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Border-Gavaskar trophy: Avoid getting into confrontations with Virat Kohli as it brings best out of him, says Shane Watson

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Border-Gavaskar trophy: Avoid getting into confrontations with Virat Kohli as it brings best out of him, says Shane Watson
पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली के साथ टकराव से बचने की सलाह दी है क्योंकि उन्हें लगता है कि उकसावे से यह मशहूर भारतीय बल्लेबाज जो तीव्रता हासिल करता है, वह उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराती है। फ़ाइल

पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी शेन वॉटसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली के साथ टकराव से बचने की सलाह दी है क्योंकि उन्हें लगता है कि उकसावे से यह मशहूर भारतीय बल्लेबाज जो तीव्रता हासिल करता है, वह उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराती है। फ़ाइल | फोटो साभार: गेटी इमेजेज़

पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को इससे बचने की सलाह दी है विराट कोहली से टकराव बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में, क्योंकि उन्हें लगता है कि मशहूर भारतीय बल्लेबाज उकसावे से जो तीव्रता हासिल करता है, वह उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराती है।

खराब फॉर्म से गुजर रहे कोहली को अतीत में ऑस्ट्रेलिया में बड़ी सफलता मिली है और वह शुक्रवार (22 नवंबर, 2024) को पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में अपनी लय हासिल करना चाहेंगे। .

भारतीय बल्लेबाजी के मुख्य आधार को उकसाना अक्सर आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए प्रतिकूल साबित हुआ है और वॉटसन ने खुद इसका अनुभव किया है।

वॉटसन के हवाले से कहा गया है, “विराट के बारे में एक बात जो मैं जानता हूं, वह यह है… क्योंकि उनके अंदर आग बहुत तेज और गहराई से जलती है, वह खेल में हर गेंद पर जो तीव्रता लाते हैं वह अलौकिक है।” विलो टॉक पॉडकास्ट।

“लेकिन, हाल के दिनों में ऐसे क्षण आए हैं जब इस करियर में आग बुझने लगी है क्योंकि खेल में शामिल होने वाले हर पल में उस तीव्रता को बनाए रखना बहुत कठिन है।

“और, यहीं पर ऑस्ट्रेलिया को उसे अकेला छोड़ना होगा और आशा करनी होगी कि वह हर गेंद पर तीव्रता – 10 में से नौ तीव्रता – नहीं लाएगा।” कोहली ने 2011 से ऑस्ट्रेलिया में 13 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 54.08 की औसत से 1,352 रन बनाए हैं, जिसमें छह शतक और चार अर्द्धशतक शामिल हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 169 रहा है।

जबकि यह सबसे लंबे प्रारूप में उनका पांचवां डाउन अंडर दौरा होगा, कोहली का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2014-15 श्रृंखला के दौरान आया जब उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 86.50 की औसत से 692 रन बनाए, जिसमें चार शतक और एक अर्धशतक शामिल था।

ये उल्लेखनीय संख्याएँ वॉटसन पर हावी नहीं हैं।

“हमने देखा है कि जब उसे ऑस्ट्रेलिया में सफलता मिली है, तो वह बीच में हर चीज के लिए ऊपर और ऊपर है। हर गेंद पर वह हर एक पल के लिए ऊपर रहता है।

“आप देख सकते हैं कि वह कितनी प्रचंड तीव्रता लाता है, और अगर वह उसे प्राप्त कर लेता है, तो यह बाकी सब कुछ बंद कर देता है। तभी वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर होता है।

वॉटसन ने कहा, “अगर आसपास कुछ हो रहा है और वह तीव्रता नहीं है, तो आप विराट का सबसे अच्छा संस्करण नहीं देखेंगे। इसलिए ऑस्ट्रेलियाई परिप्रेक्ष्य से, उम्मीद करते हैं कि हमें उनका वह संस्करण देखने को मिलेगा।” .

इस साल लाल गेंद के प्रारूप में कोहली का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और वह छह टेस्ट मैचों में 22.72 की औसत से सिर्फ 70 रन ही बना सके।

‘वास्तव में स्मिथ सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे’

जब चर्चा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की ओर मुड़ी, तो वॉटसन ने मजबूत भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए स्टीव स्मिथ का समर्थन किया।

डेविड वार्नर की सेवानिवृत्ति के बाद सलामी बल्लेबाज के रूप में संघर्ष करने के बाद स्मिथ अपने सामान्य नंबर चार स्थान पर वापस आ जाएंगे।

वॉटसन ने कहा, “स्टीव ओपनिंग करना चाहते थे। वह एक नई चुनौती लेने के लिए बहुत उत्सुक थे। लेकिन, उस अवसर के साथ एक बात यह थी कि वह वास्तव में उस समय अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे।”

“तो, उन्हें ओपनिंग करने का मौका मिला, और स्टीव स्मिथ ने अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से इसका भरपूर फायदा उठाया होगा क्योंकि उन्हें सिर्फ रन बनाना पसंद है, चाहे वह ओपनिंग हो या नंबर 4 पर। आप इसे कई बार देख सकते हैं।” जब वह ओपनिंग कर रहा था तब आउट हो गया – उसका खेल और उसकी तकनीक थोड़ी ख़राब थी।” प्रबल प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ मार्की श्रृंखला के लिए, ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने उस्मान ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए 25 वर्षीय अनकैप्ड नाथन मैकस्वीनी को चुना है।

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Dilip Doshi: भारत के दिग्गज स्पिनर दिलीप दोषी अब नहीं रहे, लंदन में हार्ट अटैक से हुआ निधन

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Dilip Doshi: भारत के दिग्गज स्पिनर दिलीप दोषी अब नहीं रहे, लंदन में हार्ट अटैक से हुआ निधन

Dilip Doshi: भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में चल रहे पहले टेस्ट मैच के दौरान जहां एक ओर केएल राहुल और ऋषभ पंत की शानदार शतकीय पारियों ने टीम इंडिया को नई उम्मीद दी, वहीं दिन के अंत में एक दुखद खबर ने सभी क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर दिया। भारत के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर दिलीप दोषी का 77 वर्ष की उम्र में लंदन में निधन हो गया। ESPNcricinfo की रिपोर्ट के अनुसार, दिल का दौरा पड़ने के कारण उनका निधन हुआ। लंबे समय से वह लंदन में ही रह रहे थे।

BCCI और क्रिकेट जगत ने दी श्रद्धांजलि

बीसीसीआई ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बोर्ड ने लिखा, “बीसीसीआई पूर्व भारतीय स्पिनर दिलीप दोषी के निधन पर शोक व्यक्त करता है। वह लंदन में अंतिम सांस ली।” क्रिकेट जगत में उनकी पहचान एक ऐसे खिलाड़ी की रही जो अपने खेल से ज़्यादा, अपने अनुशासन और गंभीरता के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में भी शोक की लहर दौड़ गई है।

देर से किया डेब्यू, लेकिन असरदार रहा करियर

दिलीप दोषी ने भारत के लिए 32 साल की उम्र में डेब्यू किया था। यह उम्र आम तौर पर क्रिकेट करियर के ढलान की मानी जाती है, लेकिन दोषी ने इसे गलत साबित किया। उन्होंने भारत के लिए कुल 33 टेस्ट मैच खेले और 114 विकेट लिए। इसमें 6 बार उन्होंने पारी में 5 विकेट भी झटके। वहीं, 15 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 22 विकेट चटकाए। घरेलू क्रिकेट में वह सौराष्ट्र और बंगाल की ओर से खेले और इंग्लैंड में वार्विकशायर और नॉटिंघमशायर की ओर से भी उन्होंने क्रिकेट खेला।

क्रिकेट से मोहभंग और आत्मकथा ‘Spin Punch’

दिलीप दोषी का क्रिकेट से मोह धीरे-धीरे खत्म होने लगा था। 1980 के दशक में उन्होंने चुपचाप क्रिकेट को अलविदा कह दिया क्योंकि उस समय भारतीय क्रिकेट के प्रबंधन से वह खासे असंतुष्ट थे। उन्होंने अपनी आत्मकथा भी लिखी जिसका नाम है ‘Spin He is a Punch’। इसमें उन्होंने न केवल अपने क्रिकेट करियर की यादें साझा कीं बल्कि क्रिकेट प्रशासन और खेल के बदलते स्वरूप पर भी तीखी टिप्पणियां कीं। 1981 में मेलबर्न में खेले गए टेस्ट मैच में उनकी गेंदबाजी ने भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

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TNPL 2025: अश्विन ने उड़ाए चौके-छक्के, वरुण ने किया कमाल, मैदान में दिखी सहवाग-धोनी की जोड़ी!

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TNPL 2025: अश्विन ने उड़ाए चौके-छक्के, वरुण ने किया कमाल, मैदान में दिखी सहवाग-धोनी की जोड़ी!

TNPL 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में आर अश्विन ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सबका ध्यान खींच लिया। डिंडीगुल ड्रैगन्स और सलेम स्पार्टन्स के बीच हुए इस मैच में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए सलेम की टीम ने 20 ओवर में 187 रन बनाए। उनकी ओर से निधीश राजगोपाल ने 74 रनों की शानदार पारी खेली। लेकिन डिंडीगुल की ओर से सबसे ज्यादा प्रभावी रहे कप्तान आर अश्विन जिन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 23 रन देकर 3 विकेट झटके और सलेम को बड़े स्कोर से रोकने में अहम भूमिका निभाई।

ओपनिंग में सहवाग बनकर आए अश्विन

जब लक्ष्य 188 रनों का था तो अश्विन ने बल्ला उठाया और मैदान में उतरते ही ऐसा लगा मानो सहवाग का रूप धर लिया हो। उन्होंने 14 गेंदों में 36 रनों की तूफानी पारी खेली जिसमें 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट 257 से भी ज्यादा रहा। अश्विन की इस पारी ने डिंडीगुल ड्रैगन्स को तेज शुरुआत दी और जीत की नींव रख दी। उन्होंने शिवम सिंह के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 57 रनों की पार्टनरशिप भी की।

मुकाबला फंसा लेकिन धोनी अवतार में आए वरुण चक्रवर्ती

जहां अश्विन ने मैच की शुरुआत में गियर पांचवे पर रखा वहीं अंत में जब मैच फंसा हुआ था, तब वरुण चक्रवर्ती ने धोनी का रूप लेकर खेल को खत्म किया। आखिरी दो गेंदों पर जब जीत के लिए 7 रन चाहिए थे, तब उन्होंने बिना किसी दबाव के एक छक्का और एक चौका लगाकर टीम को जीत दिला दी। उनका आत्मविश्वास देखकर लगा मानो खुद एमएस धोनी मैदान में उतर आए हों।

सिर्फ 19 गेंदों में आया जीत का संदेश

इस मैच की खास बात यह रही कि जीत के सूत्र केवल 19 गेंदों में छिपे थे। इनमें से 14 गेंदों पर अश्विन ने विस्फोट मचाया और बाकी 5 गेंदों पर वरुण चक्रवर्ती ने मैच का क्लाइमैक्स रचा। वरुण ने 5 गेंदों पर 13 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट रहा 260। इस तरह, ये 19 गेंदें डिंडीगुल ड्रैगन्स के लिए जीत की गारंटी बन गईं।

अश्विन को मिला प्लेयर ऑफ द मैच, दिखाया कप्तानी क्लास

आर अश्विन को इस बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच से नवाजा गया। गेंद और बल्ले दोनों से उनका योगदान निर्णायक रहा। साथ ही उनकी कप्तानी भी काबिले तारीफ रही जिसने टीम को सही समय पर सही फैसलों के ज़रिए जीत दिलाई। वहीं वरुण चक्रवर्ती ने यह साबित कर दिया कि वे सिर्फ गेंदबाज़ ही नहीं, बल्कि मुश्किल समय में फिनिशर की भूमिका भी निभा सकते हैं।

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शतक जड़ने के बाद भी Rishabh Pant को बताया IPL में ‘कुत्ता’! सोशल मीडिया पर भड़के फैंस

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शतक जड़ने के बाद भी Rishabh Pant को बताया IPL में ‘कुत्ता’! सोशल मीडिया पर भड़के फैंस

टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ Rishabh Pant ने इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट में ग़ज़ब की पारी खेली। उन्होंने शानदार शतक ठोककर सभी का दिल जीत लिया। IPL 2025 में खराब प्रदर्शन के बाद टेस्ट क्रिकेट में उनकी वापसी धमाकेदार रही। ये पंत का टेस्ट करियर का सातवां शतक था और इंग्लैंड में तीसरा। इस पारी से उन्होंने टेस्ट में भारत के लिए सबसे ज़्यादा शतक लगाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज़ बनने का भी रिकॉर्ड बना लिया।

सभी ने की तारीफ पर गोयनका ने उड़ाया मज़ाक

जब सभी लोग ऋषभ पंत की इस शानदार पारी की तारीफ कर रहे थे तब लखनऊ सुपरजायंट्स के मालिक संजीव गोयनका के बड़े भाई हर्ष गोयनका ने सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट डाल दिया। उन्होंने ट्विटर (X) पर पंत की टेस्ट और IPL प्रदर्शन की तुलना करते हुए दो तस्वीरें पोस्ट कीं। एक में बाघ था और लिखा था “Pant in Test cricket”। दूसरी में एक कुत्ता था जिस पर बाघ जैसी धारियां पेंट की गई थीं और लिखा था “Pant in IPL”।

पोस्ट पर मचा बवाल और फैंस हुए नाराज़

हर्ष गोयनका की ये पोस्ट सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई। फैंस ने इसे बेहद अपमानजनक बताया और उन्हें जमकर लताड़ा। कई लोगों ने कहा कि भले ही IPL में पंत का प्रदर्शन अच्छा न रहा हो लेकिन इस तरह से एक राष्ट्रीय खिलाड़ी का मज़ाक उड़ाना गलत है। लोग कहने लगे कि ये सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं बल्कि टीम इंडिया के उपकप्तान का भी अपमान है। सोशल मीडिया पर कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी इस पोस्ट पर नाराज़गी जताई।

बिना माफ़ी मांगे हटाया ट्वीट

विवाद बढ़ता देख हर्ष गोयनका ने अपना ट्वीट तो डिलीट कर दिया लेकिन न तो माफ़ी मांगी और न ही कोई सफाई दी। फैंस का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया क्योंकि उन्हें लगा कि ये सिर्फ मज़ाक नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया अपमान है। पंत के समर्थन में कई क्रिकेट फैंस और खिलाड़ी खुलकर सामने आए और कहा कि जब कोई खिलाड़ी देश के लिए जान लगाकर खेल रहा हो तब उसका मज़ाक उड़ाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

पहले भी कर चुके हैं ऐसे विवादित ट्वीट

हर्ष गोयनका का यह पहला ऐसा विवादित ट्वीट नहीं है। जब संजीव गोयनका ने पुणे सुपरजायंट्स टीम खरीदी थी और उस वक्त एमएस धोनी कप्तान थे तो तब भी हर्ष गोयनका ने कई बार सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ तीखे कमेंट किए थे। ऐसे में अब ऋषभ पंत को लेकर की गई टिप्पणी ने एक बार फिर उन्हें विवादों के घेरे में ला दिया है। अब देखना होगा कि क्या वो इस पर आगे सफाई देते हैं या चुप्पी साधे रहते हैं।

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