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WhatsApp नया सुरक्षा फीचर लेकर आ रहा है! साइबर हमलों और स्पैम मैसेज से बचाने वाला बड़ा अपडेट

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WhatsApp नया सुरक्षा फीचर लेकर आ रहा है! साइबर हमलों और स्पैम मैसेज से बचाने वाला बड़ा अपडेट

WhatsApp अपने उपयोगकर्ताओं को साइबर हमलों से बचाने के लिए एक नया सेटिंग फीचर पेश करने जा रहा है। इस नए फीचर की मदद से कई ऐप फंक्शन लॉक किए जाएंगे, जिससे साइबर अपराधी यूजर्स की जानकारी तक नहीं पहुँच पाएंगे। यह फीचर अभी एंड्रॉइड बीटा वर्ज़न में देखा गया है। नई सेटिंग के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को अनजान नंबरों से आने वाले मैसेज की संख्या सीमित करने का विकल्प मिलेगा, जिससे वे अवांछित और स्पैम मैसेज से बच सकेंगे।

सख्त खाता सुरक्षा मोड (Strict Account Settings Mode)

WhatsApp का यह नया फीचर Strict Account Settings Mode नाम से जाना जाएगा। कंपनी इस फीचर पर काम कर रही है और इसे आम उपयोगकर्ताओं तक पहुँचने में कुछ समय लग सकता है। इस मोड की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सभी सुरक्षा सेटिंग्स को सिंगल टॉगल के माध्यम से सक्रिय किया जा सकेगा। इससे उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग प्राइवेसी ऑप्शन और सेटिंग्स बदलने की आवश्यकता नहीं होगी। इस मोड को एक्टिवेट करने के बाद यूजर का IP एड्रेस सुरक्षित रहेगा और कोई भी लोकेशन डेटा के आधार पर उन्हें ट्रैक नहीं कर सकेगा।

WhatsApp नया सुरक्षा फीचर लेकर आ रहा है! साइबर हमलों और स्पैम मैसेज से बचाने वाला बड़ा अपडेट

अज्ञात नंबरों से फाइल्स डाउनलोड नहीं होंगी

नए फीचर को एक्टिवेट करने के बाद अनजान नंबरों से भेजी गई फाइल्स, फोटो और वीडियो डाउनलोड नहीं होंगे। इससे डिवाइस में मैलवेयर या हानिकारक सॉफ़्टवेयर के इंस्टाल होने का खतरा कम हो जाएगा। उपयोगकर्ता केवल टेक्स्ट मैसेज ही अनजान नंबरों से प्राप्त करेंगे। कंपनी इस फीचर में लिंक प्रिव्यू डिसेबल करने का विकल्प भी जोड़ने पर विचार कर रही है। यह कदम यूजर्स की सुरक्षा को और मजबूत करेगा।

अनजान कॉल्स भी होंगे म्यूट

नए फीचर में अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स को म्यूट करने का विकल्प भी शामिल होगा। यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को स्पैम, स्कैम और ज़ीरो-क्लिक अटैक से बचाएगी। इसके अलावा, यूजर्स की प्रोफाइल फोटो, स्टेटस और आखिरी बार देखे गए समय जैसी जानकारी केवल उनके कॉन्टैक्ट्स को ही दिखाई देगी। इस तरह, इस मोड के माध्यम से एक ही टॉगल से सभी प्राइवेसी और सुरक्षा सेटिंग्स लागू की जा सकेंगी, जिससे व्हाट्सएप उपयोग करना और अधिक सुरक्षित हो जाएगा।

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WhatsApp का नया फीचर करेगा स्टोरेज मैनेजमेंट आसान: अब चुनिंदा मैसेज और मीडिया हटाना होगा सरल

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WhatsApp का नया फीचर करेगा स्टोरेज मैनेजमेंट आसान: अब चुनिंदा मैसेज और मीडिया हटाना होगा सरल

WhatsApp अपने यूजर्स के लिए स्टोरेज मैनेजमेंट को और आसान बनाने पर काम कर रहा है। हाल ही में WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, WhatsApp अपने नवीनतम Android 2.25.34.5 बीटा अपडेट में एक नया चैट क्लियरिंग फीचर पेश कर रहा है। इस नए फीचर के जरिए उपयोगकर्ता अब किसी चैट के सभी संदेशों को हटाने की बजाय, चुनिंदा संदेश और मीडिया कैटेगरी को आसानी से डिलीट कर सकेंगे। इसका मतलब यह है कि आप केवल फोटो, वीडियो, टेक्स्ट मैसेज या डॉक्यूमेंट जैसी फाइल्स को हटाने का विकल्प चुन सकते हैं, बिना पूरे चैट को डिलीट किए। यह फीचर विशेष रूप से ग्रुप चैट्स में उपयोगी साबित होगा, जहां बड़ी वीडियो और ऑडियो फाइल्स जल्दी से स्टोरेज में जगह घेर लेती हैं।

रियल-टाइम स्टोरेज डिस्प्ले और प्रिव्यू फीचर

रिपोर्ट के अनुसार, Android 2.25.34.5 बीटा वर्जन में एक नया बॉटम शीट इंटरफेस पेश किया गया है, जो डिलीट करने से पहले उपयोगकर्ता को यह दिखाता है कि क्या हटाया जाएगा। इस फीचर के जरिए उपयोगकर्ता यह तय कर सकते हैं कि कौन-सी चीजें डिलीट करनी हैं और कौन-सी बचानी हैं। साथ ही, इसमें रियल-टाइम स्टोरेज डिस्प्ले भी है, जो यह बताता है कि हटाने के बाद कितनी जगह खाली होगी। यह खासतौर पर उन यूजर्स के लिए फायदेमंद है जिनकी चैट में बड़े साइज की मीडिया फाइल्स जमा हो गई हैं। अब स्टोरेज की समस्या को हल करना और भी आसान होगा क्योंकि यूजर को पूरे चैट को डिलीट करने के बजाय केवल गैर-जरूरी कंटेंट हटाने का विकल्प मिलेगा।

WhatsApp का नया फीचर करेगा स्टोरेज मैनेजमेंट आसान: अब चुनिंदा मैसेज और मीडिया हटाना होगा सरल

स्टार किए गए मैसेज और मीडिया को सुरक्षित रखना आसान

WhatsApp ने इस अपडेट में starred messages या महत्वपूर्ण फाइल्स को संभालना भी आसान बना दिया है। अब अगर कोई यूजर पूरे चैट को क्लियर करना चाहता है लेकिन उसमें starred messages या media रखना चाहता है, तो उसे पहले प्रॉम्प्ट दिखेगा जिसमें पूछा जाएगा कि क्या इन्हें रखना है या हटाना है। उदाहरण के लिए, यदि आपने किसी चैट में कोई महत्वपूर्ण फोटो, फाइल या नोट स्टार किया हुआ है, तो उसे हटाने से पहले ऐप पूछेगा कि इसे रखना है या नहीं। यह फीचर उपयोगकर्ताओं को अधिक नियंत्रण देता है और गलती से जरूरी चीजें हटाने से बचाता है।

नई सुविधा कब उपलब्ध होगी

WhatsApp का यह नया चैट क्लियरिंग फीचर फिलहाल केवल सीमित संख्या में Android बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है। कंपनी इसे धीरे-धीरे सभी यूजर्स तक पहुंचाएगी। नया फीचर चैट इंफो स्क्रीन के नीचे Clear Chat ऑप्शन के रूप में दिखाई देगा, जैसा कि iOS पर पहले से उपलब्ध है। आने वाले हफ्तों में यह फीचर सभी एंड्रॉइड यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा। इस अपडेट के बाद, उपयोगकर्ताओं को स्टोरेज मैनेज करना और भी आसान हो जाएगा, और उन्हें बार-बार अनावश्यक फाइल्स हटाने की परेशानी नहीं होगी।

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Instagram अकाउंट मृत्यु के बाद भी रहता है! जानिए क्या होता है आपके अकाउंट के साथ, बहुत लोग नहीं जानते

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Instagram अकाउंट मृत्यु के बाद भी रहता है! जानिए क्या होता है आपके अकाउंट के साथ, बहुत लोग नहीं जानते

आज के समय में सोशल मीडिया हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। हर खुशी, याद और पल को हम Instagram पर कैद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी दिन आप नहीं रहे तो आपका Instagram अकाउंट क्या होगा? क्या वह हमेशा वैसे ही रहेगा या उसे हटा दिया जाएगा? सच तो यह है कि वास्तविकता इससे कहीं अधिक दिलचस्प है। आइए जानते हैं पांच महत्वपूर्ण बातें, जो शायद आपने कभी नहीं सोची हों।

अकाउंट हटता नहीं, बल्कि मेमोरियलाइज होता है

अगर कोई यूज़र निधन हो जाता है, तो Instagram तुरंत उसका अकाउंट नहीं हटाता। परिवार या मित्र कंपनी को सूचित कर सकते हैं और अकाउंट को मेमोरियलाइज्ड अकाउंट में बदलवा सकते हैं। इसका मतलब है कि अकाउंट रहेगा, लेकिन कोई भी उसमें लॉग इन नहीं कर सकेगा। प्रोफाइल फोटो और पोस्ट्स जस के तस बने रहेंगे ताकि लोग उस व्यक्ति को याद कर सकें। यह एक डिजिटल स्मारक का रूप ले लेता है, जहां परिवार और मित्र उनकी यादों को संभाल सकते हैं।

सत्यापन और पहचान आवश्यक

किसी के अकाउंट को मेमोरियलाइज करने के लिए Instagram परिवार या करीबी लोगों से आधिकारिक जानकारी मांगता है। इसमें मृत्यु प्रमाणपत्र, नोटिस या अखबार की रिपोर्ट जैसी चीज़ें शामिल होती हैं। यह कदम यह सुनिश्चित करता है कि कोई झूठा दावा करके किसी के अकाउंट को गलत तरीके से मेमोरियलाइज न कर सके। यदि परिवार चाहे तो अकाउंट को पूरी तरह हटाने की प्रक्रिया भी की जा सकती है। इसके लिए Instagram के Request to Remove Account फॉर्म के जरिए पहचान और कानूनी दस्तावेज़ जमा करने पड़ते हैं।

Instagram अकाउंट मृत्यु के बाद भी रहता है! जानिए क्या होता है आपके अकाउंट के साथ, बहुत लोग नहीं जानते

कोई भी लॉगिन नहीं कर सकता

एक बार अकाउंट मेमोरियलाइज हो जाने के बाद, किसी को भी उसमें लॉग इन करने या पासवर्ड बदलने की अनुमति नहीं होती। यह सुरक्षा उपाय इसलिए किया गया है ताकि कोई भी मृतक के नाम पर पोस्ट या मैसेज न कर सके। इस तरह, व्यक्ति के डिजिटल जीवन और उनकी पहचान की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

डिजिटल यादों की दुनिया

मेमोरियलाइज्ड अकाउंट के माध्यम से लोग उस व्यक्ति की पुरानी यादों, पोस्ट और फ़ोटो से जुड़ सकते हैं। यह एक डिजिटल टाइम कैप्सूल बन जाता है, जहां परिवार और दोस्त उसे याद कर सकते हैं। भले ही व्यक्ति इस दुनिया में न रहे, लेकिन उसका Instagram अकाउंट उसकी यादों को हमेशा जीवित रखता है। आज सोशल मीडिया केवल संपर्क का साधन नहीं रहा, बल्कि यह हमारे अतीत की यादों का डिजिटल संग्रह बन गया है।

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Alert Android Users! भारत में 4 करोड़ से ज्यादा खतरनाक ऐप्स डाउनलोड, Google Play पर भी हो सकते हैं धोखे

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Alert Android Users! भारत में 4 करोड़ से ज्यादा खतरनाक ऐप्स डाउनलोड, Google Play पर भी हो सकते हैं धोखे

Alert Android Users: भारत एक बार फिर साइबर अपराधियों का निशाना बन गया है। क्लाउड सुरक्षा कंपनी Zscaler की नवीनतम रिपोर्ट ThreatLabz 2025 Mobile, IoT, and OT Threat Report के अनुसार, भारत में अब तक 4 करोड़ से अधिक खतरनाक एंड्रॉइड ऐप डाउनलोड किए जा चुके हैं। ये ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध थे और सामान्य टूल्स के रूप में खुद को दिखाकर यूजर्स को धोखा दे रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अब मोबाइल हमलों के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा लक्ष्य बन गया है। जून 2024 से मई 2025 के बीच मोबाइल साइबर हमलों में तेज़ी देखी गई है।

मोबाइल मैलवेयर हमलों में 67% की वृद्धि

रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि पिछले वर्ष की तुलना में एंड्रॉइड मैलवेयर लेनदेन में 67% की वृद्धि हुई है। स्पाइवेयर और बैंकिंग ट्रोजन सबसे बड़ी चिंता बने हुए हैं। हैकर्स अब कार्ड धोखाधड़ी की बजाय मोबाइल पेमेंट चोरी और डिवाइस ट्रैकिंग पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। Zscaler ने 239 खतरनाक ऐप्स की पहचान की, जो फाइल मैनेजर, वर्क टूल या परफॉर्मेंस बूस्टर के रूप में यूजर्स के फोन में घुसपैठ कर रहे थे। इन ऐप्स को लाखों लोगों ने डाउनलोड किया था, जिसके बाद Google ने इन्हें प्ले स्टोर से हटा दिया।

Alert Android Users! भारत में 4 करोड़ से ज्यादा खतरनाक ऐप्स डाउनलोड, Google Play पर भी हो सकते हैं धोखे

ऊर्जा और परिवहन क्षेत्र सबसे अधिक जोखिम में

सिर्फ सामान्य यूजर्स ही नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण उद्योग भी साइबर हमलों से प्रभावित हो रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ऊर्जा क्षेत्र में साइबर हमलों में 387% की वृद्धि देखी गई है। वहीं, मैन्युफैक्चरिंग और परिवहन क्षेत्रों में IoT मैलवेयर के 40% से अधिक मामले सामने आए हैं। डिजिटल भुगतान और यूपीआई प्रणाली की बढ़ती लोकप्रियता ने भारत को साइबर अपराधियों के लिए उच्च मूल्य वाला लक्ष्य बना दिया है। इस वजह से न केवल व्यक्तिगत यूजर्स बल्कि बड़े उद्योग और बुनियादी ढांचा भी खतरे में हैं।

साइबर खतरों से सुरक्षा कैसे करें

हालांकि Google ने कई खतरनाक ऐप्स को हटा दिया है, फिर भी लाखों डिवाइस जोखिम में हैं। सुरक्षा विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि किसी भी अनजान या संदिग्ध ऐप को तुरंत डिलीट कर दें। केवल गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें। अपने फोन को हमेशा अपडेट रखें और Play Protect को हमेशा चालू रखें। इसके अलावा, भरोसेमंद मोबाइल सिक्योरिटी ऐप का उपयोग करना भी आवश्यक है। यूजर्स को सतर्क रहना होगा और किसी भी संदिग्ध लिंक या ऐप पर क्लिक करने से बचना होगा, ताकि वे साइबर अपराधियों के जाल में फँसने से बच सकें।

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