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IND vs NZ Final: चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छक्के जमाने वाले खिलाड़ी, गांगुली टॉप पर, रोहित आठवें नंबर पर

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IND vs NZ Final: चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छक्के जमाने वाले खिलाड़ी, गांगुली टॉप पर, रोहित आठवें नंबर पर

IND vs NZ Final: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में कौन सबसे ऊपर है? क्या भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस सूची में शामिल हैं? दरअसल, पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं। वहीं, टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा इस सूची में आठवें स्थान पर हैं।

सौरव गांगुली ने चैंपियंस ट्रॉफी के 13 मैचों में 17 छक्के लगाए हैं। उनके बाद भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या दूसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 9 मैचों में 15 छक्के जड़े हैं।

ICC चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज

1. सौरव गांगुली (भारत) – 17 छक्के

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 13 मैचों में 17 छक्के लगाए हैं। गांगुली की आक्रामक बल्लेबाजी शैली और बड़े शॉट खेलने की क्षमता ने उन्हें इस सूची में शीर्ष स्थान पर बनाए रखा है।

2. हार्दिक पांड्या (भारत) – 15 छक्के

टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 9 मैचों में 15 छक्के लगाए हैं। हार्दिक पांड्या अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में अपने सीमित अवसरों में शानदार प्रदर्शन किया है।

3. क्रिस गेल (वेस्टइंडीज) – 15 छक्के

वेस्टइंडीज के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 17 मैचों में 15 छक्के लगाए हैं। गेल अपने लंबे-लंबे छक्कों के लिए मशहूर हैं और चैंपियंस ट्रॉफी में भी उन्होंने कई मैचों में धमाकेदार बल्लेबाजी की है।

IND vs NZ Final: चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छक्के जमाने वाले खिलाड़ी, गांगुली टॉप पर, रोहित आठवें नंबर पर

4. डेविड मिलर (दक्षिण अफ्रीका) – 14 छक्के

दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज डेविड मिलर ने 10 मैचों में 14 छक्के लगाए हैं। मिलर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने कई मौकों पर अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं।

5. इयोन मोर्गन (इंग्लैंड) – 14 छक्के

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन इस सूची में पांचवें स्थान पर हैं। उन्होंने 13 मैचों में 14 छक्के लगाए हैं। मोर्गन अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और तेज स्ट्राइक रेट के लिए जाने जाते हैं।

6. शेन वॉटसन (ऑस्ट्रेलिया) – 12 छक्के

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने 17 मैचों में 12 छक्के लगाए हैं। वॉटसन ने चैंपियंस ट्रॉफी में कई शानदार पारियां खेली हैं और अपने समय के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे हैं।

7. पॉल कॉलिंगवुड (इंग्लैंड) – 11 छक्के

इंग्लैंड के पॉल कॉलिंगवुड ने 11 मैचों में 11 छक्के लगाए हैं। कॉलिंगवुड अपनी तकनीकी रूप से सुदृढ़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे और उन्होंने इंग्लैंड के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं।

8. रोहित शर्मा (भारत) – 11 छक्के

भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने चैंपियंस ट्रॉफी के 14 मैचों में 11 छक्के लगाए हैं। हालांकि, छक्के लगाने की सूची में वह आठवें स्थान पर हैं, लेकिन उनकी कुल बल्लेबाजी प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में शानदार रही है।

रोहित शर्मा का प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी में:

  • मैच खेले: 14
  • कुल रन: 585
  • औसत: 45.00
  • उच्चतम स्कोर: 123* (नाबाद)

रोहित शर्मा का चैंपियंस ट्रॉफी में प्रदर्शन हमेशा शानदार रहा है। उन्होंने 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहते हुए दमदार पारियां खेली थीं।

9. शाहिद अफरीदी (पाकिस्तान) – 10 छक्के

पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने 13 मैचों में 10 छक्के लगाए हैं। अफरीदी अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और ताबड़तोड़ शॉट्स के लिए मशहूर थे।

10. क्रेग मैकमिलन (न्यूजीलैंड) – 9 छक्के

न्यूजीलैंड के क्रेग मैकमिलन इस सूची में दसवें स्थान पर हैं। उन्होंने 7 मैचों में 9 छक्के लगाए हैं।

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में सौरव गांगुली पहले स्थान पर हैं, जिन्होंने 13 मैचों में 17 छक्के लगाए हैं। वहीं, भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या दूसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 9 मैचों में 15 छक्के लगाए हैं।

वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन, और दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर भी इस सूची में शीर्ष स्थानों पर मौजूद हैं।

हालांकि, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस सूची में आठवें स्थान पर हैं, लेकिन उनका कुल प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार रहा है। उन्होंने 14 मैचों में 585 रन बनाए हैं, जो उनकी बल्लेबाजी की निरंतरता को दर्शाता है।

चैंपियंस ट्रॉफी में छक्के लगाने की यह सूची यह दर्शाती है कि विभिन्न युगों में विस्फोटक बल्लेबाजों ने अपनी आक्रामकता से क्रिकेट प्रेमियों का मनोरंजन किया है और अपनी टीमों को महत्वपूर्ण जीत दिलाई है।

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IPL 2026 से पहले केकेआर को झटका, मुस्तफिजुर रहमान सीजन के बीच लौट सकते घर

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IPL 2026 से पहले केकेआर को झटका, मुस्तफिजुर रहमान सीजन के बीच लौट सकते घर

IPL 2026: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 19वें सीजन का आगाज 26 मार्च 2026 से होने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे पहले 16 दिसंबर को अबू धाबी में मेगा ऑक्शन का आयोजन किया गया, जहां सभी फ्रेंचाइजियों ने अपनी टीम को मजबूत करने के लिए जमकर बोली लगाई। इस बार ऑक्शन में सबसे ज्यादा हलचल कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के पाले में देखने को मिली, क्योंकि उनके पास न सिर्फ सबसे ज्यादा स्लॉट खाली थे बल्कि पर्स में भी बड़ी रकम मौजूद थी। केकेआर ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और कई बड़े खिलाड़ियों पर दांव लगाया। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को 25 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदकर उन्होंने ऑक्शन का सबसे बड़ा सौदा किया। इसके अलावा टीम ने गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने के लिए बांग्लादेश के अनुभवी तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को भी मोटी रकम खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया। हालांकि अब सीजन शुरू होने से पहले ही केकेआर के लिए एक चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है।

न्यूजीलैंड सीरीज के कारण बीच सीजन लौटेंगे मुस्तफिजुर

दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने अप्रैल महीने में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज की तैयारी शुरू कर दी है। इस सीरीज में तीन वनडे मैच खेले जाने हैं, हालांकि इसका आधिकारिक शेड्यूल अभी घोषित नहीं हुआ है। इसी बीच बांग्लादेश क्रिकेट ऑपरेशंस चेयरमैन नजमुल अबेदीन का बयान सामने आया है। क्रिकबज के मुताबिक उन्होंने साफ किया कि मुस्तफिजुर रहमान आईपीएल के दौरान करीब 8 दिनों के लिए बांग्लादेश लौटेंगे। उन्होंने कहा कि मुस्तफिजुर को आईपीएल खेलने के लिए एनओसी दे दी गई है, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में उनका खेलना अनिवार्य होगा। इसका मतलब साफ है कि आईपीएल 2026 के शुरुआती या मध्य चरण में केकेआर को अपने इस अहम गेंदबाज के बिना मैदान में उतरना पड़ सकता है, जो टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

बांग्लादेश के लिए क्यों अहम है यह वनडे सीरीज

बांग्लादेश क्रिकेट टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ यह वनडे सीरीज बेहद अहम मानी जा रही है। दरअसल, वनडे वर्ल्ड कप 2027 में सीधी क्वालिफिकेशन हासिल करने के लिए आईसीसी की वनडे रैंकिंग में टॉप-8 में रहना जरूरी है। फिलहाल बांग्लादेश टीम रैंकिंग में 10वें स्थान पर है, जो उनके लिए चिंता का विषय है। साल 2025 में बांग्लादेश ने अब तक 11 वनडे मुकाबले खेले हैं, जिनमें से उन्हें सिर्फ 3 में जीत मिली है। ऐसे में न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ घरेलू सीरीज उनके लिए रैंकिंग सुधारने का सुनहरा मौका है। इसी वजह से बोर्ड किसी भी हाल में अपने प्रमुख खिलाड़ियों को इस सीरीज के लिए उपलब्ध रखना चाहता है। मुस्तफिजुर रहमान बांग्लादेश के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं और उनकी गैरमौजूदगी टीम के लिए भारी पड़ सकती है, इसलिए उन्हें आईपीएल से वापस बुलाने का फैसला लिया गया है।

केकेआर को कितना होगा नुकसान?

कोलकाता नाइट राइडर्स ने मुस्तफिजुर रहमान को 9 करोड़ 20 लाख रुपये में आईपीएल 2026 के लिए खरीदा है। टी20 फॉर्मेट में उनकी काबिलियत किसी से छिपी नहीं है। स्लोअर बॉल, कटर और डेथ ओवरों में सटीक यॉर्कर डालने में उन्हें महारत हासिल है। आईपीएल करियर की बात करें तो मुस्तफिजुर ने अब तक 60 मैचों में 65 विकेट चटकाए हैं, उनका औसत 28.45 का रहा है, जो टी20 क्रिकेट में काफी प्रभावशाली माना जाता है। ऐसे में सीजन के बीच उनका 8 दिन के लिए बाहर जाना केकेआर की प्लानिंग को प्रभावित कर सकता है, खासकर अगर उसी समय टीम के अहम मुकाबले हों। हालांकि, केकेआर के पास स्क्वाड डेप्थ है, लेकिन मुस्तफिजुर जैसा एक्सपीरियंस और वैरायटी वाला गेंदबाज हर मैच में फर्क पैदा कर सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि केकेआर मैनेजमेंट इस चुनौती से कैसे निपटता है और क्या मुस्तफिजुर की गैरमौजूदगी टीम के प्रदर्शन पर असर डालती है या नहीं।

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क्या IPL 2026 शेड्यूल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए चिंता का कारण बन सकता है?

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क्या IPL 2026 शेड्यूल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए चिंता का कारण बन सकता है?

IPL 2026 मिनी ऑक्शन के बाद सभी 10 टीमों के स्क्वाड तैयार हो चुके हैं। इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सभी टीमों को जानकारी दे दी है कि IPL 2026 का आगाज 26 मार्च से होगा और फाइनल मुकाबला 31 मई को खेला जाएगा। यह शेड्यूल आने के बाद से ही क्रिकेट जगत में चर्चा तेज हो गई है। IPL की यह तारीखें इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसी समय पाकिस्तान में होने वाले पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) पर भी असर पड़ सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए यह चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि IPL और PSL का एक ही समय पर होना उनकी लीग की व्यूअरशिप और व्यापारिक गतिविधियों पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

IPL और PSL का समय सीमा संघर्ष

PSL का 11वां संस्करण यानी PSL 2026 भी 26 मार्च से शुरू होने वाला है और इसका फाइनल 3 मई को खेला जाएगा। इसका मतलब है कि PSL का पूरा टूर्नामेंट उसी समय आयोजित होगा जब भारत में IPL का रोमांच चरम पर होगा। आमतौर पर PSL फरवरी-मार्च में आयोजित होता है, लेकिन 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के कारण उसका आयोजन मार्च में कर दिया गया था। इस बार भी टी20 वर्ल्ड कप 7 फरवरी से 8 मार्च तक खेला जाएगा, इसलिए PSL को उसके पारंपरिक समय से पीछे खिसकाकर आयोजित करना पड़ा। इस समय सीमा संघर्ष के कारण PSL की व्यूअरशिप में गिरावट देखने को मिल सकती है और कई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर IPL एग्रीमेंट के कारण PSL में खेल नहीं पाएंगे।

IPL 2026 मिनी ऑक्शन का रोमांच

IPL 2026 के लिए ऑक्शन संपन्न हो चुका है। इस बार कुल 77 खिलाड़ियों पर कुल 215.45 करोड़ रुपये खर्च किए गए। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन इस नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी बने, जिन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 25.2 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके अलावा मथीशा पाथिराना और लियाम लिविंगस्टोन पर भी टीमों ने भारी रकम खर्च की। मिनी ऑक्शन के बाद टीमों का संतुलन और रणनीति साफ हो गई है, और फैंस अब नई टीमों और उनके प्रदर्शन के लिए उत्साहित हैं।

IPL और PSL के साथ भविष्य की चुनौतियां

इस बार IPL और PSL के एक साथ होने के कारण कई चुनौतियां सामने आ सकती हैं। PSL के लिए व्यूअरशिप में गिरावट और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की अनुपस्थिति जैसे मुद्दे पैदा हो सकते हैं। वहीं, IPL के लिए यह अवसर भी बन सकता है कि वह पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपनी रणनीति पहले ही साफ कर दी है कि वह IPL के आयोजन पर फोकस करेगा। वहीं, PSL आयोजकों को अपनी लीग के समय और खिलाड़ियों की उपलब्धता पर नए सिरे से विचार करना होगा। इस साल का IPL और PSL दोनों ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांचक और चुनौतीपूर्ण साबित होने वाले हैं।

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IND vs SA: धर्मशाला टी20 में बड़ा फैसला, सूर्या ने टॉस जीता, प्लेइंग इलेवन में हुए चौंकाने वाले बदलाव

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IND vs SA: धर्मशाला टी20 में बड़ा फैसला, सूर्या ने टॉस जीता, प्लेइंग इलेवन में हुए चौंकाने वाले बदलाव

IND vs SA: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज का तीसरा मुकाबला हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत धर्मशाला स्टेडियम में खेला जा रहा है। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। टॉस के समय स्टेडियम में मौसम ठंडा और मैदान पर हल्की ओस नजर आई, जिसे ध्यान में रखते हुए भारत ने यह फैसला लिया। इस मुकाबले में भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में दो बड़े बदलाव देखने को मिले, जिसने फैंस को चौंका दिया। कई लोग संजू सैमसन की वापसी की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उन्हें एक बार फिर मौका नहीं मिला। वहीं पिछले मैच में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाले अक्षर पटेल को इस मैच के लिए बाहर कर दिया गया।

अक्षर पटेल बाहर, जसप्रीत बुमराह निजी कारणों से लौटे घर

टॉस के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टीम में हुए बदलावों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अक्षर पटेल पूरी तरह फिट नहीं हैं, इसलिए उन्हें इस मुकाबले में नहीं खिलाया गया। इसके अलावा भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह निजी कारणों के चलते टीम से अलग होकर घर लौट गए हैं। बुमराह की गैरमौजूदगी भारतीय गेंदबाजी के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है। उनकी जगह टीम मैनेजमेंट ने युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा को मौका दिया है। इसके साथ ही टीम में कुलदीप यादव की भी वापसी हुई है। गेंदबाजी को लेकर सूर्यकुमार यादव ने कहा कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी है और दूसरी पारी में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ओस का असर बाद में बढ़ेगा, इसलिए पहले गेंदबाजी करना फायदेमंद हो सकता है।

IND vs SA: धर्मशाला टी20 में बड़ा फैसला, सूर्या ने टॉस जीता, प्लेइंग इलेवन में हुए चौंकाने वाले बदलाव

भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में दिखा संतुलन

इस मुकाबले के लिए भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण देखने को मिला है। ओपनिंग की जिम्मेदारी अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल संभालेंगे। मिडिल ऑर्डर में कप्तान सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या मौजूद हैं, जो टीम को मजबूती देते हैं। ऑलराउंडर के रूप में शिवम दुबे को मौका मिला है, जबकि विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी जितेश शर्मा के कंधों पर होगी। गेंदबाजी विभाग में अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती शामिल हैं। यह संयोजन बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलन बनाए रखने की कोशिश दर्शाता है। कप्तान ने कहा कि पिछली हार से उबरना टीम के लिए सबसे अहम है और खिलाड़ी पूरे जोश के साथ मैदान में उतरे हैं।

दक्षिण अफ्रीका की टीम में भी तीन बड़े बदलाव

दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टी20 मुकाबले में भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था और उसी लय को बरकरार रखने के इरादे से उन्होंने तीसरे मैच में अपनी टीम में तीन बड़े बदलाव किए हैं। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान एडन मार्करम ने टॉस के दौरान बताया कि कॉर्बिन बॉश, एनरिच नॉर्टजे और ट्रिस्टन स्टब्स को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है। इन खिलाड़ियों को डेविड मिलर, लुथो सिपामला और जॉर्ज लिंडे की जगह मौका मिला है। दक्षिण अफ्रीकी टीम का मानना है कि ये बदलाव उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों को और मजबूत बनाएंगे। सीरीज इस समय बेहद रोमांचक मोड़ पर है और दोनों टीमें इस मुकाबले को जीतकर बढ़त हासिल करना चाहेंगी। ऐसे में धर्मशाला में खेले जा रहे इस मैच से फैंस को एक हाई-वोल्टेज मुकाबले की पूरी उम्मीद है।

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