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More walking tracks sought in Vijayawada

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बच्चों का एक समूह और उनके प्रशिक्षक मंगलवार की सुबह विजयवाड़ा के एमजी रोड पर जॉगिंग करते दिखे।

बच्चों का एक समूह और उनके प्रशिक्षक मंगलवार की सुबह विजयवाड़ा के एमजी रोड पर जॉगिंग करते दिखे। | फोटो साभार: केवीएस गिरी

देश के सबसे बड़े वॉकर्स क्लबों में से एक, आंध्र लोयोला कॉलेज वॉकर्स क्लब के सदस्यों द्वारा पिछले हफ्ते कॉलेज के मैदानों को फिर से खोलने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया, जो महामारी के दौरान बंद थे, पर्याप्त खुले मैदानों की कमी पर प्रकाश डाला गया शहर में स्थान और पैदल पथ।

क्लब के पूर्व अध्यक्ष, आर. कृष्णा राव ने कहा कि वे पिछले 25 वर्षों से मैदान का उपयोग कर रहे थे, जब तक कि इसे COVID-प्रेरित प्रतिबंधों के बाद बंद नहीं कर दिया गया।

उन्होंने कहा, “क्लब में 2,000 सदस्य हुआ करते थे, जिनमें से अधिकांश अब शहर के अन्य खुले स्थानों पर जाते हैं या शुरुआती घंटों में सड़कों पर चलते हैं जब यातायात कम होता है।”

श्री कृष्ण राव ने कहा कि चूंकि उनके क्षेत्र में कोई मैदान नहीं था, इसलिए क्लब ने कॉलेज परिसर में पैदल चलने का ट्रैक विकसित करने के लिए ₹6 लाख खर्च किए।

कॉलेज और स्कूल मैदानों के अलावा, शहर में चार प्रमुख खेल के मैदान हैं – एमजी रोड पर इंदिरा गांधी नगर निगम स्टेडियम (आईजीएमसी), माकिनेनी बसवपुन्नैया स्टेडियम (अजित सिंह नगर), विद्याधरपुरम मैदान और जिमखाना मैदान (गांधी नगर)। हालाँकि, केवल आईजीएमसी मैदान ही शहर के मध्य में स्थित है।

इसके अलावा, विजयवाड़ा नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार, शहर में 71 प्रमुख पार्क हैं। उनमें से कुछ में पैदल चलने के लिए ट्रैक भी हैं और पैदल चलने वालों के लिए जल्दी खुल जाते हैं।

हालांकि, एमजी रोड या बीआरटीएस रोड पर सुबह की सैर करने वालों का दिखना आम बात है। कई लोग कहते हैं कि कॉलेज और स्कूल के मैदान सुबह 7:30 बजे बंद हो जाते हैं और पार्क टहलने के लिए बहुत छोटे होते हैं, जिससे उन्हें अन्य विकल्प तलाशने पड़ते हैं।

कई लोगों के लिए आईजीएमसी स्टेडियम ही एकमात्र विकल्प है। लब्बीपेटा के श्री गणपति राव, जो आईजीएमसी स्टेडियम के पास सड़क के किनारे बेचे जा रहे रागी माल्ट का एक कप लेने के लिए रुके थे, ने कहा कि वह आमतौर पर बाहर घूमने के बजाय जिम में कसरत करना पसंद करते हैं क्योंकि शहर में ज्यादा खुली जगह नहीं है। “लेकिन, अगर मैं पैदल चलने का फैसला करता हूं, तो मैं ऑल इंडिया रेडियो कार्यालय के बगल वाली सड़क पर जाता हूं,” वह कहते हैं।

उनका कहना है कि आईजीएमसी स्टेडियम में अभ्यास करने वाले सभी बच्चों और खिलाड़ियों के कारण बहुत अधिक धूल हो जाती है।

“आप आईजीएमसी स्टेडियम को हर दूसरे दिन पैदल चलने वालों के लिए बंद पाएंगे क्योंकि सभी सरकारी कार्यक्रम या समारोह यहीं आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा, मानसून के दौरान यह कीचड़युक्त हो जाता है। सुन्नमबत्ती सेंटर की सुश्री विष्णु प्रिया ने कहा, हमें क्रिकेट या फुटबॉल से टकराने के बारे में भी हर समय सतर्क रहने की जरूरत है।

सुश्री विष्णु प्रिया की पड़ोसी सुश्री नीरजा ने कहा, “नदी के बांध के पास भी पैदल चलने के रास्ते हैं, लेकिन हमें वहां जाना सुरक्षित नहीं लगता है और इसके अलावा, आने-जाने में 30 मिनट से अधिक समय बर्बाद हो जाता है।” शहर में अधिक खुली जगहें हैं क्योंकि सीमेंट सड़क पर चलने की तुलना में मैदान पर चलना घुटनों के लिए बेहतर है।

विजयवाड़ा नगर निगम के संपदा अधिकारी टी. श्रीनिवास ने कहा कि कोई नया मैदान नहीं बन रहा है, लेकिन निगम मौजूदा पार्कों में अधिक पैदल चलने वाले ट्रैक विकसित करने का प्रयास कर सकता है।

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Angel Chakma case में CM धामी ने कहा, दोषियों को राज्य सरकार देगी सख्त सजा

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Angel Chakma case में CM धामी ने कहा, दोषियों को राज्य सरकार देगी सख्त सजा

Angel Chakma case: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को त्रिपुरा की छात्रा एंजल चक्मा के पिता तरुण चक्मा से फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने छात्रा की हत्या पर गहरी संवेदना व्यक्त की और परिवार को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री धामी ने तरुण चक्मा को जानकारी दी कि इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक अन्य आरोपी नेपाल भागने की संभावना है। उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं और उसकी सूचना देने पर इनाम की घोषणा भी की गई है।

दोषियों को मिलेगी सख्त सजा

सीएम धामी ने कहा कि वह इस घटना से व्यक्तिगत रूप से दुखी हैं और परिवार के दर्द को समझते हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि उत्तराखंड सरकार दोषियों को कठोर सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में कानून के अनुसार त्वरित और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

Angel Chakma case में CM धामी ने कहा, दोषियों को राज्य सरकार देगी सख्त सजा

घटना से हुआ देशव्यापी शोक

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में इस प्रकार का माहौल पहले कभी देखने को नहीं मिला। देश-विदेश से छात्र यहां पढ़ाई के लिए आते हैं, इसलिए यह घटना हम सभी के लिए दुखद है। उन्होंने बताया कि सरकार ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेती है और भविष्य में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त उपाय किए जाएंगे। सीएम धामी ने कहा कि पूरे राज्य में शांति बनाए रखना और न्याय सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है।

केंद्र और त्रिपुरा सरकार के साथ की गई चर्चा

सीएम धामी ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। इसके अलावा, उन्होंने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री से भी परिवार को सहायता प्रदान करने के लिए चर्चा करने का निर्णय लिया। उत्तराखंड सरकार परिवार को हर संभव मदद उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उन्हें न्याय और आवश्यक सहयोग मिल सके।

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PM Modi ने बच्चों, युवाओं और स्वदेशी उत्पादों के प्रति देशवासियों की भागीदारी पर दिया जोर

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PM Modi ने बच्चों, युवाओं और स्वदेशी उत्पादों के प्रति देशवासियों की भागीदारी पर दिया जोर

PM Modi ने ‘मन की बात’ के 129वें संस्करण में देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि 2025 का वर्ष हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक बनकर उभरा। उन्होंने कहा, “इस वर्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक बनकर सामने आया। पूरी दुनिया ने देखा कि आज का भारत अपनी सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं करता। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान मातृभूमि के प्रति स्नेह और भक्ति की तस्वीरें दुनिया के हर कोने से सामने आईं। यही भावना तब भी दिखी जब ‘वंदे मातरम’ को 150 साल पूरे हुए।” पीएम मोदी ने कहा कि 2025 ने हमें कई ऐसे क्षण दिए, जिनसे हर भारतीय गौरवान्वित महसूस कर रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा, खेल, विज्ञान प्रयोगशालाओं और वैश्विक मंचों से लेकर अंतरिक्ष क्षेत्र तक, भारत ने हर जगह अपनी मजबूत छाप छोड़ी। शिभांशु शुक्ला पहले भारतीय बने जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक यात्रा की।

विश्वस्तरीय आयोजनों और सांस्कृतिक गौरव का वर्ष

PM Modi ने कहा कि 2025 में श्रद्धा, संस्कृति और भारत की अनोखी धरोहर को पूरी दुनिया ने देखा। उन्होंने वर्ष की शुरुआत में प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन का जिक्र किया, जिसने पूरे विश्व को आश्चर्यचकित कर दिया। वर्ष के अंत में अयोध्या में राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह ने हर भारतीय के हृदय में गर्व भर दिया। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि देशवासियों ने स्वदेशी उत्पादों के प्रति उत्साह दिखाया और केवल भारतीय हाथों की मेहनत से बने उत्पाद ही खरीदे। उन्होंने कहा कि 2025 ने भारत को आत्मविश्वास और नई ऊर्जा प्रदान की है। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की गईं, जैसे कि देश में चीते की संख्या अब 30 से अधिक हो गई है।

शिक्षा और सांस्कृतिक पहल में नवाचार

PM Modi ने विदेशों में रहने वाले कन्नड़ परिवारों के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि बच्चों का तकनीकी क्षेत्र में विकास हो रहा है, लेकिन क्या वे अपनी भाषा से दूर तो नहीं जा रहे? इसी विचार से ‘कन्नड़ पाठशाला’ की शुरुआत हुई। इस पहल में बच्चों को कन्नड़ पढ़ने, सीखने, लिखने और बोलने की शिक्षा दी जाती है। IISc में स्थित गीतांजलि कक्ष न केवल एक कक्षा है, बल्कि पूरे कैंपस का सांस्कृतिक केंद्र बन गया है। यहां हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, लोक परंपराएं और शास्त्रीय विधाओं का अभ्यास किया जाता है। छात्र और प्रोफेसर एक साथ बैठकर अभ्यास करते हैं, और परिवार भी इसमें शामिल होते हैं।

युवा प्रतिभाओं और सामाजिक योगदान के उदाहरण

प्रधानमंत्री ने मणिपुर के एक युवा मोइरांगथेम सेठ का उदाहरण दिया, जिन्होंने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2025 में 270 से अधिक समस्याओं के समाधान में अपनी प्रतिभा दिखाई। मोइरांगथेम ने बिजली की समस्या वाले एक दूरस्थ क्षेत्र में स्थानीय समाधान खोजा और इसे सौर ऊर्जा से हल किया। पीएम मोदी ने बताया कि जनवरी 2026 में ओड़िशा की पार्वती गिरी की जन्मशताब्दी मनाई जाएगी। 16 वर्ष की आयु में उन्होंने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में भाग लिया। स्वतंत्रता संग्राम के बाद, उन्होंने अपना जीवन सामाजिक सेवा और जनजातीय कल्याण के लिए समर्पित किया और कई अनाथालय स्थापित किए। उनकी प्रेरक जीवनगाथा हर पीढ़ी को मार्गदर्शन देती रहेगी।

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Illegal liquor case: पुणे पुलिस ने ड्रग्स और नशे के खिलाफ तेज़ कार्रवाई, अवैध नेटवर्क का पता लगाने में जुटी

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Illegal liquor case: पुणे पुलिस ने ड्रग्स और नशे के खिलाफ तेज़ कार्रवाई, अवैध नेटवर्क का पता लगाने में जुटी

Illegal liquor case: पुलिस ने अवैध शराब के कारोबार से जुड़े एक गंभीर मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज की है। भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत दर्ज की गई इस FIR में आरोपियों की पहचान अमर कौर, दिलदार सिंह और देवश्री जुन्नी सिंह के रूप में की गई है। यह मामला तब सामने आया जब स्थानीय प्रशासन को अवैध शराब के वितरण और बिक्री के बारे में सूचना मिली। पुलिस का कहना है कि ये तीनों आरोपी इस अवैध कारोबार के मुख्य कड़ी के रूप में शामिल हैं।

आरोपियों की जांच और नेटवर्क का खुलासा

पुलिस ने बताया कि यह सिर्फ एक मामूली अवैध बिक्री का मामला नहीं है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि अमर कौर, दिलदार सिंह और देवश्री जुन्नी सिंह का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था, जिसमें अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है, ताकि न केवल आरोपियों को पकड़ा जा सके, बल्कि अवैध शराब की सप्लाई चेन को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। जांच के दौरान पुलिस ने कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए हैं, जो इस काले धंधे को उजागर करने में मदद करेंगे।

‘ऑपरेशन क्लीन’ का असर

पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई का हिस्सा ‘ऑपरेशन क्लीन’ है, जो ड्रग्स और नशे के खिलाफ शुरू किया गया है। इस ऑपरेशन का मकसद केवल अवैध शराब ही नहीं बल्कि पूरे नशे और मादक पदार्थों के कारोबार को रोकना है। इससे पहले पुणे पुलिस ने इसी अभियान के तहत 3.45 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स बरामद किए थे। ऑपरेशन क्लीन के तहत पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और अपराधियों की गिरफ्तारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

कानून व्यवस्था मजबूत करने की पहल

पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अवैध शराब और ड्रग्स की बिक्री न केवल समाज में अपराध को बढ़ाती है, बल्कि युवाओं और कमजोर वर्ग के लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बनती है। पुलिस अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे अवैध कारोबार की सूचना तुरंत दें, ताकि इसे जल्द से जल्द खत्म किया जा सके। ऑपरेशन क्लीन और FIR दर्ज करने जैसी कार्रवाईयों से यह संदेश भी जाता है कि कानून को हाथ में लेने वाले किसी को भी माफ नहीं किया जाएगा।

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