All England Badminton Championship 2025: भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने शानदार वापसी करते हुए 2025 की ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के दूसरे दौर में जगह बनाई। हालांकि, एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य सेन ने पहले गेम में पिछड़ने के बावजूद चीनी ताइपे के सू ली यांग को 13-21, 21-17, 21-15 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया।
लक्ष्य सेन का शानदार कमबैक
लक्ष्य सेन ने पहले गेम में 13-21 से हारने के बाद जबरदस्त संघर्ष दिखाया। दूसरे गेम में उन्होंने स्कोर को 17-17 पर बराबर किया और यांग की गलतियों का फायदा उठाते हुए चार लगातार अंक जीते, जिससे मैच निर्णायक गेम में पहुंचा। तीसरे गेम में, लक्ष्य सेन ने 11-9 की बढ़त बनाई और फिर एक मजबूत खेल दिखाकर यह गेम 21-15 से जीत लिया।
लक्ष्य सेन अब दूसरे दौर में इंडोनेशिया के जॉनाथन क्रिस्टी से भिड़ेंगे। पिछले साल पेरिस ओलंपिक्स में जॉनाथन क्रिस्टी को हराने के बाद, यह मुकाबला भी काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। लक्ष्य की फॉर्म को देखते हुए यह मैच निश्चित ही कड़ा होगा।
एचएस प्रणॉय की हार
वहीं, भारतीय स्टार खिलाड़ी एचएस प्रणॉय को फ्रांस के टोमा जूनियर पॉपोव के खिलाफ सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा। प्रणॉय ने पहले गेम में 6-1 की बढ़त बनाई थी और 15-12 से आगे थे, लेकिन पॉपोव के दबाव में आने के बाद प्रणॉय मैच का रुख बदल नहीं सके और यह गेम 19-21, 16-21 से हार गए। पॉपोव ने दूसरे गेम में भी प्रणॉय को 13-13 तक बराबरी करने का मौका दिया, लेकिन फिर संयम दिखाते हुए पॉपोव ने गेम को 21-16 से अपने नाम किया और मैच जीत लिया।

मिश्रित युगल में हार
मिश्रित युगल में भारत की जोड़ी, सतिश कुमार करूणाकरण और आद्या वारियाथ को भी हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों ने चीन की दुनिया की नंबर सात जोड़ी, गुओ शिन वा और चेन फेंग हुई के खिलाफ खेला और 6-21, 15-21 से हार गए। यह मुकाबला एकतरफा रहा, जहां भारतीय जोड़ी ने पहले गेम में सिर्फ 6 अंक हासिल किए। दूसरे गेम में कुछ संघर्ष किया, लेकिन फिर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय खिलाड़ियों की प्रदर्शन की समीक्षा
लक्ष्य सेन का प्रदर्शन इस चैंपियनशिप में शानदार रहा, और उनकी वापसी ने यह साबित कर दिया कि वह किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं। उनकी मानसिक दृढ़ता और खेल की समझ ने उन्हें इस मैच में शानदार वापसी करने का मौका दिया। वहीं एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी कोशिशें भी सराहनीय हैं।
भारत के बैडमिंटन खिलाड़ियों की ओर से अभी भी उम्मीद बनी हुई है। लक्ष्य सेन की शानदार जीत ने भारत की उम्मीदों को बनाए रखा है, और अब उनकी नजरें दूसरे दौर में जॉनाथन क्रिस्टी के खिलाफ मुकाबले पर टिकी हुई हैं।
लक्ष्य सेन की शानदार वापसी और एचएस प्रणॉय के संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के बावजूद हार ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारतीय खिलाड़ियों के लिए मिली-जुली स्थिति को दर्शाया है। लक्ष्य सेन ने अपनी मेहनत और जज्बे से साबित किया कि वह बड़े टूर्नामेंट्स में हमेशा चुनौती देने के लिए तैयार रहते हैं। वहीं एचएस प्रणॉय और मिश्रित युगल जोड़ी की हार के बावजूद, इन खिलाड़ियों की भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन की संभावना बनी हुई है।