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IND vs PAK: दुबई में फिर चलेगा गेंदबाजों का जादू या बल्लेबाजों की होगी धमाकेदार पारी?

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IND vs PAK: दुबई में फिर चलेगा गेंदबाजों का जादू या बल्लेबाजों की होगी धमाकेदार पारी?

IND vs PAK: वर्तमान में पूरे क्रिकेट जगत में सबसे ज्यादा चर्चा भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में होने वाले मैच की हो रही है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के इस महत्वपूर्ण मुकाबले में दोनों टीमें किस तरह की प्लेइंग इलेवन के साथ उतरेंगी, यह दुबई स्टेडियम की पिच पर काफी हद तक निर्भर करेगा।

पाकिस्तान की टीम इस मैच में दोगुने दबाव के साथ उतरेगी। एक तरफ तो भारत के खिलाफ होने वाले इस बड़े मुकाबले का तनाव रहेगा, वहीं अगर वे इस मैच में भी हार जाते हैं, तो सेमीफाइनल में पहुंचने के उनके रास्ते लगभग बंद हो जाएंगे। दूसरी ओर, भारतीय टीम ने अपने पहले मैच में शानदार जीत दर्ज करके टूर्नामेंट की मजबूत शुरुआत की है। अब ऐसे में दोनों टीमें रविवार को होने वाले इस मुकाबले के लिए अपनी रणनीति पिच को ध्यान में रखकर तैयार करेंगी।

धीमी पिच पर गेंदबाजों का दबदबा संभव

अगर दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम की पिच की बात करें तो यहां गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिल सकता है। यह पिच धीमी होती है, जिससे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल हो सकता है, खासकर जब गेंद थोड़ी पुरानी हो जाए। पिछला मुकाबला भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया था, जिसमें शुरुआती 10 ओवरों के बाद बल्लेबाजों के लिए रन बनाना कठिन हो गया था।

अब तक दुबई में 59 वनडे मैच खेले जा चुके हैं, जिनमें से पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 22 बार जीत दर्ज की है, जबकि लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने 35 बार जीत हासिल की है। अगर पहले पारी के औसत स्कोर की बात करें तो यह आमतौर पर 215 से 220 रन के बीच देखा गया है। इस मैदान पर 300 से अधिक रन बनाना आसान नहीं होता है।

गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है पिच

  • स्पिनरों को इस पिच पर मदद मिल सकती है, खासकर दूसरी पारी में जब पिच और धीमी हो जाएगी।
  • तेज गेंदबाजों को नई गेंद से स्विंग और सीम मूवमेंट मिल सकती है।
  • ओस की स्थिति ज्यादा प्रभावी नहीं होगी, जिससे स्पिनरों को पूरे मैच में मदद मिल सकती है।

क्या बल्लेबाज कर पाएंगे रन?

इस पिच पर बल्लेबाजों के लिए शुरूआती ओवरों में रन बनाना आसान हो सकता है, लेकिन जैसे-जैसे गेंद पुरानी होगी, स्ट्रोक प्ले करना मुश्किल होता जाएगा। इसलिए बल्लेबाजों को अपनी पारी संवारने की रणनीति अपनानी होगी।

IND vs PAK: दुबई में फिर चलेगा गेंदबाजों का जादू या बल्लेबाजों की होगी धमाकेदार पारी?

कुछ महत्वपूर्ण बातें जो बल्लेबाजों को ध्यान में रखनी होंगी:

  • पहली 10 ओवरों में तेजी से रन बनाने की कोशिश करनी होगी।
  • पिच धीमी होने के कारण एक निर्धारित लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाजी करनी होगी।
  • अनुभवी बल्लेबाजों को टिककर खेलने की जरूरत होगी, ताकि टीम एक अच्छा स्कोर खड़ा कर सके।

मौसम का हाल: खेल में कोई रुकावट नहीं

दुबई में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले इस चैंपियंस ट्रॉफी 2025 मुकाबले के दौरान मौसम पूरी तरह से साफ रहने की उम्मीद है। AccuWeather की रिपोर्ट के अनुसार, इस दिन अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। हालांकि, आसमान में कुछ हल्के बादल रह सकते हैं, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। इसलिए फैंस इस हाई-वोल्टेज मुकाबले का पूरा आनंद ले सकते हैं।

भारत और पाकिस्तान की संभावित रणनीति

भारत की रणनीति:

  • भारत की टीम धीमी पिच को ध्यान में रखते हुए दो स्पिनरों के साथ उतर सकती है।
  • टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों को पिच पर कुछ समय बिताना होगा ताकि वे अच्छा स्कोर खड़ा कर सकें।
  • तेज गेंदबाजों को नई गेंद से अधिकतम स्विंग निकालने की कोशिश करनी होगी।

पाकिस्तान की रणनीति:

  • पाकिस्तान की टीम स्पिनरों पर अधिक निर्भर कर सकती है, क्योंकि उनकी गेंदबाजी इस तरह की पिचों पर प्रभावी रही है।
  • शुरुआती ओवरों में ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की कोशिश करनी होगी, क्योंकि बाद में पिच और धीमी हो सकती है।
  • तेज गेंदबाजों को सही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करनी होगी ताकि भारतीय बल्लेबाजों को जल्दी आउट किया जा सके।

भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में होने वाला यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है। पिच के धीमे होने के कारण गेंदबाजों का दबदबा देखने को मिल सकता है, लेकिन जो टीम पिच की परिस्थितियों के अनुसार खुद को बेहतर ढंग से ढालेगी, वही जीत की प्रबल दावेदार होगी।

अब देखना यह होगा कि क्या भारतीय टीम अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रख पाएगी या फिर पाकिस्तान इस मैच में जीत हासिल कर सेमीफाइनल की दौड़ में बना रहेगा। फैंस को इस महामुकाबले का बेसब्री से इंतजार है और निश्चित रूप से यह मैच एक यादगार मुकाबला होने वाला है।

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AUS vs ENG: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जताई चिंता, दो दिन में समाप्त Melbourne Test के असर पर चर्चा

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AUS vs ENG: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जताई चिंता, दो दिन में समाप्त Melbourne Test के असर पर चर्चा

AUS vs ENG: बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के लिए क्रिकेट फैंस को काफी उत्साह था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच यह मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में 26 दिसंबर से शुरू हुआ था, और दर्शक उम्मीद कर रहे थे कि पांच दिनों तक रोमांचक टेस्ट क्रिकेट का आनंद लिया जाएगा। लेकिन यह मैच केवल दो दिनों में ही समाप्त हो गया, और इंग्लैंड ने चार विकेट से जीत दर्ज की। मैच का इतनी जल्दी खत्म होना दर्शकों और पूर्व क्रिकेटरों के लिए चौंकाने वाला था। इसके साथ ही, पिच की गुणवत्ता को लेकर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं।

टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए खतरा

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ, टॉड ग्रीनबर्ग ने मैच के बाद कहा कि ऐसे मैच टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए अच्छे नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हम भविष्य में बेहतर पिच तैयार कराने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने पर विचार कर रहे हैं। फैंस के लिए ऐसे मैच देखना रोमांचक होता है, लेकिन हम चाहते हैं कि टेस्ट मैच लंबा चले। पहले दिन का खेल देखने के बाद मुझे रात को नींद नहीं आई। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कभी पिच तैयारी में हस्तक्षेप नहीं किया, लेकिन व्यावसायिक दृष्टिकोण से पिच तैयारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”

इस बयान से यह साफ है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अब पिच की गुणवत्ता और टेस्ट मैच की लंबाई को लेकर गंभीर हो गया है। लंबे और संतुलित टेस्ट मैच न केवल खिलाड़ियों के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं बल्कि दर्शकों को भी सही टेस्ट क्रिकेट का अनुभव देते हैं।

भारत में पिच पर अक्सर आलोचना होती है

मेलबर्न टेस्ट के दो दिन में खत्म होने के बाद, पूर्व इंग्लैंड खिलाड़ी केविन पीटरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि भारत में जब किसी टेस्ट मैच के पहले दिन कई विकेट गिरते हैं, तो पिच की काफी आलोचना होती है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया को भी समान आलोचना का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि न्याय सबके लिए समान होना चाहिए।

पूर्व भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने भी पिच की आलोचना की। उन्होंने कहा कि MCG की पिच काफी सामान्य लग रही थी। उन्हें यह विश्वास नहीं हो रहा था कि चार में से दो एशेज टेस्ट केवल दो दिन में खत्म हो गए, और चारों मैच मिलाकर कुल केवल 13 दिनों तक चले। यह दर्शाता है कि पिच की गुणवत्ता और मैच की लंबाई के मुद्दे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब गंभीर रूप से उठ रहे हैं।

सुधार की आवश्यकता और भविष्य की रणनीति

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मैच टेस्ट क्रिकेट के लिए हानिकारक हैं। खेल को संतुलित और प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखने के लिए पिच तैयार करने में सुधार की जरूरत है। लंबी टेस्ट मैचों से खिलाड़ियों का कौशल, टीम की रणनीति और फैंस की समझ बेहतर होती है। इसके अलावा, बोर्डों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पिचें न केवल चुनौतीपूर्ण हों, बल्कि लंबी अवधि के मैच के लिए टिकाऊ भी हों।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने संकेत दिया है कि वह भविष्य में पिच तैयार करने की प्रक्रिया में सुधार लाने के लिए कदम उठाएगा। यह कदम न केवल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। फैंस और खिलाड़ियों की उम्मीद है कि आने वाले टेस्ट मैचों में ऐसा न हो और टेस्ट क्रिकेट की प्रतिष्ठा बनाए रखी जाए।

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ICC Academy दुबई में भारत-पाक मुकाबला: टीम इंडिया का टारगेट पीछा करना हुआ मुश्किल

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ICC Academy दुबई में भारत-पाक मुकाबला: टीम इंडिया का टारगेट पीछा करना हुआ मुश्किल

ICC Academy, दुबई में खेले जा रहे अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने हैं। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 348 रन का विशाल लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान आयुष म्हात्रे का बल्ला इस मैच में बिल्कुल नहीं चला। टीम को पहले ही झटके का सामना करना पड़ा, जब कप्तान महत्रे तीसरे ओवर की दूसरी गेंद पर फरहान युसूफ के हाथों कैच होकर आउट हो गए।

आयुष म्हात्रे और अली राजा के बीच बहस

आउट होने के बाद पाकिस्तानी गेंदबाज अली राजा और आयुष म्हात्रे के बीच बहस हुई। राजा ने विकेट लेने के बाद कप्तान से कुछ कहा, जिससे माहौल गर्मा गया और आयुष भी उनके पास गए। हालांकि, अंपायर ने बीच में आकर मामला शांत करवाया। इस ओवर में आयुष ने ड्राइव खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद हवा में गई और मिड-ऑफ पर फरहान युसूफ ने शानदार कैच पकड़ा। इस विकेट ने भारतीय टीम की चुनौती पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

https://twitter.com/i/status/2002675154682597665

टूर्नामेंट में आयुष का प्रदर्शन

अंडर-19 एशिया कप में आयुष म्हात्रे का बल्ला पूरे टूर्नामेंट में ठीक नहीं चला। उन्होंने पांच मैचों में से सिर्फ दो मैचों में डबल डिजिट स्कोर बनाया, जबकि तीन मैचों में उन्हें सिंगल डिजिट स्कोर पर आउट होना पड़ा। उनका सबसे उच्च स्कोर 38 रन रहा, जो लीग स्टेज में पाकिस्तान के खिलाफ आया था। फाइनल में आयुष सिर्फ 2 रन बनाकर 7 गेंदों में आउट हुए। इस प्रदर्शन ने भारत के लिए फाइनल की चुनौती और कठिन कर दी।

पाकिस्तान की जबरदस्त बल्लेबाजी और भारत की गेंदबाजी

पाकिस्तान की पारी में समीर मिन्हास ने शानदार बल्लेबाजी की और 17 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 113 गेंदों में 172 रन बनाकर आउट हुए। इसके अलावा अहमद हुसैन ने 72 गेंदों में 56 रन की पारी खेली। पाकिस्तान की टीम ने 50 ओवर बैटिंग के बाद 8 विकेट के नुकसान पर 247 रन बनाए। भारत की ओर से दीपेश देवेंद्रन ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। ऐसे में भारत को जीत के लिए अपनी पूरी टीम पारी और गेंदबाजी में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

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IPL 2026 से पहले केकेआर को झटका, मुस्तफिजुर रहमान सीजन के बीच लौट सकते घर

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IPL 2026 से पहले केकेआर को झटका, मुस्तफिजुर रहमान सीजन के बीच लौट सकते घर

IPL 2026: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 19वें सीजन का आगाज 26 मार्च 2026 से होने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे पहले 16 दिसंबर को अबू धाबी में मेगा ऑक्शन का आयोजन किया गया, जहां सभी फ्रेंचाइजियों ने अपनी टीम को मजबूत करने के लिए जमकर बोली लगाई। इस बार ऑक्शन में सबसे ज्यादा हलचल कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के पाले में देखने को मिली, क्योंकि उनके पास न सिर्फ सबसे ज्यादा स्लॉट खाली थे बल्कि पर्स में भी बड़ी रकम मौजूद थी। केकेआर ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और कई बड़े खिलाड़ियों पर दांव लगाया। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को 25 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदकर उन्होंने ऑक्शन का सबसे बड़ा सौदा किया। इसके अलावा टीम ने गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने के लिए बांग्लादेश के अनुभवी तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को भी मोटी रकम खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया। हालांकि अब सीजन शुरू होने से पहले ही केकेआर के लिए एक चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है।

न्यूजीलैंड सीरीज के कारण बीच सीजन लौटेंगे मुस्तफिजुर

दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने अप्रैल महीने में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज की तैयारी शुरू कर दी है। इस सीरीज में तीन वनडे मैच खेले जाने हैं, हालांकि इसका आधिकारिक शेड्यूल अभी घोषित नहीं हुआ है। इसी बीच बांग्लादेश क्रिकेट ऑपरेशंस चेयरमैन नजमुल अबेदीन का बयान सामने आया है। क्रिकबज के मुताबिक उन्होंने साफ किया कि मुस्तफिजुर रहमान आईपीएल के दौरान करीब 8 दिनों के लिए बांग्लादेश लौटेंगे। उन्होंने कहा कि मुस्तफिजुर को आईपीएल खेलने के लिए एनओसी दे दी गई है, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में उनका खेलना अनिवार्य होगा। इसका मतलब साफ है कि आईपीएल 2026 के शुरुआती या मध्य चरण में केकेआर को अपने इस अहम गेंदबाज के बिना मैदान में उतरना पड़ सकता है, जो टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

बांग्लादेश के लिए क्यों अहम है यह वनडे सीरीज

बांग्लादेश क्रिकेट टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ यह वनडे सीरीज बेहद अहम मानी जा रही है। दरअसल, वनडे वर्ल्ड कप 2027 में सीधी क्वालिफिकेशन हासिल करने के लिए आईसीसी की वनडे रैंकिंग में टॉप-8 में रहना जरूरी है। फिलहाल बांग्लादेश टीम रैंकिंग में 10वें स्थान पर है, जो उनके लिए चिंता का विषय है। साल 2025 में बांग्लादेश ने अब तक 11 वनडे मुकाबले खेले हैं, जिनमें से उन्हें सिर्फ 3 में जीत मिली है। ऐसे में न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ घरेलू सीरीज उनके लिए रैंकिंग सुधारने का सुनहरा मौका है। इसी वजह से बोर्ड किसी भी हाल में अपने प्रमुख खिलाड़ियों को इस सीरीज के लिए उपलब्ध रखना चाहता है। मुस्तफिजुर रहमान बांग्लादेश के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं और उनकी गैरमौजूदगी टीम के लिए भारी पड़ सकती है, इसलिए उन्हें आईपीएल से वापस बुलाने का फैसला लिया गया है।

केकेआर को कितना होगा नुकसान?

कोलकाता नाइट राइडर्स ने मुस्तफिजुर रहमान को 9 करोड़ 20 लाख रुपये में आईपीएल 2026 के लिए खरीदा है। टी20 फॉर्मेट में उनकी काबिलियत किसी से छिपी नहीं है। स्लोअर बॉल, कटर और डेथ ओवरों में सटीक यॉर्कर डालने में उन्हें महारत हासिल है। आईपीएल करियर की बात करें तो मुस्तफिजुर ने अब तक 60 मैचों में 65 विकेट चटकाए हैं, उनका औसत 28.45 का रहा है, जो टी20 क्रिकेट में काफी प्रभावशाली माना जाता है। ऐसे में सीजन के बीच उनका 8 दिन के लिए बाहर जाना केकेआर की प्लानिंग को प्रभावित कर सकता है, खासकर अगर उसी समय टीम के अहम मुकाबले हों। हालांकि, केकेआर के पास स्क्वाड डेप्थ है, लेकिन मुस्तफिजुर जैसा एक्सपीरियंस और वैरायटी वाला गेंदबाज हर मैच में फर्क पैदा कर सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि केकेआर मैनेजमेंट इस चुनौती से कैसे निपटता है और क्या मुस्तफिजुर की गैरमौजूदगी टीम के प्रदर्शन पर असर डालती है या नहीं।

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