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Operation Sindoor के बाद रक्षा क्षेत्र के शेयरों में उछाल क्या हो सकती है बड़ी वृद्धि

Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रक्षा क्षेत्र के शेयरों में एक बढ़ोतरी देखी जा रही है। भारतीय सेना ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला ऑपरेशन सिंदूर के जरिए लिया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। हालांकि इस बढ़ते तनाव के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में हरे निशान पर ट्रेडिंग हो रही है और विशेष रूप से रक्षा क्षेत्र के शेयरों में बढ़त देखी जा रही है।
रक्षा शेयरों में बढ़ोतरी के संकेत
गुरुवार को भारतीय रक्षा कंपनियों के शेयरों में बढ़ोतरी देखने को मिली। भारत डायनमिक्स के शेयर की कीमत ₹1,492.90 तक पहुंच गई, जो 3 प्रतिशत की वृद्धि थी। इसके अलावा मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर ₹2886.50 पर ट्रेड कर रहे थे, जिसमें 2.45 प्रतिशत का उछाल था। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के शेयर ₹4496 तक पहुंच गए, जिसमें 0.58 प्रतिशत का इज़ाफा हुआ। इसके अलावा गार्डन रीच शिपबिल्डर्स और कोचीन शिपयार्ड के शेयर भी बढ़े। निफ्टी डिफेंस इंडेक्स में भी 1.10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
कभी-कभी निवेशकों में लाभ की बुकिंग
जहां एक तरफ रक्षा क्षेत्र के शेयरों में मजबूती देखी जा रही है वहीं कुछ निवेशक लाभ बुकिंग भी कर रहे हैं। कुछ निवेशकों ने वर्तमान भू-राजनीतिक तनावों के कारण सतर्कता अपनाई है। इसके अलावा विश्लेषकों का कहना है कि इन शेयरों की उच्च वैल्यूएशन के कारण कुछ निवेशक इस समय बाजार से बाहर रहना चाहते हैं। इस पर भी निगाहें हैं कि भविष्य में शेयरों में और उछाल आएगा या नहीं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की जान चली गई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर का संचालन किया। इस ऑपरेशन के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। सरकार ने गुरुवार दोपहर को बताया कि यह ऑपरेशन अभी भी जारी है। इस स्थिति में रक्षा कंपनियां अपनी ऑपरेशनों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर सकती हैं, जिसका असर इन कंपनियों के शेयरों पर देखा जा सकता है।
रक्षा कंपनियों पर नजरें टिकी हैं
अब जबकि ऑपरेशन सिंदूर जारी है और दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, रक्षा कंपनियों की स्थिति पर नजरें टिकी हुई हैं। भारत सरकार इस ऑपरेशन के जरिए पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बना रही है। इससे रक्षा कंपनियों के शेयरों में इज़ाफा हो सकता है और उनके ऑपरेशन में भी तेज़ी आ सकती है। इस पर कई निवेशक और विश्लेषक ध्यान दे रहे हैं कि आने वाले समय में रक्षा क्षेत्र की कंपनियों के लिए क्या संभावनाएं बन सकती हैं।
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Wedding Insurance: फेरों से पहले सुरक्षा की गांठ! अब बीमा देगा समाधान, जानिए कैसे काम करता है वेडिंग इंश्योरेंस

Wedding Insurance: इस समय देशभर में शादियों का सीजन चल रहा है। लाखों लोग शादी के बंधन में बंध रहे हैं और हर कोई इस पल को खास बनाना चाहता है। शादी के बाद घर खरीदना भले ही बड़ा खर्च माना जाता हो लेकिन शादी खुद एक बहुत बड़ा वित्तीय निवेश होता है।
वेडिंग इंश्योरेंस क्यों हो गया है जरूरी
जब शादी पर लाखों या करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हों तो यह सोच जरूरी हो जाती है कि अगर कोई अनहोनी हो गई तो नुकसान कौन भरेगा। ऐसे में वेडिंग इंश्योरेंस आपकी मदद करता है। यह बीमा किसी भी तरह की रुकावट से होने वाले आर्थिक नुकसान से सुरक्षा देता है जैसे कि शादी टलना या रद्द होना।
किन हालातों में करता है सुरक्षा का काम
वेडिंग इंश्योरेंस में कई तरह की प्राकृतिक और मानवीय आपदाएं शामिल की जाती हैं। इसमें असमय बारिश तूफान आग भूकंप और दंगे जैसी घटनाओं को शामिल किया जाता है। अगर शादी के स्थान पर कोई क्षति हो जाए या वह उपयोग करने लायक न रहे तो इस बीमा से उसका भी नुकसान कवर हो जाता है।
परिवार की आपदाएं और अप्रत्याशित घटनाएं
अगर शादी के समय दूल्हा दुल्हन या उनके माता पिता भाई बहन जैसी नज़दीकी रिश्तेदारों को कोई दुर्घटना या मृत्यु हो जाए तो भी यह बीमा काम आता है। इन स्थितियों में शादी टल जाती है और नुकसान बहुत बड़ा होता है लेकिन बीमा इसमें काफी राहत देता है।
अतिरिक्त फायदे और मन की शांति
वेडिंग इंश्योरेंस में कई ऐड-ऑन भी मिलते हैं जैसे कि कपड़ों का बीमा या हनीमून ट्रिप का बीमा। अगर शादी का लहंगा रास्ते में खो जाए या हनीमून ट्रिप में कोई बाधा आ जाए तो यह इंश्योरेंस राहत पहुंचाता है। शादी के समय जहां हर कोई टेंशन से दूर रहना चाहता है वहां यह बीमा एक सुरक्षा कवच बन जाता है।
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Stock Market: शेयर बाजार की सुबह रही मिली-जुली कौन-से शेयर बनाएंगे दिन को खास! जानिए किसका रहेगा राज

गुरुवार 12 जून 2025 को भारतीय Stock Market ने हरे निशान में हल्की बढ़त के साथ शुरुआत की। सेंसेक्स 56.53 अंकों की मामूली तेजी के साथ 82,571.67 पर खुला। वहीं निफ्टी 23.05 अंकों की बढ़त के साथ 25,164.45 पर खुला। बुधवार को बाजार ने लाल निशान में शुरुआत की थी।
सेंसेक्स और निफ्टी कंपनियों का मिला-जुला प्रदर्शन
आज सेंसेक्स की 30 में से 11 कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले जबकि 17 कंपनियों में गिरावट दर्ज की गई और 2 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी की 50 में से 21 कंपनियों के शेयरों में बढ़त रही और 29 में गिरावट रही जिससे निवेशकों की धारणा मिली-जुली रही।
इन कंपनियों के शेयरों में रही तेजी
आज एशियन पेंट्स के शेयरों ने सबसे ज्यादा 1.30 प्रतिशत की बढ़त दिखाई। इसके अलावा सन फार्मा 0.66 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 0.65 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक 0.47 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुले। वहीं नेस्ले इंडिया और एक्सिस बैंक में भी हल्की तेजी दर्ज की गई।
इन कंपनियों में दिखी गिरावट
गिरावट की बात करें तो इन्फोसिस के शेयर सबसे ज्यादा 1.23 प्रतिशत गिरे। इनके अलावा एचसीएल टेक 0.56 प्रतिशत, टाटा स्टील 0.54 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.48 प्रतिशत और टेक महिंद्रा 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले। आईसीआईसीआई बैंक और एनटीपीसी जैसे बड़े नाम भी नुकसान में रहे।
बाजार में सतर्कता और उम्मीदों का माहौल
आज के कारोबार में निवेशकों में थोड़ी सतर्कता दिखी है। एक ओर चुनिंदा शेयरों में तेजी से उत्साह बना है तो दूसरी ओर बड़ी कंपनियों के गिरते शेयरों ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। बाजार की दिशा अब आने वाले कारोबारी घंटों पर निर्भर करेगी।
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India Export: भारत का नया एक्सपोर्ट रिकॉर्ड – 825 अरब डॉलर की उड़ान तय, विश्व बाजार में छाया तिरंगा

India Export: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत इस साल 825 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात करेगा। उन्होंने बताया कि इस बढ़ोत्तरी के पीछे मुख्य कारण फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होंगे जो भारत को वैश्विक बाज़ार में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
कई देशों से हुए अहम समझौते
पीयूष गोयल ने बताया कि भारत ने यूएई ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन जैसे देशों और समूहों के साथ व्यापार समझौते किए हैं। इन समझौतों के तहत व्यापार बढ़ेगा और भारतीय निर्यातकों को लाभ मिलेगा। भारत ईएफटीए के साथ किया गया समझौता एक अक्टूबर से लागू हो सकता है।
विश्व व्यापार में संकट लेकिन भारत को भरोसा
मंत्री ने माना कि वैश्विक व्यापार में गिरावट की आशंका है और यह समय भले ही चुनौतीपूर्ण हो लेकिन भारत ने हमेशा ऐसे समय में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने 2024-25 में 825 अरब डॉलर का रिकॉर्ड निर्यात किया और यह आंकड़ा 2025-26 में जरूर पार किया जाएगा।
सेवाओं के निर्यात में भी होगी बढ़ोतरी
एफआईईओ यानी फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के अनुसार भारत का कुल निर्यात 2025-26 में 1000 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। इसमें वस्तुओं के साथ-साथ सेवाओं का भी बड़ा योगदान होगा क्योंकि वैश्विक खरीदार अब भारत को प्राथमिकता दे रहे हैं।
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से मिल रही नई दिशा
पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अब ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन ईयू ओमान पेरू और चिली जैसे विकसित देशों के साथ एफटीए कर रहा है। यह समझौते सोच-समझकर किए गए हैं और इनका मकसद व्यापार में सहयोग बढ़ाना है न कि प्रतियोगिता। इससे भारत का आर्थिक भविष्य मजबूत होगा।
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