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Pakistan social media ban: TikTok से लेकर Telegram तक बैन! सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का तगड़ा वार!

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Pakistan social media ban: TikTok से लेकर Telegram तक बैन! सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का तगड़ा वार!

Pakistan social media ban: पाकिस्तान में कई सोशल मीडिया ऐप्स पर बैन लगा हुआ है। यहाँ की सरकार इन ऐप्स को धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ मानती है और बार-बार इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगा देती है। इसका मुख्य कारण उन ऐप्स द्वारा आपत्तिजनक सामग्री का प्रसार होना है।

TikTok पर बैन

TikTok को पाकिस्तान में कुछ साल पहले बैन किया गया था। चीनी कंपनी ByteDance का यह ऐप पाकिस्तान में आपत्तिजनक कंटेंट के लिए विवादों में आया था। हालांकि, लोग VPN के जरिए इस ऐप का उपयोग करते हैं। पाकिस्तान सरकार ने इसे बार-बार अस्थायी रूप से बैन किया था और फिर इसे पूरी तरह से बैन कर दिया।

Telegram पर प्रतिबंध

Telegram एक इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप है जिसे पाकिस्तान में बैन कर दिया गया था। सरकार को शक था कि आतंकवादी संगठन इसका इस्तेमाल फेक न्यूज फैलाने के लिए कर रहे हैं। इसके विरोध में पत्रकारों और व्यापारियों ने भी आवाज उठाई थी। हालांकि, फिर भी यह ऐप बैन रहा।

Pakistan social media ban: TikTok से लेकर Telegram तक बैन! सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का तगड़ा वार!

WhatsApp की VoIP सेवा पर रोक

पाकिस्तान में WhatsApp के VoIP (Voice over Internet Protocol) सेवा पर बैन लगाया गया था। इस बैन के बाद, Meta के इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्स का इस्तेमाल कॉलिंग के लिए पाकिस्तान में नहीं किया जा सका। कुछ दिन बाद, सरकार ने इस बैन को हटा लिया था।

Bigo Live और X पर बैन

Bigo Live ऐप को भी पाकिस्तान में बैन कर दिया गया था। यह ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा और सांस्कृतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए बैन किया गया था। इसके अलावा, Elon Musk का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X भी पाकिस्तान में चुनावों के दौरान बैन हो गया था।

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Lenovo के नए टैबलेट्स! 7040mAh बैटरी और स्मार्ट फीचर्स के साथ धमाकेदार एंट्री

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Lenovo के नए टैबलेट्स! 7040mAh बैटरी और स्मार्ट फीचर्स के साथ धमाकेदार एंट्री

Lenovo ने बाजार में दो नए टैबलेट लॉन्च किए हैं जिनके नाम आइडिया टैब और टैब K11 Gen 2 हैं। अगर आप बड़ा डिस्प्ले वाला टैबलेट खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके पास अब और विकल्प मौजूद हैं। ये दोनों टैबलेट एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर काम करते हैं और शानदार साउंड अनुभव देते हैं।

गेमिंग और एंटरटेनमेंट के लिए परफेक्ट

अगर आप गेमिंग और मनोरंजन के लिए टैबलेट ढूंढ रहे हैं तो ये दोनों डिवाइस बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। दोनों टैबलेट में एंड्रॉयड 15 और मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 चिपसेट दिया गया है। स्टोरेज की बात करें तो दोनों में 256GB तक का स्टोरेज मिलता है। इसके अलावा रैम के ऑप्शन 4GB और 8GB में उपलब्ध हैं।

डिस्प्ले और ऑडियो फीचर्स

लेनोवो के दोनों टैबलेट में 11 इंच का IPS LCD डिस्प्ले दिया गया है जिसका रेजोल्यूशन 2.5K है। डिस्प्ले में 90Hz रिफ्रेश रेट और 500 निट्स पीक ब्राइटनेस मिलती है। ऑडियो के लिए क्वाड स्पीकर सेटअप और डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट मौजूद है जो मूवी और म्यूजिक का शानदार अनुभव देता है।

Lenovo के नए टैबलेट्स! 7040mAh बैटरी और स्मार्ट फीचर्स के साथ धमाकेदार एंट्री

बैटरी और चार्जिंग सपोर्ट

मनोरंजन में कोई रुकावट न आए इसके लिए टैबलेट में 7040mAh की बड़ी बैटरी दी गई है। यह बैटरी 20W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करती है जिससे जल्दी चार्ज किया जा सकता है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से 2TB तक बढ़ाया जा सकता है जिससे आप ज्यादा डेटा सेव कर सकते हैं।

कैमरा सेटअप में अंतर

कैमरा सेटअप की बात करें तो आइडिया टैब में 8 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। वहीं टैब K11 Gen 2 में 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है। अभी कंपनी ने दोनों टैबलेट की कीमत का खुलासा नहीं किया है जिससे लोगों में उत्सुकता बनी हुई है।

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Google की टैलेंट वॉर: नील मोहन को रोकने के लिए हुए थे 100 मिलियन डॉलर खर्च!

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Google की टैलेंट वॉर: नील मोहन को रोकने के लिए हुए थे 100 मिलियन डॉलर खर्च!

Google: आज यूट्यूब के सीईओ के रूप में पहचाने जाने वाले नील मोहन को कभी गूगल ने कंपनी छोड़ने से रोकने के लिए 100 मिलियन डॉलर की बड़ी पेशकश की थी। यह खुलासा हाल ही में ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत के पॉडकास्ट में हुआ। निखिल कामत ने बातचीत के दौरान बताया कि उस समय टेक कंपनियों के बीच टैलेंट को लेकर जबरदस्त खींचतान थी। साल 2011 की इस घटना के बारे में बात करते हुए निखिल ने कहा, “मैंने पढ़ा कि गूगल ने आपको कंपनी न छोड़ने के लिए 100 मिलियन डॉलर दिए थे, आज नहीं बल्कि 15 साल पहले। उस वक्त यह रकम बहुत बड़ी थी।” इस पर नील मोहन ने कोई इनकार नहीं किया।

क्यों दी गई थी इतनी बड़ी पेशकश

साल 2011 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने यह राशि नील मोहन को सीधे नकद में नहीं दी थी बल्कि इसे रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट्स (RSUs) के रूप में दिया गया था जो धीरे-धीरे समय के साथ मिलनी थी। दरअसल, ट्विटर (जो अब एक्स के नाम से जाना जाता है) नील मोहन को अपनी टीम में शामिल करना चाहता था। नील के पुराने बॉस डेविड रोसेनब्लैट पहले ही ट्विटर में शामिल हो चुके थे और चाहते थे कि नील ट्विटर के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर बनें। इस खतरे को भांपते हुए गूगल ने उन्हें रोकने के लिए यह बड़ा ऑफर रखा ताकि वह कंपनी के लिए काम करना जारी रखें।

नील मोहन का सफर

नील मोहन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एंडरसन कंसल्टिंग (अब एक्सेंचर) से की थी, जिसके बाद वे नेटग्रैविटी नामक एक स्टार्टअप में शामिल हुए। यह स्टार्टअप बाद में डबलक्लिक द्वारा खरीदा गया, जहां नील उपाध्यक्ष के पद तक पहुंचे। साल 2007 में गूगल ने डबलक्लिक को 3.1 बिलियन डॉलर में खरीदा और इसके बाद नील गूगल की ऐड टीम में शामिल हुए। धीरे-धीरे वे गूगल की रणनीति में एक मजबूत स्तंभ बन गए। साल 2011 तक नील की भूमिका इतनी महत्वपूर्ण हो चुकी थी कि गूगल ने उन्हें रोकने के लिए 100 मिलियन डॉलर की पेशकश की और यह कदम कंपनी के लिए फायदेमंद साबित हुआ।

ट्विटर ने सुंदर पिचाई को भी किया था अप्रोच

नील मोहन अकेले ऐसे गूगल एक्जीक्यूटिव नहीं थे जिन पर ट्विटर की नजर थी। उसी दौरान ट्विटर ने सुंदर पिचाई को भी अप्रोच किया था जो उस समय गूगल में क्रोम और क्रोम ओएस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। गूगल ने सुंदर को रोकने के लिए करीब 50 मिलियन डॉलर के स्टॉक्स का ऑफर दिया। आज नील मोहन यूट्यूब के सीईओ हैं, उन्होंने 2023 में सुसन वोज्स्की की जगह ली थी। वहीं सुंदर पिचाई 2015 से गूगल के सीईओ हैं और 2019 से अल्फाबेट इंक के सीईओ का दायित्व संभाल रहे हैं। इन दोनों भारतीय मूल के नेताओं को आज वैश्विक टेक इंडस्ट्री के सबसे प्रभावशाली चेहरों में गिना जाता है।

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Samsung: तीन फोल्डेबल मॉडल्स की तैयारी क्या Galaxy Z Flip FE के आने से मार्केट में मचेगा हड़कंप सैमसंग का नया मास्टरप्लान

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Samsung: तीन फोल्डेबल मॉडल्स की तैयारी क्या Galaxy Z Flip FE के आने से मार्केट में मचेगा हड़कंप सैमसंग का नया मास्टरप्लान

Samsung जल्द ही अपना Galaxy Z Fold 7 और Galaxy Z Flip 7 ग्लोबल मार्केट में लॉन्च करने वाला है। दक्षिण कोरियाई कंपनी ने अपने इन अपकमिंग फोल्डेबल स्मार्टफोन्स को लेकर कई जानकारियां कन्फर्म कर दी हैं। माना जा रहा है कि ये दोनों फोन OneUI 8 के साथ आएंगे जो एंड्रॉयड 16 पर आधारित होगा।

एंड्रॉयड 16 के साथ पहली झलक

सैमसंग ने अपनी न्यूज़रूम पोस्ट में OneUI 8 का इंटरफेस दिखाया है। यह नया कस्टमाइज्ड ऑपरेटिंग सिस्टम फिलहाल टेस्टिंग फेज में है। कंपनी का कहना है कि उनके नए फोल्डेबल फोन इसी OS के साथ लॉन्च होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक Galaxy Z Fold 7 और Flip 7 को साल के दूसरे हिस्से में जुलाई या अगस्त में ग्लोबली लॉन्च किया जा सकता है।

Samsung: तीन फोल्डेबल मॉडल्स की तैयारी क्या Galaxy Z Flip FE के आने से मार्केट में मचेगा हड़कंप सैमसंग का नया मास्टरप्लान

क्या इस बार तीन फोल्डेबल मॉडल आएंगे

इस साल सैमसंग दो नहीं बल्कि तीन फोल्डेबल स्मार्टफोन्स लॉन्च कर सकता है। लीक हुई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि Galaxy Z Fold 7 और Flip 7 के अलावा कंपनी Galaxy Z Flip FE नाम का एक और फोन भी पेश कर सकती है। ये तीनों फोन OneUI 8 और एंड्रॉयड 16 के साथ मार्केट में धमाल मचाने वाले हैं।

दमदार प्रोसेसर और बेहतर डिजाइन

सैमसंग के नए फोल्डेबल फोन Qualcomm Snapdragon 8 Elite प्रोसेसर के साथ आ सकते हैं। इसके अलावा इन फोल्डेबल फोन का हिंज डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी भी पहले से बेहतर होने की उम्मीद है। कंपनी लगातार अपने फोल्डेबल प्रोडक्ट्स को ज्यादा मजबूत और टिकाऊ बनाने की दिशा में काम कर रही है।

सैमसंग और गूगल की खास पार्टनरशिप

सैमसंग ने कुछ साल पहले एंड्रॉयड ओएस निर्माता गूगल के साथ एक खास साझेदारी की थी। इस साझेदारी के तहत गूगल के लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे पहले सैमसंग के फ्लैगशिप फोन के लिए रोल आउट किए जाते हैं। पहले गूगल अपने पिक्सल फोन्स के लिए ओएस रिलीज करता है फिर दूसरे ब्रांड्स को देता है लेकिन सैमसंग के फ्लैगशिप डिवाइसेस को ये अपडेट जल्दी मिल जाता है।

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