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AI का साया! कैसे North Korea के हैकर्स ChatGPT से South Korea पर कर रहे साइबर हमला

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AI का साया! कैसे North Korea के हैकर्स ChatGPT से South Korea पर कर रहे साइबर हमला

हाल ही में साइबर सुरक्षा कंपनी Genians ने खुलासा किया है कि उत्तर कोरिया के हैकर्स ने AI टूल ChatGPT का इस्तेमाल कर दक्षिण कोरिया पर साइबर हमला किया। हैकर्स ने सबसे पहले दक्षिण कोरियाई सेना का एक नकली आईडी कार्ड तैयार किया और इसे फिशिंग हमले में इस्तेमाल किया। इस आईडी कार्ड की मदद से भेजे गए ईमेल इतने असली लग रहे थे कि इसे पकड़ना बहुत मुश्किल था।

Kimsuky समूह का हाथ

इस हमले के पीछे उत्तर कोरिया का कुख्यात हैकर समूह Kimsuky माना जा रहा है। इस समूह का मुख्य काम साइबर जासूसी और संवेदनशील डेटा चोरी करना है। शोधकर्ताओं के अनुसार, हैकर्स ने फिशिंग ईमेल की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए दक्षिण कोरियाई सेना के आईडी का डीपफेक ड्राफ्ट तैयार किया।

AI का साया! कैसे North Korea के हैकर्स ChatGPT से South Korea पर कर रहे साइबर हमला

फिशिंग ईमेल में AI इमेज का इस्तेमाल

हैकर्स ने ईमेल में ऐसे AI-जनित इमेजेस शामिल किए, जो देखने में पूरी तरह असली लग रहे थे। इन इमेजेस के माध्यम से मालवेयर को इंस्टॉल करने का प्रयास किया गया। जैसे ही यह मालवेयर किसी डिवाइस में इंस्टॉल होता, हैकर्स उस डिवाइस का पूरा डेटा चुरा लेते। इस तरह का हमला उच्च स्तरीय तकनीक और AI के गलत इस्तेमाल का उदाहरण है।

खतरा बढ़ा डिजिटल दुनिया में

AI के सही इस्तेमाल के फायदे तो सभी जानते हैं, लेकिन इसका दुरुपयोग गंभीर खतरे पैदा कर सकता है। इस घटना ने दिखाया कि कैसे AI का इस्तेमाल साइबर अपराधियों द्वारा डेटा चोरी, जासूसी और फिशिंग हमलों के लिए किया जा सकता है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी और निजी संस्थानों को इस तरह के हमलों से बचने के लिए और भी मजबूत सुरक्षा उपाय करने होंगे।

भविष्य में खतरे और सावधानी

जैसे-जैसे AI और तकनीक में सुधार होगा, साइबर अपराधियों के हथियार भी अधिक खतरनाक होंगे। इस वजह से डिजिटल दुनिया में सतर्क रहना और एंटी-मैलवेयर, फिशिंग प्रिवेंशन और साइबर सुरक्षा के उपाय अपनाना जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को फेक ईमेल और AI-जनित फर्जी डॉक्यूमेंट से सावधान रहना होगा।

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Artificial Intelligence: विशेषज्ञों ने चेताया है, एआई चैटबॉट्स को व्यक्तिगत जानकारी साझा करना हो सकता है खतरनाक

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Artificial Intelligence: विशेषज्ञों ने चेताया है, एआई चैटबॉट्स को व्यक्तिगत जानकारी साझा करना हो सकता है खतरनाक

आज के समय में Artificial Intelligence यानी एआई ने लोगों के काम को बहुत आसान बना दिया है। लेकिन इसके साथ ही इसके खतरों का भी उदय हो रहा है। एआई के कारण हैकर्स अब बहुत ही आसानी से निजी जानकारियों तक पहुंच बना सकते हैं, जिससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। हाल ही में कई साइबर विशेषज्ञों ने यूजर्स को चेतावनी दी है कि वे चैटजीपीटी, गूगल जेमिनी, परप्लेक्सिटीएआई जैसे एआई चैटबॉट्स के साथ अपनी व्यक्तिगत जानकारियां साझा करने से बचें। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने एआई टूल्स के माध्यम से डेटा लीक और बड़े साइबर हमलों के खतरे को लेकर आगाह किया है।

साइबर अपराधी एआई का बना रहे हैं गलत इस्तेमाल

साइबर अपराधी अब एआई का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बना रहे हैं। वे एआई टूल्स से निजी जानकारियां चुराकर डार्क वेब पर बेच रहे हैं। बहुत से लोग जानते-समझते या अनजाने में अपनी जन्म तिथि, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पता जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां जनरेटिव एआई टूल्स के साथ साझा कर देते हैं। यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। जैसे-जैसे हम अपने दैनिक जीवन में एआई का इस्तेमाल बढ़ा रहे हैं, वैसे-वैसे इसके नए खतरे भी उभर रहे हैं। हैकर्स एआई एल्गोरिदम की कमजोरियों का फायदा उठाकर व्यक्तिगत डेटा इकट्ठा कर सकते हैं और साइबर हमले कर सकते हैं।

Artificial Intelligence: विशेषज्ञों ने चेताया है, एआई चैटबॉट्स को व्यक्तिगत जानकारी साझा करना हो सकता है खतरनाक

कैसे होती है आपकी व्यक्तिगत जानकारी लीक

अधिकांश उपयोगकर्ता एआई टूल्स का इस्तेमाल करते वक्त अपनी निजी जानकारी जानबूझकर या अनजाने में शेयर कर देते हैं। उदाहरण के लिए, अक्सर लोग अपनी जन्म तिथि किसी सवाल में शामिल कर देते हैं ताकि एआई उनके लिए सही परिणाम दे सके। कुछ लोग अपना पता भी एआई टूल्स के साथ साझा करते हैं। कई बार माता-पिता अपने बच्चों का नाम, स्कूल का नाम और रोजाना की दिनचर्या जैसी संवेदनशील जानकारियां भी एआई से साझा कर देते हैं। यह जानकारी गलत हाथों में पड़ने पर बहुत खतरनाक साबित हो सकती है।

अपनी जानकारियां सुरक्षित रखने के उपाय

एआई से सवाल पूछते समय आपको अपने नाम, जन्म तिथि, कार्यस्थल जैसी निजी जानकारियों को साझा करने से बचना चाहिए।
एआई टूल्स में वह फीचर सक्षम करें जो आपके पूछे गए सवालों को सेव नहीं करता हो। इससे आपकी क्वेरी का डेटा चैटबॉट के सर्वर पर स्टोर नहीं होगा।
आप ‘HaveIBeenPwned’ जैसे टूल का उपयोग कर सकते हैं। यह टूल आपको बताएगा कि कहीं आपकी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग तो नहीं हुआ है।
इन सावधानियों को अपनाकर आप एआई का सुरक्षित तरीके से उपयोग कर सकते हैं और अपनी निजी जानकारी की सुरक्षा कर सकते हैं।

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अब देर रात ईमेल भेजने की टेंशन खत्म! Gmail के Schedule Send फीचर से करें स्मार्ट सेंडिंग

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अब देर रात ईमेल भेजने की टेंशन खत्म! Gmail के Schedule Send फीचर से करें स्मार्ट सेंडिंग

कई बार ऐसा होता है कि हम रात में कोई जरूरी Gmail तैयार कर लेते हैं लेकिन देर रात होने के कारण उसे भेज नहीं पाते। सुबह या अगले दिन याद भी नहीं रहता कि वह मेल भेजना था। कभी-कभी अलग-अलग टाइम जोन में रहने वाले लोगों को समय पर मेल भेजना भी मुश्किल हो जाता है। यह समस्या हर किसी के साथ कभी न कभी जरूर होती है।

जीमेल का शानदार समाधान

अब इस परेशानी का हल जीमेल के पास है। गूगल ने अपने यूजर्स के लिए “Schedule Send” नाम की एक बेहतरीन सुविधा दी है। इस फीचर की मदद से आप यह तय कर सकते हैं कि आपका ईमेल कब और किस समय किसी के इनबॉक्स में पहुंचेगा। इसके लिए आपको ऑनलाइन रहने की भी जरूरत नहीं होती। यानी आप रात में मेल टाइप करें और सुबह के लिए उसे शेड्यूल कर दें।

अब देर रात ईमेल भेजने की टेंशन खत्म! Gmail के Schedule Send फीचर से करें स्मार्ट सेंडिंग

कंप्यूटर से ईमेल शेड्यूल करने का तरीका

अगर आप कंप्यूटर पर जीमेल का इस्तेमाल करते हैं तो प्रक्रिया बेहद आसान है। सबसे पहले Gmail खोलें और “Compose” पर क्लिक कर नया ईमेल लिखें। रिसीवर का ईमेल एड्रेस डालें और सब्जेक्ट लिखें। अब “Send” बटन के पास बने नीचे की ओर तीर पर क्लिक करें। यहां “Schedule Send” का विकल्प मिलेगा। इसे चुनने पर जीमेल आपको कुछ सुझाव देगा जैसे “Tomorrow morning” या “Monday 8 AM”। अगर आप चाहें तो खुद की पसंद की तारीख और समय भी डाल सकते हैं। इसके बाद मेल “Scheduled” फोल्डर में सेव हो जाएगा और तय समय पर अपने आप भेज दिया जाएगा।

मोबाइल पर ईमेल शेड्यूल करना भी आसान

अगर आप अपने फोन पर Gmail ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो प्रक्रिया थोड़ी अलग लेकिन आसान है। सबसे पहले ऐप खोलें और “Compose” पर टैप करें। ईमेल टाइप करें और रिसीवर जोड़ें। अब ऊपर दाईं ओर बने तीन डॉट्स (⋮) पर टैप करें। यहां “Schedule send” का विकल्प मिलेगा। इसे चुनें और अपनी पसंद की तारीख और समय सेट करें। जीमेल बाकी काम खुद कर देगा, चाहे फोन बंद हो या इंटरनेट बंद हो।

जरूरत पड़े तो शेड्यूल कैंसल भी कर सकते हैं

अगर आपने मेल शेड्यूल करने के बाद मन बदल लिया है या कोई गलती दिख गई है तो चिंता की बात नहीं। जीमेल में “Scheduled” फोल्डर में जाएं और उस मेल को खोलें। “Cancel send” पर क्लिक करें। अब मेल वापस “Drafts” में चला जाएगा। आप उसे एडिट कर सकते हैं या दोबारा नया समय तय कर सकते हैं।

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अब WhatsApp प्रोफाइल बनेगी स्टाइलिश, जल्द मिलेगा Facebook जैसा Cover Photo फीचर!

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अब WhatsApp प्रोफाइल बनेगी स्टाइलिश, जल्द मिलेगा Facebook जैसा Cover Photo फीचर!

WhatsApp अपने यूज़र्स के लिए लगातार नए फीचर्स ला रहा है ताकि चैटिंग का अनुभव और भी मज़ेदार और पर्सनल हो सके। इस बार कंपनी एक ऐसा फीचर लेकर आ रही है जो अब तक सिर्फ WhatsApp Business अकाउंट्स तक सीमित था। इसका नाम है Cover Photo फीचर। जैसे आप फेसबुक पर अपनी प्रोफाइल के ऊपर एक कवर फोटो लगाते हैं, अब वैसे ही व्हाट्सऐप पर भी आप अपनी प्रोफाइल को नया लुक दे पाएंगे।

कैसे काम करेगा नया फीचर

WhatsApp की जानकारी देने वाली वेबसाइट WABetaInfo के मुताबिक, कंपनी अब इस फीचर पर तेजी से काम कर रही है। जल्द ही यूज़र्स अपने फोन की गैलरी से कोई भी पसंदीदा तस्वीर चुनकर उसे कवर फोटो के रूप में अपलोड कर सकेंगे। यह फोटो आपके प्रोफाइल के ऊपरी हिस्से में दिखाई देगी, ठीक वैसे ही जैसे फेसबुक पर दिखाई देती है। इस फीचर के आने से WhatsApp प्रोफाइल को और ज्यादा पर्सनल और आकर्षक बनाया जा सकेगा।

अब WhatsApp प्रोफाइल बनेगी स्टाइलिश, जल्द मिलेगा Facebook जैसा Cover Photo फीचर!

कस्टमाइजेशन में मिलेगा नया अनुभव

यह फीचर WhatsApp के प्रोफाइल कस्टमाइजेशन को एक नए स्तर पर ले जाएगा। अब तक यूज़र्स केवल डीपी (Display Picture) ही बदल सकते थे, लेकिन अब वे अपने मूड या स्टाइल के अनुसार कवर फोटो लगाकर अपनी प्रोफाइल को अलग पहचान दे सकेंगे। कंपनी चाहती है कि यूज़र्स WhatsApp को सिर्फ चैटिंग ऐप नहीं बल्कि अपनी पर्सनैलिटी दिखाने का भी एक माध्यम समझें।

प्राइवेसी पर भी रहेगा पूरा नियंत्रण

WhatsApp ने हमेशा की तरह इस फीचर के साथ भी प्राइवेसी सेटिंग्स को प्राथमिकता दी है। यूज़र्स यह तय कर सकेंगे कि उनकी कवर फोटो कौन देख सकता है। इसके लिए तीन विकल्प होंगे – Everyone (सभी), My Contacts (मेरे संपर्क) और Nobody (कोई नहीं)। अगर आप Everyone चुनते हैं तो आपकी कवर फोटो हर किसी को दिखाई देगी। My Contacts चुनने पर केवल आपके सेव्ड कॉन्टैक्ट्स ही इसे देख पाएंगे। और Nobody चुनने पर कोई भी आपकी कवर फोटो नहीं देख सकेगा।

जल्द होगा लॉन्च, बढ़ेगा यूज़र अनुभव

यह फीचर फिलहाल डेवलपमेंट स्टेज में है और आने वाले अपडेट्स में रोलआउट किया जा सकता है। कंपनी का मकसद यूज़र्स को और बेहतर व पर्सनलाइज़्ड एक्सपीरियंस देना है। जैसे-जैसे WhatsApp सोशल कनेक्टिविटी को बढ़ा रहा है, यह कवर फोटो फीचर उसे फेसबुक जैसी विजुअल अपील देगा। यूज़र्स अब अपने प्रोफाइल को अपने मूड और पहचान के हिसाब से सजा सकेंगे।

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