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Here are the big stories from Karnataka today

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Here are the big stories from Karnataka today
माओवादी नेता विक्रम गौड़ा जो 18 नवंबर को एएनएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे, उनका 20 नवंबर, 2024 को उडुपी जिले के हेबरी तालुक में उनके पैतृक स्थान कुडलू में अंतिम संस्कार किया गया।

माओवादी नेता विक्रम गौड़ा जो 18 नवंबर को एएनएफ के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे, उनका 20 नवंबर, 2024 को उडुपी जिले के हेबरी तालुक में उनके पैतृक स्थान कुडलू में अंतिम संस्कार किया गया। फोटो साभार: उमेश एस शेट्टीगर

1. विक्रम गौड़ा मुठभेड़ हत्या: कैसे एंटी नक्सल फोर्स के अधिकारियों ने माओवादी नेता पर घात लगाकर हमला किया

स्थानीय पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में, एंटी नक्सल फोर्स (करकला यूनिट) के डीएसपी राघवेंद्र आर नाइक, जिन्होंने 19 नवंबर की शाम को माओवादी नेता विक्रम गौड़ा को मारने वाली मुठभेड़ का नेतृत्व किया था, ने कहा कि वे घर के आसपास जंगल में घात लगाकर इंतजार कर रहे थे। जहां उनकी गुप्त सूचना के अनुसार विक्रम गौड़ा के आने की उम्मीद थी।

अपनी शिकायत में, जिसकी एक प्रति प्राप्त की जा सकती है द हिंदूश्री नाइक ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर कि माओवादियों के नादपालु गांव के पीताबैलु क्षेत्र में तीन घरों में आने की उम्मीद है, एएनएफ कर्मी 18 नवंबर को शाम 5 बजे से इन घरों के आसपास के वन क्षेत्र में घात लगाकर बैठे थे। , विक्रम गौड़ा और अन्य लोग बंदूकों से लैस होकर इलाके में आते हैं।

जब पुलिस अधिकारियों ने उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, तो माओवादियों ने “माओवादी जिंदाबाद” के नारे लगाने शुरू कर दिए और उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। श्री नाइक ने कहा कि जब बार-बार चेतावनी के बावजूद गोलीबारी जारी रही, तो एएनएफ अधिकारियों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। जबकि विक्रम गौड़ा को चोट लगी और वह गिर गए, जंगल में भाग गए।

वांछित माओवादी नेता था कुडलू स्थित उनके पैतृक स्थान पर अंतिम संस्कार किया गया 20 नवंबर, 2024 को हेबरी तालुक में। मणिपाल में केएमसी में पोस्टमार्टम के बाद, पुलिस ने शव को उनके भाई सुरेश गौड़ा और बहन सुगुना को सौंप दिया, जिन्होंने गौड़ा का अंतिम संस्कार उनके स्वामित्व वाली जमीन के एक छोटे से टुकड़े में किया। उनके रिश्तेदार और स्थानीय लोग। विक्रम गौड़ा की मुठभेड़ हत्या की संपूर्ण और विस्तृत कवरेज के लिए, यहां पढ़ें.

2. बेंगलुरु टेक समिट 2024: कर्नाटक ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी नीति के मसौदे का अनावरण किया

का मसौदा कर्नाटक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी नीति 2024-2029 20 नवंबर को बेंगलुरु टेक समिट में जारी किया गया था। मसौदा नीति के माध्यम से, कर्नाटक सरकार ने इस क्षेत्र के राष्ट्रीय बाजार में 50% हिस्सेदारी रखने और 5% के साथ कर्नाटक को अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक वैश्विक गंतव्य में बदलने का लक्ष्य रखा है। वैश्विक बाजार हिस्सेदारी का.

नीति वाणिज्यिक, रक्षा अंतरिक्ष और इलेक्ट्रॉनिक्स, अंतरिक्ष अनुसंधान, खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी के लिए अंतरिक्ष मूल्य श्रृंखला के सभी खंडों (अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम) पर ध्यान केंद्रित करेगी। कर्नाटक ने 1,500 महिलाओं सहित 5,000 छात्रों और युवा पेशेवरों को घरेलू और वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र में रोजगार योग्य बनाने के लिए प्रशिक्षित और कुशल बनाने की योजना बनाई है।

इस बीच, इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ऑटोमोटिव क्षेत्र के विकास में मदद करने के लिए उनके साथ काम करने की इच्छुक है स्वदेशी रूप से ऑटोमोटिव सेंसर का निर्माण करें. उन्होंने कहा कि विदेशों में निर्मित सेंसरों पर भारत के ऑटोमोटिव उद्योग की निर्भरता को संबोधित करने के लिए अगले सप्ताह ऑटोमोटिव उद्योग और अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र के साथ एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी।

3. पत्रकार वीटी राजशेखर का मंगलुरु में निधन

पत्रकार, लेखक, कार्यकर्ता और तत्कालीन संस्थापक संपादक दलित आवाज पत्रिका वीटी राजशेखर न रह जाना 20 नवंबर को मंगलुरु के एक निजी अस्पताल में। वह 93 वर्ष के थे। उनके परिवार में उनके बेटे सलिल शेट्टी हैं, जो एमनेस्टी इंटरनेशनल के पूर्व महासचिव हैं।

राजशेखर एक पत्रकार थे इंडियन एक्सप्रेस दो दशकों से अधिक समय से। की स्थापना उन्होंने की दलित आवाज 1981 में। वह दलित अधिकारों के प्रबल समर्थक थे और संघ परिवार और दक्षिणपंथी संगठनों के आलोचक थे।

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ISI Agent कासिम के बाद अब भाई असीम हिरासत में, दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई

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ISI Agent कासिम के बाद अब भाई असीम हिरासत में, दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई

कुछ दिन पहले राजस्थान के दीग से ISI Agent कासिम को गिरफ्तार किया गया था। अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कासिम के भाई आसिम को राजस्थान से हिरासत में लिया है। हालांकि आसिम को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि उसे फिलहाल पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है। आसिम पर भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने का शक है। पुलिस इस मामले में दोनों भाइयों से पूछताछ कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि क्या आसिम भी पहले से पाकिस्तान के लिए जासूसी करता रहा है।

कासिम तक पहुंचा था ISI का जाल आसिम के जरिए

पुलिस जांच में सामने आया है कि ISI ने कासिम को अपने जाल में फंसाने के लिए उसके भाई आसिम का इस्तेमाल किया। कासिम मौलवी है इसलिए इसे जासूसी के लिए इस्तेमाल करना आसान था क्योंकि कोई उस पर शक नहीं करता। पुलिस के मुताबिक, कासिम और आसिम दोनों के बीच ISI ने एक खास नेटवर्क बनाया था। अब दोनों भाइयों से लगातार पूछताछ जारी है ताकि इस जासूसी के पूरे षड़यंत्र का पता लगाया जा सके।

ISI Agent कासिम के बाद अब भाई असीम हिरासत में, दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई

कासिम ने पूछताछ में बड़ी बातें बताईं

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में कासिम ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं। उसने बताया कि उसे पाकिस्तान के लाहौर में सेना के एक कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी। उसे तीन ISI अधिकारियों ने ट्रेनिंग दी। जांच में यह भी पता चला कि कासिम समेत कुछ आरोपियों को पाकिस्तान में तीन ISI अफसर ट्रेनिंग दे रहे थे। इनमें से दो अफसरों के कोडनेम शाहजी और ताउजी हैं, जबकि एक ISI अधिकारी का नाम वकास बताया गया है। इन अधिकारियों का मकसद भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी इकट्ठा करना और जासूसी करना था।

आसिम का कासिम के ISI कनेक्शन से जुड़ाव

कासिम की पूछताछ के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम आसिम की तलाश में थी। अब आसिम को भी हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस को शक है कि आसिम ने ISI के लिए कई सालों से जासूसी की है। वह अलवर में सेना की चौकी की रेक्की करता था और सेना की गाड़ियों की हर गतिविधि पर नजर रखता था। उसने सेना के वाहन की तस्वीरें भी खींची। पुलिस ने आसिम के फोन को लैब में भेजा है ताकि उसकी व्हाट्सएप चैट और अन्य डेटा निकाले जा सकें। इससे पता चलेगा कि आसिम ने पाकिस्तान में अपने हैंडलर को कौन-कौन सी जानकारी भेजी। पूछताछ के बाद और भी बड़े राज खुलने की उम्मीद है।

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Delhi News: आने वाले दिनों में क्या बड़ा कदम उठाने वाली है रेखा सरकार! जानिए मुख्यमंत्री की रणनीति

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Delhi News: आने वाले दिनों में क्या बड़ा कदम उठाने वाली है रेखा सरकार! जानिए मुख्यमंत्री की रणनीति

Delhi News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शुक्रवार को दिल्ली के सीबीएसई टॉपर्स का सम्मान किया। यह सम्मान शैक्षणिक सत्र 2024-2025 के कक्षा 10वीं और 12वीं के टॉपर्स को दिया गया। साथ ही उन स्कूलों को भी पुरस्कार दिए गए जिन्होंने 100 प्रतिशत परिणाम हासिल किए। यह कार्यक्रम राजनिवास मार्ग स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय में आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में और शिक्षा मंत्री विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

उत्कृष्ट विद्यार्थियों को मिला विशेष सम्मान

कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं के बेहतरीन परिणाम लाने वाले 10-10 स्कूलों को चुना गया। 10वीं में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 16 छात्रों और 12वीं में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 71 छात्रों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अमिताभ बच्चन का प्रसिद्ध डायलॉग याद दिलाया और दुष्यंत कुमार की पंक्तियां पढ़कर विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि आसमान में छेद किया जा सकता है बस पूरी ताकत से पत्थर फेंकने की जरूरत है।

दिल्ली सरकार के स्कूलों पर गर्व

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ाई करके बच्चों ने जो ऊंचाइयां हासिल की हैं वह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने सभी को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने बताया कि पिछली सरकारों में इस तरह के कार्यक्रम छह महीने की देरी से होते थे जिससे बच्चों की खुशी कम हो जाती थी। उन्होंने शिक्षा मंत्री से इस कार्यक्रम को तुरंत आयोजित करने का आग्रह किया था और उसी पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। एसबीआई ने बच्चों को आईपैड भी दिए जिसके लिए उन्होंने धन्यवाद दिया।

स्कूल के दिनों की यादें और भविष्य की उम्मीदें

मुख्यमंत्री ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए बताया कि वह खुद अशोक विहार की छात्रा रह चुकी हैं और उन्हें 87 प्रतिशत अंक मिले थे। उन्होंने कहा कि आज हम विश्व स्तरीय सुविधाएं चाहते हैं ताकि बच्चे दिलचस्पी लें। डिजिटल लाइब्रेरी हो अच्छे शिक्षक हों और एक बेहतरीन माहौल हो ताकि चाहे कोई डॉक्टर बने इंजीनियर बने या पायलट बने दिल्ली का नाम जुड़ा रहे।

सरकार की प्राथमिकताएं और आगे की योजनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों को माता पिता की प्राथमिकता बनाना चाहिए। जैसे पोस्ट ग्रेजुएशन में सरकारी कॉलेजों को महत्व दिया जाता है वैसे ही स्कूलों को भी दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार के 100 दिन पूरे हो चुके हैं और उन्होंने नीतिगत फैसले लिए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों में आशा जगाते हुए कहा कि अगली बार 100 प्रतिशत परिणाम लाना है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों ने 9वीं और 11वीं के डेढ़ लाख बच्चों को स्कूलों से बाहर किया था अब उनकी भी अच्छे से मार्गदर्शन की जरूरत है।

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Karnataka: बलात्कार के आरोप के बाद मठ पर चला बुलडोजर! रायबाग में मचा हड़कंप,

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Karnataka: बलात्कार के आरोप के बाद मठ पर चला बुलडोजर! रायबाग में मचा हड़कंप,

Karnataka: आज कर्नाटक के बेलगाम जिले के रायबाग इलाके में एक मठ पर बुलडोजर चला दिया गया। यह मठ लोकेश्वर स्वामी का था जो मेखली गांव में बना हुआ था। रायबाग के तहसीलदार के आदेश पर गुरुवार को इसे ज़मीनदोज़ कर दिया गया।

मठ के स्वामी पर बलात्कार का आरोप

तीन दिन पहले पुलिस ने इस मठ के प्रमुख 30 वर्षीय लोकेश्वर स्वामी को नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया था। लड़की के परिवार ने इलाज के नाम पर उसे स्वामी के पास भेजा था लेकिन उसने पुलिस में शिकायत कर दी कि स्वामी ने उसे दो अलग-अलग शहरों में ले जाकर होटल में बलात्कार किया।

Karnataka: बलात्कार के आरोप के बाद मठ पर चला बुलडोजर! रायबाग में मचा हड़कंप,

सरकारी ज़मीन पर कब्ज़े का आरोप

बलात्कार के मामले से पहले ही इस मठ पर सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा करने का आरोप था। तहसीलदार ने पिछले छह महीनों में तीन बार नोटिस भेजकर मठ खाली करने के निर्देश दिए थे। जांच में सामने आया कि सात साल पहले स्वामी ने शेड लगाकर मठ का काम शुरू किया और धीरे-धीरे अवैध निर्माण करके बड़ा मठ बना लिया।

प्रशासन ने दी अंतिम चेतावनी

रायबाग तालुक प्रशासन ने सात दिन पहले आखिरी नोटिस दिया था लेकिन मठ के प्रबंधन ने उसे खाली करने की कोई पहल नहीं की। इसके बाद प्रशासन ने आज सुबह बुलडोजर की कार्रवाई शुरू कर दी। स्वामी की गिरफ्तारी के बाद गांव वालों में भी मठ के खिलाफ गुस्सा देखा गया।

भारी पुलिस सुरक्षा में कार्रवाई

आज सुबह रायबाग के तहसीलदार अधिकारियों और पुलिस सुरक्षा के साथ जेसीबी मशीन लेकर पहुंचे। मठ को खाली कराया गया और फिर बुलडोजर चलाकर मठ को गिरा दिया गया। इस पूरे मामले को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया और स्थानीय लोग भी इस कार्रवाई से संतुष्ट दिखे।

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