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IPO Market: Desco Infratech, Shree Ahimsa Naturals समेत कई कंपनियां पेश करेंगी अपना IPO

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IPO Market: Desco Infratech, Shree Ahimsa Naturals समेत कई कंपनियां पेश करेंगी अपना IPO

IPO Market: आगामी हफ्ते में शेयर बाजार में IPO का जबरदस्त एक्शन देखने को मिलेगा। कई कंपनियां अपने आईपीओ (IPO) की शुरुआत करेंगी तो कई का लिस्टिंग भी होगी। अगर आप भी आईपीओ में निवेश करने का मन बना रहे हैं, तो इस हफ्ते आपके लिए बेहतरीन कमाई का मौका हो सकता है। इस हफ्ते SME सेगमेंट की 4 कंपनियां अपने IPO लॉन्च करेंगी, जबकि 5 कंपनियों के आईपीओ बाजार में लिस्ट होंगे।

Desco Infratech Limited IPO

इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की कंपनी Desco Infratech Limited का IPO 24 मार्च 2025 से खुलकर 26 मार्च 2025 को बंद होगा। यह कंपनी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के इंस्टॉलेशन, मेंटेनेंस और ऑपरेशनल सर्विसेज प्रदान करती है। इस आईपीओ का आकार ₹30.75 करोड़ है। कंपनी ने प्रति शेयर प्राइस बैंड ₹147-₹150 तय किया है।

  • लॉट साइज: इस आईपीओ में न्यूनतम निवेश ₹1,47,000 का होगा, जिसमें एक लॉट में 1000 शेयर होंगे।

  • लक्ष्य: IPO से जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल कंपनी अपने विस्तार और कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए करेगी।

Shree Ahimsa Naturals IPO

Shree Ahimsa Naturals कंपनी का IPO 25 मार्च को खुलेगा और 27 मार्च को बंद होगा। यह SME सेगमेंट का IPO है, जिसका आकार ₹73.81 करोड़ है। इसमें ₹50.02 करोड़ के 42.04 लाख नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि ₹23.79 करोड़ के 19.99 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए जारी होंगे।

  • प्राइस बैंड: ₹113 से ₹119 प्रति शेयर

  • लॉट साइज: निवेशकों को न्यूनतम 1000 शेयर खरीदने होंगे।

  • लक्ष्य: जुटाए गए फंड का उपयोग कंपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और कर्ज चुकाने के लिए करेगी।

ATC Energies IPO

लिथियम-आयन बैटरी समाधान बनाने वाली कंपनी ATC Energies Systems का IPO भी 25 मार्च को खुलेगा और 27 मार्च को बंद होगा। कंपनी ₹63.76 करोड़ जुटाने का लक्ष्य लेकर बाजार में उतरेगी। यह IPO NSE Emerge प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होगा।

IPO Market: Desco Infratech, Shree Ahimsa Naturals समेत कई कंपनियां पेश करेंगी अपना IPO

  • IPO साइज: कुल 54,03,600 शेयर

  • फ्रेश इश्यू: 43,23,600 शेयर

  • OFS: 10,80,000 शेयर

  • प्राइस बैंड: ₹112 से ₹118 प्रति शेयर

कंपनी IPO से मिली रकम का उपयोग अपने विस्तार, उपकरणों की खरीद और कार्यशील पूंजी के लिए करेगी।

Identixweb IPO

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Shopify के लिए ऐप डेवेलप करने वाली कंपनी Identixweb का IPO 26 मार्च से खुलकर 28 मार्च को बंद होगा। कंपनी ₹16.63 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है।

  • प्राइस बैंड: ₹51 से ₹54 प्रति शेयर

  • लॉट साइज: 2000 शेयर

  • कुल शेयर: 30.80 लाख (फ्रेश इश्यू)

Identixweb IPO का लीड मैनेजर Beeline Capital Advisors Pvt Ltd और रजिस्ट्रार Skyline Financial Services Pvt Ltd है।

इस हफ्ते लिस्ट होने वाले IPO

इस हफ्ते 5 कंपनियों के IPO शेयर बाजार में लिस्ट होंगे:

  1. Paradip Transport IPO: 24 मार्च 2025 को लिस्ट होगा।

  2. Divine Heera Jewelers IPO: 24 मार्च को लिस्ट होगा।

  3. Grand Continent Hotels IPO: 27 मार्च को बाजार में उतरेगा।

  4. Rapid Fleet IPO: 28 मार्च को लिस्ट होगा।

  5. Active Infrastructure IPO: 28 मार्च को लिस्ट होगा।

IPO मार्केट में बढ़ती हलचल

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में IPO बाजार में जबरदस्त तेजी रहेगी। इस साल कई बड़ी कंपनियां भी IPO लॉन्च करने की तैयारी में हैं। अनुमान है कि इस वित्त वर्ष में कुल ₹1,53,987 करोड़ की पूंजी जुटाई जाएगी, जो पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक होगी। इसके अलावा, निवेशकों की संख्या भी बढ़कर 13.2 करोड़ होने का अनुमान है।

IPO में निवेश के फायदे और जोखिम

IPO में निवेश करना आकर्षक हो सकता है, लेकिन इससे जुड़े जोखिमों को समझना भी जरूरी है। IPO में निवेश के मुख्य लाभ हैं:

  • शुरुआती निवेश पर बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना।

  • ग्रोथ ओरिएंटेड कंपनियों में हिस्सेदारी लेने का अवसर।

  • लंबी अवधि में कैपिटल गेन का फायदा।

हालांकि, इसमें जोखिम भी शामिल हैं:

  • मार्केट में उतार-चढ़ाव का प्रभाव।

  • कंपनी की वित्तीय स्थिति में बदलाव।

  • लिस्टिंग के बाद शेयर प्राइस में गिरावट का खतरा।

इस हफ्ते IPO मार्केट में जमकर हलचल रहेगी। Desco Infratech, Shree Ahimsa Naturals, ATC Energies और Identixweb जैसी कंपनियां अपने IPO पेश करेंगी, जबकि 5 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होंगी। निवेशक इस मौके का लाभ उठाकर बेहतर कमाई कर सकते हैं। हालांकि, IPO में निवेश से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार के रुझान का विश्लेषण जरूर करें।

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क्या CareEdge Ratings के अनुसार भारत की GDP 2025-26 में 7.5 प्रतिशत तक बढ़ेगी?

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क्या CareEdge Ratings के अनुसार भारत की GDP 2025-26 में 7.5 प्रतिशत तक बढ़ेगी?

घरेलू रेटिंग एजेंसी CareEdge Ratings ने भारत की आर्थिक वृद्धि को लेकर सकारात्मक अनुमान जताया है। एजेंसी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 में देश की वास्तविक GDP ग्रोथ 7.5 प्रतिशत रहने की संभावना है, जबकि वित्त वर्ष 2026-27 में यह मामूली नरमी के साथ 7 प्रतिशत रह सकती है। CareEdge ने अपने हालिया आकलन में यह भी कहा कि हाल के दिनों में 91 के स्तर को पार कर चुके रुपये में आगे चलकर मजबूती देखने को मिल सकती है। एजेंसी के अनुसार, FY27 में रुपया 89-90 के दायरे में कारोबार कर सकता है। यह संकेत देता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत आधार पर बढ़ रही है और आने वाले वर्षों में भी स्थिरता बनाए रख सकती है।

मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक आउटलुक और विकास कारक

CareEdge की मुख्य अर्थशास्त्री राजनी सिन्हा ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत का मैक्रोइकोनॉमिक आउटलुक मजबूत बना हुआ है। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2026-27 में भी भारतीय अर्थव्यवस्था करीब 7 प्रतिशत की स्वस्थ वृद्धि दर दर्ज कर सकती है। राजनी सिन्हा के अनुसार, आर्थिक विकास को कई कारक सहारा देंगे, जिनमें महंगाई पर नियंत्रण, ब्याज दरों में संभावित कटौती, कम टैक्स बोझ और भारत-अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौता शामिल हैं। इन नीतिगत और संरचनात्मक सुधारों से घरेलू और वैश्विक निवेशकों का भरोसा भी बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनी रहेगी।

वैश्विक निवेशकों का भरोसा और पूंजीगत व्यय में सुधार

एजेंसी ने यह संकेत दिया कि पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) चक्र में सुधार के शुरुआती संकेत मिलने लगे हैं। इसका प्रमाण कैपिटल गुड्स कंपनियों की ऑर्डर बुक में दर्ज हो रही मजबूत बढ़ोतरी से मिलता है। इसके साथ ही, सकल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में हुई तेजी यह दर्शाती है कि वैश्विक निवेशकों का भरोसा भारत की विकास क्षमता पर बना हुआ है। CareEdge का मानना है कि नया लेबर कोड और अन्य संरचनात्मक सुधार निवेशकों का विश्वास और मजबूत करेंगे। इससे न केवल विदेशी निवेश बढ़ेगा बल्कि घरेलू कंपनियों के विस्तार में भी मदद मिलेगी।

दूसरी छमाही में जीडीपी ग्रोथ और निर्यात का रुझान

एजेंसी ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में शानदार प्रदर्शन के बाद दूसरी छमाही में जीडीपी ग्रोथ 7 प्रतिशत तक सीमित हो सकती है। H2 में संभावित सुस्ती का कारण निर्यात में फ्रंट-लोडिंग का असर खत्म होना और त्योहारी मांग के बाद खपत का सामान्य स्तर पर लौटना बताया गया है। CareEdge ने यह भी कहा कि अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित रत्न एवं आभूषण और टेक्सटाइल्स का निर्यात अब हांगकांग और यूएई जैसे बाजारों की ओर शिफ्ट हो रहा है। वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 में चालू खाता घाटा (सीएडी) जीडीपी के करीब 1 प्रतिशत पर संतुलित रहने की संभावना है। वहीं, राजकोषीय स्थिति के लिहाज से एजेंसी का अनुमान है कि केंद्र सरकार वित्त वर्ष 2025-26 में 4.4 प्रतिशत के फिस्कल डेफिसिट लक्ष्य को पूरा करेगी और FY27 में इसे 4.2 प्रतिशत तक घटाने की संभावना है।

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Upcoming IPOs in Next Week: दिसंबर का तीसरा हफ्ता IPO के नाम, निवेशकों के लिए मेनबोर्ड और पब्लिक इश्यू में सुनहरा मौका

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Upcoming IPOs in Next Week: दिसंबर का तीसरा हफ्ता IPO के नाम, निवेशकों के लिए मेनबोर्ड और पब्लिक इश्यू में सुनहरा मौका

Upcoming IPOs in Next Week: दिसंबर महीने का तीसरा हफ्ता 15 तारीख से शुरू हो रहा है और इस दौरान शेयर बाजार में हलचल देखने को मिलेगी। अगले हफ्ते लगभग 830 करोड़ रुपये के चार बड़े पब्लिक इश्यू लॉन्च होने वाले हैं। सबसे पहले निवेशकों को मेनबोर्ड ऑफरिंग KSH इंटरनेशनल के लिए बोली लगाने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, इस हफ्ते 15 कंपनियां एक्सचेंज पर डेब्यू करने वाली हैं, जिनमें ICICI प्रूडेंशियल AMC, कोरोना रेमेडीज़ और पार्क मेडि वर्ल्ड जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन लिस्टिंग्स से निवेशकों और मार्केट के बीच उत्साह और सक्रियता बनी रहेगी।

ICICI प्रूडेंशियल AMC और अन्य मेनबोर्ड लिस्टिंग का बेसब्री से इंतजार

निवेशकों को ICICI प्रूडेंशियल AMC की लिस्टिंग का खासा इंतजार है। 12 दिसंबर को लॉन्च हुए इस 10,603 करोड़ रुपये के आईपीओ को पहले दिन ही अच्छा रिस्पॉन्स मिला और इसे 50 प्रतिशत से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला। आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 255 रुपये है, जो इश्यू प्राइस से 10.39 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा, कोरोना रेमेडीज़ का GMP इश्यू प्राइस से 31.07 प्रतिशत अधिक है, जिससे मजबूत लिस्टिंग की उम्मीद है। नेफ्रोकेयर का GMP 6.52 प्रतिशत और वेकफिट का GMP 2.05 प्रतिशत है। SME सेगमेंट में KV टॉयज का GMP 63.18 प्रतिशत दर्ज किया गया, जो मजबूत लिस्टिंग का संकेत देता है।

KSH इंटरनेशनल का IPO और निवेशकों के लिए अवसर

मेनबोर्ड सेगमेंट में KSH इंटरनेशनल अपना पब्लिक इश्यू मंगलवार, 16 दिसंबर को लाने जा रहा है और यह गुरुवार, 18 दिसंबर को बंद होगा। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 365 रुपये से 384 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया है और इसका आकार लगभग 710 करोड़ रुपये का है। कंपनी के शेयर BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होंगे। नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट द्वारा मैनेज किया जा रहा KSH इंटरनेशनल अगले हफ्ते खुलने वाला सबसे बड़ा IPO है। निवेशक इस आईपीओ को लेकर उत्साहित हैं और इसे प्राइमरी मार्केट में सकारात्मक सेंटिमेंट बनाने वाला माना जा रहा है।

IPO से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल

KSH इंटरनेशनल द्वारा जुटाई गई रकम का एक बड़ा हिस्सा कंपनी के विकास और ऋण चुकौती में खर्च किया जाएगा। कुल 226 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में होगा। 87 करोड़ रुपये Supa और Chakan प्लांट्स में नई मशीनरी और तकनीक खरीदने पर खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा, 8.8 करोड़ रुपये Supa यूनिट में रूफटॉप सोलर पावर प्लांट लगाने में निवेश किए जाएंगे। बाकी बची हुई रकम कंपनी की सामान्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं को पूरा करने में खर्च की जाएगी। इस तरह, निवेशकों के लिए KSH इंटरनेशनल का IPO एक स्थिर और दीर्घकालिक अवसर पेश करता है।

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Mutual funds में बड़ा उछाल! 2035 तक AUM और डायरेक्ट इक्विटी दोनों में तेजी, निवेशकों के लिए बड़ा मौका

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Mutual funds में बड़ा उछाल! 2035 तक AUM और डायरेक्ट इक्विटी दोनों में तेजी, निवेशकों के लिए बड़ा मौका

Mutual funds उद्योग की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 2035 तक ₹300 लाख करोड़ के पार जाने की संभावना है, जबकि डायरेक्ट इक्विटी शेयरहोल्डिंग ₹250 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। यह जानकारी Bain & Company और ऑनलाइन स्टॉकब्रोकिंग कंपनी Groww की संयुक्त रिपोर्ट ‘How India Invests’ में दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, म्यूचुअल फंड AUM में यह तेज़ वृद्धि रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के व्यापक उपयोग से प्रेरित होगी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगले दशक में भारतीय परिवारों में म्यूचुअल फंड्स की पहुंच दोगुनी होकर 10 प्रतिशत से बढ़कर 20 प्रतिशत हो जाएगी।

Mutual funds बन रहे सबसे तेजी से बढ़ते एसेट क्लास

रिपोर्ट में यह संकेत दिया गया है कि म्यूचुअल फंड उद्योग की अगली वृद्धि की लहर घरेलू अपनाने, मजबूत डिजिटल क्षमताओं, सहायक नियामक ढांचे और बढ़ते निवेशक विश्वास से संचालित होगी। वहीं, डायरेक्ट इक्विटी में बढ़ोतरी का कारण है दीर्घकालिक निवेश की ओर बदलाव और डिजिटल माध्यमों से निवेशकों की बढ़ती पहुँच। Bain India के फाइनेंशियल सर्विसेज़ के पार्टनर और हेड सौरभ तृहन ने कहा, “भारतीय परिवार धीरे-धीरे पारंपरिक बचत के नजरिए से निवेश-केंद्रित दृष्टिकोण की ओर बढ़ रहे हैं। हाल के वर्षों में म्यूचुअल फंड्स और डायरेक्ट इक्विटीज सबसे तेजी से बढ़ते एसेट क्लास के रूप में उभरे हैं।”

Mutual funds में बड़ा उछाल! 2035 तक AUM और डायरेक्ट इक्विटी दोनों में तेजी, निवेशकों के लिए बड़ा मौका

रिटेल निवेशक भारत की अर्थव्यवस्था में निभाएंगे अहम भूमिका

Groww के को-फाउंडर और COO हर्ष जैन ने भी इस दृष्टिकोण की पुष्टि की और कहा, “हम भारतीयों में एक संरचनात्मक बदलाव देख रहे हैं। अब लोग ‘पहले निवेश करें’ की मानसिकता अपना रहे हैं, न कि केवल ‘पहले बचत करें’ की।” रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि रिटेल निवेश भारत को $10 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने की यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। इससे न केवल नई नौकरियों का सृजन होगा, बल्कि वित्तीय क्षेत्र में व्यवसायों के लिए ग्रोथ कैपिटल की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

निवेश के बढ़ते अवसर और आर्थिक असर

रिपोर्ट के अनुसार, म्यूचुअल फंड्स और डायरेक्ट इक्विटी में बढ़ती निवेश प्रवृत्ति से भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर फायदा होगा। अनुमान है कि आने वाले वर्षों में इन निवेशों से 700,000 से अधिक नई नौकरियों का सृजन होगा और व्यवसायों के लिए पूंजी उपलब्ध कराई जाएगी। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और निवेशकों की जागरूकता ने पारंपरिक बचत से निवेश की दिशा में बदलाव को तेजी दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रवृत्ति आने वाले दशकों में भारतीय वित्तीय परिदृश्य को नया आकार देगी और घरेलू निवेशकों के लिए व्यापक अवसर पैदा करेगी।

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