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Draupadi Murmu 67th Birthday: 67 की उम्र में राष्ट्रपति मुर्मू का बड़ा फैसला! उत्तराखंड को मिलेगा यादगार तोहफा, जन्मदिन के मौके पर देश को मिला एक बड़ा संदेश

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Draupadi Murmu 67th Birthday: 67 की उम्र में राष्ट्रपति मुर्मू का बड़ा फैसला! उत्तराखंड को मिलेगा यादगार तोहफा, जन्मदिन के मौके पर देश को मिला एक बड़ा संदेश

Draupadi Murmu 67th Birthday: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज 67 साल की हो गई हैं। उनका जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई बड़े नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति इस बार अपना जन्मदिन उत्तराखंड में मना रही हैं। वे देहरादून के राजपुर रोड स्थित राष्ट्रपति निकेतन में जन्मदिन का जश्न मनाएंगी। खास बात यह है कि वे इस दिन उत्तराखंड के लोगों को एक अनोखा तोहफा भी देने जा रही हैं।

132 एकड़ में बनेगा आधुनिक पब्लिक पार्क, राष्ट्रपति रखेंगी नींव

जन्मदिन के दिन राष्ट्रपति मुर्मू एक बड़े सार्वजनिक पार्क की नींव रखने जा रही हैं जो कि 132 एकड़ में फैला होगा। ये पार्क देहरादून के लोगों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस एक मनोरंजक स्थल बनकर उभरेगा। इससे पहले भी राष्ट्रपति मुर्मू ने जनकल्याण से जुड़े कई कामों में अपनी भूमिका निभाई है और यह एक और उदाहरण है उनकी सेवा भावना का। वे हमेशा से पर्यावरण और प्रकृति से जुड़े मुद्दों पर संवेदनशील रही हैं और यह पार्क उसी सोच का हिस्सा है।

पीएम मोदी और खड़गे ने दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति को बधाई देते हुए लिखा, “राष्ट्रपति को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उनका जीवन और नेतृत्व देश के करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। समाज सेवा, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के लिए उनका समर्पण हम सभी के लिए एक आशा की किरण है।” वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से माननीय राष्ट्रपति को जन्मदिन की शुभकामनाएं। उनका अनुभव और समर्पण देश को सच्चाई और न्याय के मार्ग पर अग्रसर करता रहे।”

योग दिवस पर भी होंगी शामिल, देवभूमि में तीन दिन का प्रवास

राष्ट्रपति मुर्मू 21 जून तक उत्तराखंड में रहेंगी। इस दौरान वे कई विकास योजनाओं की नींव रखेंगी और कुछ का उद्घाटन भी करेंगी। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर वे देहरादून के पुलिस लाइन मैदान में योग कार्यक्रम में भाग लेंगी। अपने जन्मदिन की शुरुआत वे राजपुर रोड पर स्थित शिव मंदिर में पूजा करके करेंगी। पिछले साल उन्होंने जगन्नाथ मंदिर में दर्शन से अपने जन्मदिन की शुरुआत की थी।

देहरादून में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम, धारा 163 लागू

राष्ट्रपति के देहरादून आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है। शहर में धारा 163 लागू की गई है। पिछली बार जब वे यहां आई थीं तो चोरी की एक घटना के चलते काफी हंगामा हुआ था। इस बार पुलिस प्रशासन ने ऐसे किसी भी हालात से निपटने के लिए पहले से पूरी तैयारी कर ली है। राष्ट्रपति के तीन दिवसीय प्रवास को लेकर देहरादून पूरी तरह तैयार है और लोग भी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनने को उत्साहित हैं।

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Rahul Gandhi 55th Birthday: जन्मदिन पर राहुल को पीएम मोदी की शुभकामनाएं क्या राजनीति से परे दिखा अपनापन

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Rahul Gandhi 55th Birthday: जन्मदिन पर राहुल को पीएम मोदी की शुभकामनाएं क्या राजनीति से परे दिखा अपनापन

Rahul Gandhi 55th Birthday: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। मैं उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।” राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली में हुआ था। वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे हैं। फिलहाल वे उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से लोकसभा सांसद और नेता प्रतिपक्ष हैं। राहुल गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उन्होंने भारत और विदेश में शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित रॉलिंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की और उसके बाद कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एम.फिल की डिग्री हासिल की।

राजनीति में राहुल गांधी की शुरुआत और सफर

राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2004 में की थी जब उन्होंने उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ये वही सीट थी जो कभी उनके पिता राजीव गांधी की परंपरागत सीट मानी जाती थी। इसके बाद 2009 और 2014 में भी उन्होंने अमेठी से जीत दर्ज की। साल 2007 में उन्हें कांग्रेस का महासचिव बनाया गया और 2013 में वे कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने। साल 2017 में राहुल गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।

2019 में अमेठी से हार लेकिन वायनाड से जीते

2019 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी को अमेठी सीट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा जहां उन्हें बीजेपी की स्मृति ईरानी ने हराया। हालांकि उन्होंने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था और वहां से जीत हासिल की। 2024 के लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा—रायबरेली और वायनाड—और दोनों जगह से विजयी रहे। लेकिन बाद में उन्होंने रायबरेली सीट अपने पास रखी और वायनाड सीट अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को दे दी। प्रियंका अब वायनाड से सांसद हैं और राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

नेताओं ने दी राहुल गांधी को शुभकामनाएं

राहुल गांधी के जन्मदिन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई बड़े नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। खड़गे ने लिखा, “राहुल गांधी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। आपका समर्पण, संविधान के मूल्यों के प्रति निष्ठा और सामाजिक न्याय के लिए लड़ाई आपको दूसरों से अलग बनाती है।” उन्होंने आगे लिखा, “आपका मिशन सच्चाई को सत्ता के सामने लाने का है और यह देश के वंचित तबकों को हिम्मत देता है।” कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी बधाई देते हुए कहा कि राहुल गांधी का निडर होकर फासिस्ट ताकतों से लड़ना, नफरत के खिलाफ मोहब्बत की लड़ाई लड़ना और गरीबों के लिए सोच रखना उन्हें इस समय देश का सबसे जरूरी नेता बनाता है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा का भी जिक्र किया जो देश भर में लोगों के बीच उम्मीद की किरण बनी। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी का संघर्ष सच्चे सामाजिक न्याय का प्रतीक है और अब समय आ गया है कि वे देश का नेतृत्व करें और लोकतंत्र को और मजबूत बनाएं।

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Raja Raghuvanshi Murder Update: राजा रघुवंशी मर्डर केस में बड़ा कदम, पुलिस पहुंची घटनास्थल पर पत्नी और प्रेमी समेत आरोपियों के साथ!

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Raja Raghuvanshi Murder Update: राजा रघुवंशी मर्डर केस में बड़ा कदम, पुलिस पहुंची घटनास्थल पर पत्नी और प्रेमी समेत आरोपियों के साथ!

Raja Raghuvanshi Murder Update: राजा रघुवंशी की हत्या को अब एक महीना पूरा होने वाला है। 23 मई को मेघालय के सोहरा इलाके में राजा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। शुरुआत में ये एक हादसा माना जा रहा था लेकिन 16 दिन बाद जब हत्या की सच्चाई सामने आई तो पूरे देश को झटका लगा। पुलिस जांच में सामने आया कि राजा की पत्नी पूनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के तीन दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी। अब इस हत्या के मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर पूरी साजिश को दोबारा क्रिएट करने का फैसला लिया है।

फोरेंसिक टीम और पुलिस पहुंची घटनास्थल पर

आज सुबह मेघालय पुलिस की फोरेंसिक क्राइम सीन यूनिट सोहरा के वेई सौडोंग फॉल्स पहुंची। यही वह जगह है जहां राजा को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने घटना में शामिल सभी आरोपियों को भी घटनास्थल पर लाया ताकि उस दिन की पूरी घटना को दोबारा समझा जा सके। इस प्रक्रिया में एसडीआरएफ की टीम भी मौजूद रही ताकि अगर कोई और सबूत मिले तो उसकी जांच तुरंत की जा सके। पुलिस का कहना है कि उन्हें एक धारदार हथियार मिला है जो कि गुवाहाटी से खरीदा गया था और इसी से राजा की हत्या की गई थी।

शादी के 12 दिन बाद ही रची गई साजिश

राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। शादी के बाद 20 मई को सोनम राजा को मेघालय हनीमून के बहाने लेकर गई। लेकिन तीन दिन बाद यानी 23 मई को सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तों के साथ मिलकर राजा की हत्या कर दी और शव को एक गहरी खाई में फेंक दिया। इसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए। 2 जून को राजा का शव बरामद हुआ जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की और हत्याकांड की परतें खुलती चली गईं।

सोनम ने खुद किया सरेंडर

इस केस में 8 जून को पुलिस ने राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की गिरफ्त में चारों युवक आने के बाद 9 जून को सोनम ने खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इस समय सभी पांचों आरोपी मेघालय पुलिस की हिरासत में हैं। पुलिस इन सभी से लगातार पूछताछ कर रही है ताकि पता चल सके कि इस पूरे मर्डर प्लान की शुरुआत कहां से हुई थी और हत्या के पीछे और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं। इस केस को लेकर पूरे देश में गुस्सा है और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी सबूतों के साथ चार्जशीट अदालत में पेश की जाएगी।

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PM Modi Cyprus visit : साइप्रस ने मोदी को दिया अपना सबसे बड़ा सम्मान, क्या भारत के लिए खुलेंगे यूरोप के नए दरवाजे?

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PM Modi Cyprus visit : साइप्रस ने मोदी को दिया अपना सबसे बड़ा सम्मान, क्या भारत के लिए खुलेंगे यूरोप के नए दरवाजे?

PM Modi Cyprus visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस दौरे के दूसरे दिन वहां का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ माकारियोज़ III” प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडुलाइड्स ने राजधानी निकोसिया में भव्य समारोह में सौंपा। मोदी इस सम्मान को 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करते हैं।

सम्मान नहीं जिम्मेदारी है: मोदी

सम्मान ग्रहण करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान केवल उनका नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की आशा और शक्ति का है। उन्होंने कहा कि यह भारत की संस्कृति, भाईचारे और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना का सम्मान है। यह दोनों देशों की मित्रता और साझा मूल्यों की प्रतीक है।

भारत-साइप्रस रिश्तों को मिलेगा नया आयाम

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सम्मान एक जिम्मेदारी है और वह इसे दो देशों के बीच बेहतर संबंधों की दिशा में एक कर्तव्य के रूप में स्वीकार करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत और साइप्रस की साझेदारी आने वाले समय में और अधिक ऊंचाइयों को छुएगी और वैश्विक शांति में योगदान देगी।

व्यापारिक मुलाकातों में दिखी गर्मजोशी

पीएम मोदी ने निकोसिया में साइप्रस के राष्ट्रपति के साथ व्यापार जगत के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने दोनों देशों के बीच निवेश, व्यापार और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। मोदी ने कहा कि साइप्रस यूरोप में भारत के लिए प्रवेशद्वार जैसा है और इसमें संभावनाएं अपार हैं।

23 साल बाद किसी भारतीय पीएम का साइप्रस दौरा

यह दौरा तीन देशों की यात्रा का पहला चरण है जिसमें पीएम मोदी सबसे पहले साइप्रस पहुंचे। इसके बाद वह कनाडा और क्रोएशिया जाएंगे। खास बात यह है कि 23 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने साइप्रस का दौरा किया है। इस यात्रा को ऐतिहासिक और रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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