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Guyana, Barbados to confer top awards on PM Modi

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Guyana, Barbados to confer top awards on PM Modi
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, बाईं ओर, 19 नवंबर, 2024 को जॉर्जटाउन, गुयाना में अपने होटल पहुंचने पर गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली द्वारा उनका स्वागत किया गया।

भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, बाएं, 19 नवंबर, 2024 को जॉर्जटाउन, गुयाना में अपने होटल पहुंचने पर गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली द्वारा उनका स्वागत किया गया। फोटो साभार: एपी

गुयाना और बारबाडोस ने घोषणा की है कि वे कुछ दिनों बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को अपने शीर्ष पुरस्कार प्रदान करेंगे डोमिनिका और नाइजीरिया उन्हें समकक्ष राजकीय सम्मान से सम्मानित किया।

मोदी जी गुयाना में है में भाग लेने के बाद अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन.

दो नवीनतम पुरस्कारों से श्री मोदी के अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों की संख्या 19 हो गई है।

गुयाना ने कहा कि वह श्री मोदी को अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, “द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस” प्रदान करेगा, जबकि बारबाडोस उन्हें प्रतिष्ठित मानद ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस से सम्मानित करेगा।

डोमिनिका ने भी श्री मोदी के लिए अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ”डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर” की घोषणा की थी, जिसे वह गुयाना में प्राप्त करेंगे।

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R-37M missile: पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी! भारत को मिला रूस से ऐसा सुपरफास्ट हथियार, सुनते ही हिल जाएगा पड़ोसी मुल्क

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R-37M: पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी! भारत को मिला रूस से ऐसा सुपरफास्ट हथियार, सुनते ही हिल जाएगा पड़ोसी मुल्क

R-37M missile: पाहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसी बीच रूस ने भारत को अपनी अत्याधुनिक R-37M मिसाइल का ऑफर दिया है। यह मिसाइल हवा में दुश्मनों को मार गिराने में सक्षम है। अगर यह डील पूरी होती है तो भारत की हवाई सुरक्षा काफी मजबूत हो सकती है।

R-37M मिसाइल क्या है

R-37M को NATO कोडनेम AA-13 Axehead भी कहा जाता है। यह दुनिया की सबसे तेज़ और लंबी दूरी वाली एयर टू एयर मिसाइलों में से एक है। इसकी गति Mach 6 यानी आवाज की छह गुना है। यह मिसाइल करीब 300 से 400 किलोमीटर दूर दुश्मन के विमान को निशाना बना सकती है। रूस के Vympel Design Bureau ने इसे विकसित किया है।

 भारत के लिए इस मिसाइल की अहमियत

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत ऐसी मिसाइलों पर विशेष ध्यान दे रहा है जो सीमारेखा को पार किए बिना दुश्मन ठिकानों को निशाना बना सकें। पाकिस्तान के F-16 विमानों में AMRAAM मिसाइल लगी है। अगर R-37M को भारतीय Su-30MKI लड़ाकू विमान में शामिल किया गया तो यह दुश्मन के विमानों को दूर से ही मार सकता है।

R-37M: पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी! भारत को मिला रूस से ऐसा सुपरफास्ट हथियार, सुनते ही हिल जाएगा पड़ोसी मुल्क

 मिसाइल के तकनीकी फीचर

इस मिसाइल की लंबी दूरी 300 से 400 किलोमीटर है। इसका वजन 510 किलोग्राम है और इसमें 60 किलोग्राम का उच्च विस्फोटक वारहेड होता है। इसकी हाइपरसोनिक गति लगभग 7,400 किलोमीटर प्रति घंटे है। मिसाइल का गाइडेंस सिस्टम इनर्शियल नेविगेशन, मिड कोर्स अपडेट और एक्टिव रडार होमिंग तकनीक पर आधारित है।

‘मेक इन इंडिया’ और भविष्य की तैयारी

रूस ने भारत को इस मिसाइल का निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ के तहत करने का प्रस्ताव दिया है। यदि यह योजना लागू होती है तो भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति को बड़ा समर्थन मिलेगा। इसके लिए HAL की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। साथ ही Su-30MKI के रडार और फायर कंट्रोल सिस्टम का अपग्रेडेशन भी आवश्यक होगा।

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Bengaluru Stampede: बेंगलुरु भगदड़ में प्रशासन की चूक ने ली 11 जानें! मंत्री खरगे ने बताया कैसे टाली जा सकती थी ये त्रासदी

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Bengaluru Stampede: बेंगलुरु भगदड़ में प्रशासन की चूक ने ली 11 जानें! मंत्री खरगे ने बताया कैसे टाली जा सकती थी ये त्रासदी

Bengaluru Stampede: कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियंक खड़गे ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ की जिम्मेदारी स्वीकार की है। उन्होंने माना कि अगर प्रशासन थोड़ा और सतर्क होता तो इतनी बड़ी दुर्घटना रोकी जा सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आगे ऐसी लापरवाही न हो। खड़गे ने कहा कि हमने भीड़ को संभालने की पूरी कोशिश की लेकिन दो से तीन लाख लोग सड़कों पर उमड़ पड़े जिससे हालात बेकाबू हो गए।

खुशी का जश्न बना मातम

आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा हुए थे। लेकिन जैसे ही भीड़ बेकाबू हुई वैसे ही भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 33 से ज्यादा घायल हो गए। जो लोग खुशी में शामिल होने आए थे उन्हें कभी न भूल पाने वाला दर्द मिल गया। परिजन अपनों की तस्वीरें लेकर अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं जबकि प्रशासन ने इस हादसे को ‘अनियोजित भीड़’ का नतीजा बताया है।

भाजपा पर जमकर बरसे खड़गे

मंत्री प्रियंक खड़गे ने इस मामले पर बीजेपी को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी हर मुद्दे को राजनीति में बदल देती है। खड़गे ने बताया कि जब हमने कहा कि इतनी जल्दी ओपन बस में विजय जुलूस निकालना संभव नहीं है तो बीजेपी ने हमें टीम का अपमान करने वाला बता दिया। अब वही लोग हमारे ऊपर नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे हैं। खड़गे ने कहा कि बीजेपी संवेदनशीलता दिखाने के बजाय सस्ती राजनीति कर रही है।

बीजेपी ने कर्नाटक सरकार पर दागे सवाल

बीजेपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कर्नाटक सरकार को आड़े हाथों लिया। पार्टी ने पूछा कि जब स्टेडियम की क्षमता सिर्फ 35 हजार थी तो तीन लाख लोग वहां कैसे पहुंचे। बीजेपी प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच आपसी टकराव की वजह से कोई ठोस योजना नहीं बन पाई। बीजेपी ने यह भी सवाल उठाया कि किसके कहने पर विजय रोड बनाया गया और आयोजकों व पुलिस में तालमेल क्यों नहीं था।

बाहर मातम और अंदर जश्न

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जब बाहर लोग जान गंवा रहे थे तब अंदर जश्न चल रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि सबको पता था कि आरसीबी की जीत पर लोग भारी संख्या में आएंगे फिर भी कोई ठोस इंतजाम नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि 25 हजार अतिरिक्त टिकट बेचे गए और पूछा कि राहुल गांधी कहां हैं और क्या वह मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को तलब करेंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि जिम्मेदार नेताओं को इस्तीफा देना चाहिए।

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Sharmistha Panoli Case: शर्मिष्ठा को फंसाने वाले वजाहत पर खुद टूटी कानूनी गाज असम पुलिस ने कसा शिकंजा

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Sharmistha Panoli Case: शर्मिष्ठा को फंसाने वाले वजाहत पर खुद टूटी कानूनी गाज असम पुलिस ने कसा शिकंजा

Sharmistha Panoli Case: सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली के मामले को लेकर असम और बंगाल आमने सामने आ गए हैं। असम पुलिस की एक टीम कोलकाता पहुंच रही है ताकि वजाहत खान को हिरासत में लिया जा सके। वजाहत ने शर्मिष्ठा पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया था।

गिरफ्तारी के बाद अब वजाहत पर भी सवाल

वजाहत खान ने गार्डन रीच थाने में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके आधार पर शर्मिष्ठा को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। अब खुद वजाहत पर भी धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लग रहे हैं। असम के पानबाजार साइबर क्राइम थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।

Sharmistha Panoli Case: शर्मिष्ठा को फंसाने वाले वजाहत पर खुद टूटी कानूनी गाज असम पुलिस ने कसा शिकंजा

असम के मुख्यमंत्री का हस्तक्षेप

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद इस मामले में दखल दिया है। उन्होंने घोषणा की कि असम पुलिस वजाहत खान को हिरासत में लेने बंगाल जाएगी। उन्होंने बंगाल सरकार से सहयोग की मांग की है ताकि कार्रवाई में कोई बाधा न आए।

कोलकाता पुलिस भी कर रही है तलाश

कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने में भी वजाहत के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने की शिकायत दर्ज है। पुलिस के अनुसार वजाहत खान अपने घर से लापता है और फिलहाल फरार चल रहा है। उसके सोशल मीडिया पोस्ट लगातार वायरल हो रहे हैं जो समुदायों के बीच तनाव पैदा कर सकते हैं।

विवादों में घिरे वजाहत की पहचान

वजाहत खान कोलकाता स्थित राशिदी फाउंडेशन के को-फाउंडर हैं। उनके खिलाफ दिल्ली और गुवाहाटी जैसे शहरों में भी शिकायतें दर्ज की गई हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने हिंदू देवी देवताओं और त्योहारों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं जिससे धार्मिक समूहों में दुश्मनी को बढ़ावा मिला।

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