Connect with us

खेल

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के मैच में पावर फेल्योर का मामला, अब ओडिशा सरकार ने जारी किया नोटिस

Published

on

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के मैच में पावर फेल्योर का मामला, अब ओडिशा सरकार ने जारी किया नोटिस

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच कटक में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया ने 4 विकेट से जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने इस सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। मैच के दौरान टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार शतक जड़ा और टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रोहित शर्मा ने 90 गेंदों पर 119 रन बनाए, जिसके बाद भारत ने इंग्लैंड को आसानी से मात दी।

लेकिन इस मैच के दौरान एक ऐसी घटना घटी, जिसके कारण ओडिशा सरकार को एक नोटिस जारी करना पड़ा। यह घटना मैच के बीच में हुई, जब एक फ्लड लाइट बंद हो गई, जिससे मैच में लगभग 30 मिनट का विराम लगा। इस वजह से खिलाड़ियों और दर्शकों को भी परेशानी हुई। अब ओडिशा सरकार ने राज्य क्रिकेट संघ को इस घटना के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

फ्लड लाइट बंद होने से मैच हुआ प्रभावित

भारत और इंग्लैंड के बीच कटक के बाराबटी स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे वनडे मैच के दौरान भारतीय टीम 305 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। इस समय मैच के 7वें ओवर के दौरान अचानक एक फ्लड लाइट बंद हो गई, जिसके कारण मैच रुक गया। इस तकनीकी खराबी के कारण मैच लगभग आधे घंटे तक रुका रहा। इसके चलते खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

ओडिशा सरकार ने भेजा नोटिस

इस घटना के बाद ओडिशा सरकार ने राज्य क्रिकेट संघ को एक नोटिस भेजा है। ओडिशा सरकार के खेल निदेशक सिद्धार्थ दास द्वारा जारी किए गए इस नोटिस में कहा गया कि 9 फरवरी 2025 को भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच के दौरान फ्लड लाइट का बंद होना एक बड़ी लापरवाही थी। इसके कारण मैच में 30 मिनट का विराम हुआ और इससे खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को असुविधा हुई।

नोटिस में ओडिशा क्रिकेट संघ (OCA) से इस घटना के बारे में विस्तृत स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। इसमें यह भी पूछा गया है कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार व्यक्ति या एजेंसी कौन सी थी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं। ओडिशा सरकार ने OCA से 10 दिनों के अंदर इस नोटिस का जवाब देने को कहा है।

फ्लड लाइट की खराबी और उसकी वजहें

इस घटना के बाद सवाल उठता है कि फ्लड लाइट बंद होने की वजह क्या थी। क्या यह तकनीकी कारण था या फिर इसे मानव त्रुटि का परिणाम माना जा सकता है? कटक के बाराबटी स्टेडियम में इस प्रकार की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन इस बार इसका असर मैच के दौरान खिलाड़ियों और दर्शकों पर पड़ा।

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के मैच में पावर फेल्योर का मामला, अब ओडिशा सरकार ने जारी किया नोटिस

यह घटना ओडिशा क्रिकेट संघ के लिए एक गंभीर मुद्दा बन गई है। अब संघ को इस मामले की जांच करनी होगी और यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी कोई समस्या न हो। स्टेडियम में तकनीकी व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

मैच के दौरान हुआ व्यवधान और दर्शकों की प्रतिक्रिया

मैच के बीच में लगभग 30 मिनट का विराम खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए काफी असुविधाजनक साबित हुआ। खिलाड़ियों को इस दौरान मैच की लय को बनाए रखने में कठिनाई हुई। वहीं, दर्शकों को भी मैच के रुकने के बाद इंतजार करना पड़ा, जिससे वे कुछ समय के लिए निराश हो गए।

इस घटना ने इस बात को भी उजागर किया कि मैच के दौरान तकनीकी समस्याओं का समाधान तत्काल और प्रभावी रूप से किया जाना चाहिए। खिलाड़ियों और दर्शकों की असुविधा को कम करने के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि स्टेडियम में सभी उपकरण सही स्थिति में काम कर रहे हों।

ओडिशा क्रिकेट संघ पर जिम्मेदारी

ओडिशा सरकार ने ओडिशा क्रिकेट संघ से इस घटना की जांच करने और जिम्मेदार व्यक्ति या एजेंसी की पहचान करने के लिए कहा है। यह निश्चित करना आवश्यक है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में कौन से कदम उठाए जाएंगे। ओडिशा क्रिकेट संघ को इस घटना से सबक लेकर अपनी व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने की आवश्यकता है।

नोटिस में यह भी कहा गया है कि ओडिशा क्रिकेट संघ को इस घटना के कारण और उसके समाधान के बारे में 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। ओडिशा सरकार इस मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करने की योजना बना रही है।

भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय

इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि स्टेडियमों में तकनीकी समस्याओं से बचने के लिए अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। स्टेडियम में फ्लड लाइट और अन्य तकनीकी उपकरणों की नियमित रूप से जांच की जानी चाहिए, ताकि मैच के दौरान कोई विघ्न न आए। इसके अलावा, स्टाफ को भी प्रशिक्षण देने की जरूरत है ताकि वे किसी भी तकनीकी समस्या को शीघ्र समाधान कर सकें।

अगले समय में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए ओडिशा क्रिकेट संघ को अपनी तकनीकी व्यवस्थाओं को अपग्रेड करना होगा। इसके अलावा, मैच के दौरान अचानक होने वाली किसी भी समस्या का समाधान तुरंत किया जाना चाहिए, ताकि मैच में कोई और व्यवधान न हो।

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए इस मैच के दौरान फ्लड लाइट की खराबी के कारण हुए व्यवधान ने ओडिशा क्रिकेट संघ और स्थानीय प्रशासन के सामने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। ओडिशा सरकार ने इस घटना की जांच के लिए नोटिस जारी किया है और ओडिशा क्रिकेट संघ से स्पष्टीकरण मांगा है। इस घटना से यह सीखने को मिलता है कि भविष्य में इस प्रकार की समस्याओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए ताकि खिलाड़ियों और दर्शकों की असुविधा को कम किया जा सके।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

खेल

ICC Academy दुबई में भारत-पाक मुकाबला: टीम इंडिया का टारगेट पीछा करना हुआ मुश्किल

Published

on

ICC Academy दुबई में भारत-पाक मुकाबला: टीम इंडिया का टारगेट पीछा करना हुआ मुश्किल

ICC Academy, दुबई में खेले जा रहे अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने हैं। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 348 रन का विशाल लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान आयुष म्हात्रे का बल्ला इस मैच में बिल्कुल नहीं चला। टीम को पहले ही झटके का सामना करना पड़ा, जब कप्तान महत्रे तीसरे ओवर की दूसरी गेंद पर फरहान युसूफ के हाथों कैच होकर आउट हो गए।

आयुष म्हात्रे और अली राजा के बीच बहस

आउट होने के बाद पाकिस्तानी गेंदबाज अली राजा और आयुष म्हात्रे के बीच बहस हुई। राजा ने विकेट लेने के बाद कप्तान से कुछ कहा, जिससे माहौल गर्मा गया और आयुष भी उनके पास गए। हालांकि, अंपायर ने बीच में आकर मामला शांत करवाया। इस ओवर में आयुष ने ड्राइव खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद हवा में गई और मिड-ऑफ पर फरहान युसूफ ने शानदार कैच पकड़ा। इस विकेट ने भारतीय टीम की चुनौती पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

टूर्नामेंट में आयुष का प्रदर्शन

अंडर-19 एशिया कप में आयुष म्हात्रे का बल्ला पूरे टूर्नामेंट में ठीक नहीं चला। उन्होंने पांच मैचों में से सिर्फ दो मैचों में डबल डिजिट स्कोर बनाया, जबकि तीन मैचों में उन्हें सिंगल डिजिट स्कोर पर आउट होना पड़ा। उनका सबसे उच्च स्कोर 38 रन रहा, जो लीग स्टेज में पाकिस्तान के खिलाफ आया था। फाइनल में आयुष सिर्फ 2 रन बनाकर 7 गेंदों में आउट हुए। इस प्रदर्शन ने भारत के लिए फाइनल की चुनौती और कठिन कर दी।

पाकिस्तान की जबरदस्त बल्लेबाजी और भारत की गेंदबाजी

पाकिस्तान की पारी में समीर मिन्हास ने शानदार बल्लेबाजी की और 17 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 113 गेंदों में 172 रन बनाकर आउट हुए। इसके अलावा अहमद हुसैन ने 72 गेंदों में 56 रन की पारी खेली। पाकिस्तान की टीम ने 50 ओवर बैटिंग के बाद 8 विकेट के नुकसान पर 247 रन बनाए। भारत की ओर से दीपेश देवेंद्रन ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। ऐसे में भारत को जीत के लिए अपनी पूरी टीम पारी और गेंदबाजी में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।

Continue Reading

खेल

IPL 2026 से पहले केकेआर को झटका, मुस्तफिजुर रहमान सीजन के बीच लौट सकते घर

Published

on

IPL 2026 से पहले केकेआर को झटका, मुस्तफिजुर रहमान सीजन के बीच लौट सकते घर

IPL 2026: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 19वें सीजन का आगाज 26 मार्च 2026 से होने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे पहले 16 दिसंबर को अबू धाबी में मेगा ऑक्शन का आयोजन किया गया, जहां सभी फ्रेंचाइजियों ने अपनी टीम को मजबूत करने के लिए जमकर बोली लगाई। इस बार ऑक्शन में सबसे ज्यादा हलचल कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के पाले में देखने को मिली, क्योंकि उनके पास न सिर्फ सबसे ज्यादा स्लॉट खाली थे बल्कि पर्स में भी बड़ी रकम मौजूद थी। केकेआर ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और कई बड़े खिलाड़ियों पर दांव लगाया। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को 25 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदकर उन्होंने ऑक्शन का सबसे बड़ा सौदा किया। इसके अलावा टीम ने गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने के लिए बांग्लादेश के अनुभवी तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को भी मोटी रकम खर्च कर अपनी टीम में शामिल किया। हालांकि अब सीजन शुरू होने से पहले ही केकेआर के लिए एक चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है।

न्यूजीलैंड सीरीज के कारण बीच सीजन लौटेंगे मुस्तफिजुर

दरअसल, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने अप्रैल महीने में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज की तैयारी शुरू कर दी है। इस सीरीज में तीन वनडे मैच खेले जाने हैं, हालांकि इसका आधिकारिक शेड्यूल अभी घोषित नहीं हुआ है। इसी बीच बांग्लादेश क्रिकेट ऑपरेशंस चेयरमैन नजमुल अबेदीन का बयान सामने आया है। क्रिकबज के मुताबिक उन्होंने साफ किया कि मुस्तफिजुर रहमान आईपीएल के दौरान करीब 8 दिनों के लिए बांग्लादेश लौटेंगे। उन्होंने कहा कि मुस्तफिजुर को आईपीएल खेलने के लिए एनओसी दे दी गई है, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में उनका खेलना अनिवार्य होगा। इसका मतलब साफ है कि आईपीएल 2026 के शुरुआती या मध्य चरण में केकेआर को अपने इस अहम गेंदबाज के बिना मैदान में उतरना पड़ सकता है, जो टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

बांग्लादेश के लिए क्यों अहम है यह वनडे सीरीज

बांग्लादेश क्रिकेट टीम के लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ यह वनडे सीरीज बेहद अहम मानी जा रही है। दरअसल, वनडे वर्ल्ड कप 2027 में सीधी क्वालिफिकेशन हासिल करने के लिए आईसीसी की वनडे रैंकिंग में टॉप-8 में रहना जरूरी है। फिलहाल बांग्लादेश टीम रैंकिंग में 10वें स्थान पर है, जो उनके लिए चिंता का विषय है। साल 2025 में बांग्लादेश ने अब तक 11 वनडे मुकाबले खेले हैं, जिनमें से उन्हें सिर्फ 3 में जीत मिली है। ऐसे में न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ घरेलू सीरीज उनके लिए रैंकिंग सुधारने का सुनहरा मौका है। इसी वजह से बोर्ड किसी भी हाल में अपने प्रमुख खिलाड़ियों को इस सीरीज के लिए उपलब्ध रखना चाहता है। मुस्तफिजुर रहमान बांग्लादेश के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं और उनकी गैरमौजूदगी टीम के लिए भारी पड़ सकती है, इसलिए उन्हें आईपीएल से वापस बुलाने का फैसला लिया गया है।

केकेआर को कितना होगा नुकसान?

कोलकाता नाइट राइडर्स ने मुस्तफिजुर रहमान को 9 करोड़ 20 लाख रुपये में आईपीएल 2026 के लिए खरीदा है। टी20 फॉर्मेट में उनकी काबिलियत किसी से छिपी नहीं है। स्लोअर बॉल, कटर और डेथ ओवरों में सटीक यॉर्कर डालने में उन्हें महारत हासिल है। आईपीएल करियर की बात करें तो मुस्तफिजुर ने अब तक 60 मैचों में 65 विकेट चटकाए हैं, उनका औसत 28.45 का रहा है, जो टी20 क्रिकेट में काफी प्रभावशाली माना जाता है। ऐसे में सीजन के बीच उनका 8 दिन के लिए बाहर जाना केकेआर की प्लानिंग को प्रभावित कर सकता है, खासकर अगर उसी समय टीम के अहम मुकाबले हों। हालांकि, केकेआर के पास स्क्वाड डेप्थ है, लेकिन मुस्तफिजुर जैसा एक्सपीरियंस और वैरायटी वाला गेंदबाज हर मैच में फर्क पैदा कर सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि केकेआर मैनेजमेंट इस चुनौती से कैसे निपटता है और क्या मुस्तफिजुर की गैरमौजूदगी टीम के प्रदर्शन पर असर डालती है या नहीं।

Continue Reading

खेल

क्या IPL 2026 शेड्यूल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए चिंता का कारण बन सकता है?

Published

on

क्या IPL 2026 शेड्यूल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए चिंता का कारण बन सकता है?

IPL 2026 मिनी ऑक्शन के बाद सभी 10 टीमों के स्क्वाड तैयार हो चुके हैं। इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सभी टीमों को जानकारी दे दी है कि IPL 2026 का आगाज 26 मार्च से होगा और फाइनल मुकाबला 31 मई को खेला जाएगा। यह शेड्यूल आने के बाद से ही क्रिकेट जगत में चर्चा तेज हो गई है। IPL की यह तारीखें इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसी समय पाकिस्तान में होने वाले पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) पर भी असर पड़ सकता है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए यह चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि IPL और PSL का एक ही समय पर होना उनकी लीग की व्यूअरशिप और व्यापारिक गतिविधियों पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

IPL और PSL का समय सीमा संघर्ष

PSL का 11वां संस्करण यानी PSL 2026 भी 26 मार्च से शुरू होने वाला है और इसका फाइनल 3 मई को खेला जाएगा। इसका मतलब है कि PSL का पूरा टूर्नामेंट उसी समय आयोजित होगा जब भारत में IPL का रोमांच चरम पर होगा। आमतौर पर PSL फरवरी-मार्च में आयोजित होता है, लेकिन 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के कारण उसका आयोजन मार्च में कर दिया गया था। इस बार भी टी20 वर्ल्ड कप 7 फरवरी से 8 मार्च तक खेला जाएगा, इसलिए PSL को उसके पारंपरिक समय से पीछे खिसकाकर आयोजित करना पड़ा। इस समय सीमा संघर्ष के कारण PSL की व्यूअरशिप में गिरावट देखने को मिल सकती है और कई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर IPL एग्रीमेंट के कारण PSL में खेल नहीं पाएंगे।

IPL 2026 मिनी ऑक्शन का रोमांच

IPL 2026 के लिए ऑक्शन संपन्न हो चुका है। इस बार कुल 77 खिलाड़ियों पर कुल 215.45 करोड़ रुपये खर्च किए गए। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन इस नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी बने, जिन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 25.2 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके अलावा मथीशा पाथिराना और लियाम लिविंगस्टोन पर भी टीमों ने भारी रकम खर्च की। मिनी ऑक्शन के बाद टीमों का संतुलन और रणनीति साफ हो गई है, और फैंस अब नई टीमों और उनके प्रदर्शन के लिए उत्साहित हैं।

IPL और PSL के साथ भविष्य की चुनौतियां

इस बार IPL और PSL के एक साथ होने के कारण कई चुनौतियां सामने आ सकती हैं। PSL के लिए व्यूअरशिप में गिरावट और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की अनुपस्थिति जैसे मुद्दे पैदा हो सकते हैं। वहीं, IPL के लिए यह अवसर भी बन सकता है कि वह पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचे। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपनी रणनीति पहले ही साफ कर दी है कि वह IPL के आयोजन पर फोकस करेगा। वहीं, PSL आयोजकों को अपनी लीग के समय और खिलाड़ियों की उपलब्धता पर नए सिरे से विचार करना होगा। इस साल का IPL और PSL दोनों ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांचक और चुनौतीपूर्ण साबित होने वाले हैं।

Continue Reading

Trending