Delhi News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शुक्रवार को दिल्ली के सीबीएसई टॉपर्स का सम्मान किया। यह सम्मान शैक्षणिक सत्र 2024-2025 के कक्षा 10वीं और 12वीं के टॉपर्स को दिया गया। साथ ही उन स्कूलों को भी पुरस्कार दिए गए जिन्होंने 100 प्रतिशत परिणाम हासिल किए। यह कार्यक्रम राजनिवास मार्ग स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय में आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में और शिक्षा मंत्री विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
उत्कृष्ट विद्यार्थियों को मिला विशेष सम्मान
कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और 12वीं के बेहतरीन परिणाम लाने वाले 10-10 स्कूलों को चुना गया। 10वीं में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 16 छात्रों और 12वीं में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 71 छात्रों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अमिताभ बच्चन का प्रसिद्ध डायलॉग याद दिलाया और दुष्यंत कुमार की पंक्तियां पढ़कर विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि आसमान में छेद किया जा सकता है बस पूरी ताकत से पत्थर फेंकने की जरूरत है।
दिल्ली सरकार के स्कूलों पर गर्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ाई करके बच्चों ने जो ऊंचाइयां हासिल की हैं वह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने सभी को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने बताया कि पिछली सरकारों में इस तरह के कार्यक्रम छह महीने की देरी से होते थे जिससे बच्चों की खुशी कम हो जाती थी। उन्होंने शिक्षा मंत्री से इस कार्यक्रम को तुरंत आयोजित करने का आग्रह किया था और उसी पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। एसबीआई ने बच्चों को आईपैड भी दिए जिसके लिए उन्होंने धन्यवाद दिया।
स्कूल के दिनों की यादें और भविष्य की उम्मीदें
मुख्यमंत्री ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए बताया कि वह खुद अशोक विहार की छात्रा रह चुकी हैं और उन्हें 87 प्रतिशत अंक मिले थे। उन्होंने कहा कि आज हम विश्व स्तरीय सुविधाएं चाहते हैं ताकि बच्चे दिलचस्पी लें। डिजिटल लाइब्रेरी हो अच्छे शिक्षक हों और एक बेहतरीन माहौल हो ताकि चाहे कोई डॉक्टर बने इंजीनियर बने या पायलट बने दिल्ली का नाम जुड़ा रहे।
सरकार की प्राथमिकताएं और आगे की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों को माता पिता की प्राथमिकता बनाना चाहिए। जैसे पोस्ट ग्रेजुएशन में सरकारी कॉलेजों को महत्व दिया जाता है वैसे ही स्कूलों को भी दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार के 100 दिन पूरे हो चुके हैं और उन्होंने नीतिगत फैसले लिए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों में आशा जगाते हुए कहा कि अगली बार 100 प्रतिशत परिणाम लाना है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों ने 9वीं और 11वीं के डेढ़ लाख बच्चों को स्कूलों से बाहर किया था अब उनकी भी अच्छे से मार्गदर्शन की जरूरत है।