा दोपहर 1:30 बजे हुआ जब विमान रनवे से उड़ान भरने के बाद पास ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई। सिर्फ एक यात्री ही जीवित बचा है। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से पास के रिहायशी इलाके में भी आग फैल गई जिससे 56 और लोगों की जान चली गई। इस तरह कुल 297 लोगों की मौत इस एक हादसे में हुई। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी इस विमान में सवार थे और इस हादसे में उनका भी निधन हो गया।

एयर इंडिया के इतिहास में हादसों की लंबी फेहरिस्त

एयर इंडिया पहले भी कई बड़े हादसों का शिकार हो चुकी है। 1966 में एक विमान हादसे में देश के महान वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा की मौत हुई थी। इसके अलावा 1978 1982 और 1985 में भी एयर इंडिया की फ्लाइट्स हादसों का शिकार बनीं जिनमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी। इन घटनाओं ने हमेशा देश को झकझोर कर रख दिया।

Ahmedabad Plane Crash: सिर्फ मलबा रह गया पीछे! Air India हादसे ने छीना 329 यात्रियों का जीवन, इतिहास का सबसे दर्दनाक मोड़

होमी जहांगीर भाभा की दर्दनाक मौत

24 जनवरी 1966 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-101 मुंबई से लंदन जा रही थी। यह विमान माउंट ब्लांक पर्वत श्रृंखला में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 117 लोगों की मौत हुई जिनमें भारत के महान परमाणु वैज्ञानिक डॉ होमी जहांगीर भाभा भी शामिल थे। उनके नाम पर बाद में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर की स्थापना हुई।

1985 का आतंकी हमला और सबसे बड़ा विमान विस्फोट

23 जून 1985 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-182 को खालिस्तानी आतंकियों ने बम धमाके से उड़ा दिया। यह फ्लाइट कनाडा के टोरंटो से मुंबई आ रही थी। यह हादसा अटलांटिक महासागर के ऊपर हुआ और इसमें 329 लोगों की मौत हो गई। यह भारतीय उड्डयन इतिहास की सबसे खतरनाक आतंकी घटना मानी जाती है।

कोझिकोड हादसा और वंदे भारत मिशन की त्रासदी

7 अगस्त 2020 को वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से लौट रही फ्लाइट AI एक्सप्रेस-1344 कोझिकोड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान फिसल गई। इस हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह विमान कोविड काल में विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भेजा गया था।

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Raja Raghuvanshi Case: कामाख्या देवी मंदिर की तस्वीर बनी हत्या से पहले की आखिरी याद! क्या यही थी सोनम की साजिश की पहली सीढ़ी

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Raja Raghuvanshi Case: कामाख्या देवी मंदिर की तस्वीर बनी हत्या से पहले की आखिरी याद! क्या यही थी सोनम की साजिश की पहली सीढ़ी

Raja Raghuvanshi Case: राजा रघुवंशी की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें वह कमाख्या देवी के मंदिर के पास पहाड़ियों के बीच खड़े हैं। यह वही यात्रा थी जो उनकी पत्नी सोनम की शर्त पर की गई थी। राजा इस तस्वीर में खुश नजर आ रहे हैं और फोन चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि यह फोटो खुद सोनम ने खींची थी।

पत्नी की अजीब शर्त ने बदली किस्मत

सोनम रघुवंशी ने राजा के सामने एक अनोखी शर्त रखी थी कि वह तब तक शारीरिक संबंध नहीं बनाएंगी जब तक कि कमाख्या देवी के दर्शन न हो जाएं। राजा ने इसे प्यार की निशानी समझते हुए यह शर्त मानी और उन्हें मंदिर लेकर गया। पर किसे पता था कि यही यात्रा उनकी आखिरी खुशी होगी।

जिसे अपनाया उसी ने की साजिश

राजा रघुवंशी अब इस दुनिया में नहीं हैं। जिनके साथ वह जिंदगी बिताने का सपना देख रहे थे वही पत्नी सोनम उनकी मौत की वजह बन गई। राजा का दोष बस इतना था कि उन्होंने परिवार की पसंद से शादी की और जीवन में समझौता करना चुना। सोनम चाहती तो इनकार कर सकती थीं लेकिन उन्होंने एक खौफनाक रास्ता चुना।

Raja Raghuvanshi Case: कामाख्या देवी मंदिर की तस्वीर बनी हत्या से पहले की आखिरी याद! क्या यही थी सोनम की साजिश की पहली सीढ़ी

प्रेमी के साथ मिलकर रची गई हत्या की योजना

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा को खत्म करने की योजना बनाई। फिर राज ने तीन सुपारी किलर्स के जरिए राजा को मरवा दिया। यह साजिश सोच-समझकर और बेहद क्रूर तरीके से अंजाम दी गई थी।

जांच में खुलती गई परतें

राजा की लाश 2 जून को मिली थी। इसके बाद 9 जून को सोनम ने अपने भाई को अपनी लोकेशन बताई। पुलिस ने सोनम को यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तार किया और फिर इस खौफनाक वारदात की परतें एक-एक कर सामने आने लगीं। हर खुलासा पहले से ज्यादा हैरान करने वाला था।

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