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Galwan War Memorial: कठोर तापमान और दुर्गम पहाड़ों के बीच, 2020 की रात की वीरता अब अमर है
Galwan War Memorial: लद्दाख की वीर भूमि में, समुद्र तल से 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित गलवान घाटी में भारत के शौर्य और सर्वोच्च बलिदान को समर्पित गलवान वॉर मेमोरियल तैयार किया गया है। माइनस 30 डिग्री सेल्सियस जैसी कठोर ठंड और दुर्गम भूभाग के बावजूद यह स्मारक देशभक्ति का प्रतीक बनकर उभरा है। यह केवल एक संरचना नहीं है, बल्कि उन भारतीय सपूतों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक है, जिन्होंने 15 जून 2020 की रात में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया और इतिहास रच दिया।
वीर सपूतों को श्रद्धांजलि
गलवान घाटी की कठिन परिस्थितियों में भारतीय सेना के 20 बहादुर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए। उनका साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा सदियों तक भारतीयों के हृदय में अमर रहेगी। उन्हीं वीरों के पराक्रम और शौर्य को याद करने के लिए यह स्मारक बनाया गया। गलवान वॉर मेमोरियल न केवल उनकी वीरगाथा को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाएगा, बल्कि युवाओं में देशभक्ति और साहस की भावना को भी जागृत करेगा।
कठिन वातावरण में भव्य निर्माण
गलवान वॉर मेमोरियल का निर्माण 14,500 फीट की ऊंचाई पर हुआ है, जहां सांस लेना भी चुनौतीपूर्ण है और तापमान अत्यंत कम रहता है। इन कठिन परिस्थितियों के बावजूद स्मारक का भव्य और प्रभावशाली स्वरूप तैयार किया गया, जो भारतीय सेना की दृढ़ता और संकल्प का प्रतीक है। स्मारक का डिजाइन बड़े त्रिशूल के रूप में किया गया है, जिसके मध्य में शाश्वत ज्योति प्रज्वलित है, जो अमर वीरों के बलिदान का प्रतीक है। स्मारक की ऊंचाई पर लहराता हुआ राष्ट्रीय ध्वज हर आगंतुक के मन में गर्व की भावना पैदा करता है। इसके चारों ओर गलवान के वीर सैनिकों की कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं।
स्मारक में आधुनिक सुविधाएं और पर्यटन संभावनाएं
गलवान वॉर मेमोरियल में लाल और विभिन्न रंगों के ग्रेनाइट का उपयोग किया गया है, जो बहादुरी और बलिदान का प्रतिनिधित्व करता है। परिसर में आधुनिक संग्रहालय और डिजिटल गैलरी भी बनाई गई है, जिसमें भारतीय सेना की विरासत, गलवान के ऐतिहासिक क्षण, सैन्य तकनीक और ऑपरेशनों की जानकारी प्रदर्शित की गई है। इसके अलावा ऑडिटोरियम विकसित किया गया है, जहां आगंतुक गलवान की घटनाओं और सैनिकों की वीरगाथाओं के बारे में जान सकते हैं। यह परियोजना वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अंतर्गत पर्यटन को बढ़ावा देगी, दूर-दराज के क्षेत्रों से आवाजाही को सुगम बनाएगी और स्थानीय समुदाय के विकास में योगदान देगी। आने वाले समय में यह स्मारक उन सभी भारतीयों के लिए रणभूमि का दर्शन बनेगा, जो अपने वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं।
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Illegal liquor case: पुणे पुलिस ने ड्रग्स और नशे के खिलाफ तेज़ कार्रवाई, अवैध नेटवर्क का पता लगाने में जुटी
Illegal liquor case: पुलिस ने अवैध शराब के कारोबार से जुड़े एक गंभीर मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज की है। भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत दर्ज की गई इस FIR में आरोपियों की पहचान अमर कौर, दिलदार सिंह और देवश्री जुन्नी सिंह के रूप में की गई है। यह मामला तब सामने आया जब स्थानीय प्रशासन को अवैध शराब के वितरण और बिक्री के बारे में सूचना मिली। पुलिस का कहना है कि ये तीनों आरोपी इस अवैध कारोबार के मुख्य कड़ी के रूप में शामिल हैं।
आरोपियों की जांच और नेटवर्क का खुलासा
पुलिस ने बताया कि यह सिर्फ एक मामूली अवैध बिक्री का मामला नहीं है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि अमर कौर, दिलदार सिंह और देवश्री जुन्नी सिंह का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था, जिसमें अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। अब पुलिस इस पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है, ताकि न केवल आरोपियों को पकड़ा जा सके, बल्कि अवैध शराब की सप्लाई चेन को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके। जांच के दौरान पुलिस ने कई दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए हैं, जो इस काले धंधे को उजागर करने में मदद करेंगे।
महाराष्ट्र के पुणे के कोंढवा इलाके में अवैध शराब व्यापार के ख़िलाफ़ पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया। इस दौरान एक करोड़ से ज्यादा की नकदी जब्त की गई। साथ ही 3 लोग भी गिरफ्तार हुए हैं। #Pune #रेड #Maharashtra #maharashtranews pic.twitter.com/8Onr3hiJYq
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) December 26, 2025
‘ऑपरेशन क्लीन’ का असर
पुलिस ने बताया कि इस कार्रवाई का हिस्सा ‘ऑपरेशन क्लीन’ है, जो ड्रग्स और नशे के खिलाफ शुरू किया गया है। इस ऑपरेशन का मकसद केवल अवैध शराब ही नहीं बल्कि पूरे नशे और मादक पदार्थों के कारोबार को रोकना है। इससे पहले पुणे पुलिस ने इसी अभियान के तहत 3.45 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स बरामद किए थे। ऑपरेशन क्लीन के तहत पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और अपराधियों की गिरफ्तारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
कानून व्यवस्था मजबूत करने की पहल
पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अवैध शराब और ड्रग्स की बिक्री न केवल समाज में अपराध को बढ़ाती है, बल्कि युवाओं और कमजोर वर्ग के लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी खतरा बनती है। पुलिस अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे अवैध कारोबार की सूचना तुरंत दें, ताकि इसे जल्द से जल्द खत्म किया जा सके। ऑपरेशन क्लीन और FIR दर्ज करने जैसी कार्रवाईयों से यह संदेश भी जाता है कि कानून को हाथ में लेने वाले किसी को भी माफ नहीं किया जाएगा।
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