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Catch Scam: अब ठगी से बचना होगा आसान, गूगल ने पेश किया AI पावर्ड स्कैम अलर्ट!

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Catch Scam: अब ठगी से बचना होगा आसान, गूगल ने पेश किया AI पावर्ड स्कैम अलर्ट!

Catch Scam: गूगल ने एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए एक नया और बेहद उपयोगी फीचर लॉन्च किया है, जिसे स्कैम-डिटेक्शन फीचर कहा जाता है। इस फीचर की मदद से अब गूगल उपयोगकर्ताओं को स्कैम से बचने के लिए रियल-टाइम अलर्ट देगा। साइबर क्राइम के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में यह फीचर उपयोगकर्ताओं के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके साथ ही गूगल ने और भी 3 नई सुविधाओं को लॉन्च किया है, जो एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए उपयोगी होंगी। आइए, जानते हैं इन सुविधाओं के बारे में विस्तार से।

1. स्कैम-डिटेक्शन फीचर

गूगल का नया स्कैम-डिटेक्शन फीचर गूगल मैसेजेस ऐप में उपलब्ध होगा, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से उन संदेशों की पहचान करेगा, जो आमतौर पर स्कैम के दौरान उपयोग किए जाते हैं। इस फीचर का मुख्य उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को स्कैम से बचाना है। जब गूगल मैसेजेस को कोई संदिग्ध संदेश मिलेगा, तो यह तुरंत उपयोगकर्ता को एक रियल-टाइम अलर्ट भेजेगा।

इस फीचर के जरिए उपयोगकर्ता उन संदेशों से बच सकेंगे, जो उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बना सकते हैं। जैसे ही गूगल मैसेजेस किसी संदिग्ध संदेश का पता लगाएगा, वह उपयोगकर्ता को तुरंत चेतावनी देगा। इससे उपयोगकर्ता को संदिग्ध संपर्कों को ब्लॉक करने और रिपोर्ट करने में मदद मिलेगी। गूगल का कहना है कि यह फीचर उपयोगकर्ता को वित्तीय नुकसान और संवेदनशील जानकारी साझा करने से पहले ही बचा सकेगा।

इस फीचर का उपयोग करने से उपयोगकर्ता को स्कैम के खतरे से पहले सचेत किया जाएगा, जिससे वह जल्दी कार्रवाई कर सकते हैं और किसी भी धोखाधड़ी से बच सकते हैं। यह फीचर उन सभी एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए फायदेमंद होगा जो सोशल मीडिया या मैसेजिंग ऐप्स के जरिए स्कैम का शिकार हो जाते हैं।

2. लाइव लोकेशन शेयरिंग

गूगल ने एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए एक और शानदार फीचर लॉन्च किया है, जो है “लाइव लोकेशन शेयरिंग”। अब एंड्रॉयड यूज़र्स अपने विश्वासपात्र संपर्कों के साथ लाइव लोकेशन शेयर कर सकते हैं। यह फीचर “Find My Device” ऐप में उपलब्ध होगा, जो खोए हुए डिवाइस को ढूंढने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अब इस ऐप का उपयोग कर यूज़र्स अपनी लोकेशन अपने दोस्तों या परिवार के साथ शेयर कर सकते हैं, ताकि वह आसानी से एक-दूसरे से मिल सकें।

इस फीचर में एक मानचित्र दृश्य दिया जाएगा, जिससे यूज़र्स को यह देखने में मदद मिलेगी कि उनका मित्र कहां है। इसके अलावा, लोकेशन शेयरिंग का पूरा नियंत्रण उपयोगकर्ता के हाथों में रहेगा। यानी कि यूज़र खुद तय करेंगे कि वह किसके साथ और कितने समय तक अपनी लोकेशन शेयर करना चाहते हैं। इस फीचर का मुख्य लाभ यह है कि उपयोगकर्ता बिना किसी परेशानी के अपने दोस्तों और परिवार के साथ अपनी लोकेशन शेयर कर सकते हैं और किसी भी स्थिति में आसानी से संपर्क कर सकते हैं।

3. एंड्रॉयड ऑटो में और अधिक गेमिंग ऐप्स

गूगल ने एंड्रॉयड ऑटो पर भी कई नए गेमिंग ऐप्स लॉन्च किए हैं। अब यूज़र्स कार पार्क करके एंड्रॉयड ऑटो के स्क्रीन पर गेम्स का आनंद ले सकते हैं। नए गेम्स में “कैंडी क्रश सोडा सागा”, “एंग्री बर्ड्स 2”, और “बीच बग्गी रेसिंग” शामिल हैं।

यह फीचर खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो लंबी ड्राइव के बाद अपनी कार में आराम करते हैं और थोड़ी मस्ती करना चाहते हैं। पार्किंग के दौरान इन गेम्स को खेलना एक अच्छा तरीका हो सकता है, ताकि समय अच्छा कटे। गूगल ने यह फीचर एंड्रॉयड ऑटो के उपयोगकर्ताओं के लिए लॉन्च किया है, जिससे वे अपनी कार में बैठकर कुछ मनोरंजन का आनंद ले सकें।

Catch Scam: अब ठगी से बचना होगा आसान, गूगल ने पेश किया AI पावर्ड स्कैम अलर्ट!

एंड्रॉयड ऑटो में इन नए गेम्स के आने से, ड्राइविंग के अलावा, पार्किंग के दौरान भी उपयोगकर्ताओं को समय बिताने के लिए एक शानदार विकल्प मिलेगा। यह फीचर कार ड्राइविंग अनुभव को और भी मनोरंजक बना देगा।

4. क्रोम में शॉपिंग इंसाइट्स और टूल्स

गूगल ने एंड्रॉयड डिवाइसेस में क्रोम ब्राउज़र के लिए शॉपिंग इंसाइट्स और टूल्स को भी जोड़ा है। अब यूज़र्स को प्राइस हिस्ट्री, प्राइम ड्रोप्स और प्राइस कंपेरेज़ करने के लिए नए टूल्स मिलेंगे।

इस फीचर की मदद से, यूज़र्स ऑनलाइन शॉपिंग करते समय कीमतों की तुलना कर सकते हैं, और यह जान सकते हैं कि किसी प्रोडक्ट की कीमत पहले कितनी थी और अब कितनी है। इसके अलावा, यह टूल्स यूज़र्स को डिस्काउंट और प्रमोशनल ऑफर्स के बारे में भी जानकारी देंगे, जिससे वे बेहतर खरीदारी कर सकें। शॉपिंग इंसाइट्स का यह फीचर खासकर उन यूज़र्स के लिए फायदेमंद है जो अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और सबसे अच्छे डील्स ढूंढते रहते हैं।

गूगल के द्वारा एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए जारी किए गए नए फीचर्स न केवल उनकी सुरक्षा और मनोरंजन के अनुभव को बेहतर बनाएंगे, बल्कि उनकी ऑनलाइन शॉपिंग और लोकेशन ट्रैकिंग को भी आसान बनाएंगे। स्कैम-डिटेक्शन फीचर की मदद से अब उपयोगकर्ता धोखाधड़ी से बच सकेंगे, वहीं लाइव लोकेशन शेयरिंग से वे आसानी से अपने मित्रों और परिवार से संपर्क कर सकते हैं। एंड्रॉयड ऑटो में नए गेम्स और क्रोम के शॉपिंग टूल्स यूज़र्स को एक नया अनुभव देंगे। गूगल के इन नए फीचर्स से एंड्रॉयड डिवाइसेस पर उपयोगकर्ताओं का अनुभव और भी सुविधाजनक और सुरक्षित होगा।

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Exhaust Fan: रसोई को ठंडा और ताजा रखने के लिए एग्जॉस्ट फैन क्यों है जरूरी! जानिए आसान और किफायती उपाय

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Exhaust Fan: रसोई को ठंडा और ताजा रखने के लिए एग्जॉस्ट फैन क्यों है जरूरी! जानिए आसान और किफायती उपाय

Exhaust Fan: गर्मी के मौसम में रसोई में काम करना बहुत कठिन हो जाता है। गैस की गर्मी भाप और पसीना सब मिलकर खाना बनाना और भी मुश्किल बना देते हैं। हर कोई अपनी रसोई में एयर कंडीशनर नहीं लगा सकता। साथ ही रसोई में एसी लगाना भी फायदेमंद नहीं होता। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना एसी के रसोई को ठंडा कैसे रखा जाए।

रसोई में एग्जॉस्ट फैन लगाना जरूरी

हर रसोई में एग्जॉस्ट फैन होना बहुत जरूरी है। यह गर्म हवा धुंआ और भाप को बाहर निकालता है जिससे रसोई ताजी और साफ रहती है। इसके बहुत फायदे हैं जैसे कि यह गर्म हवा निकालता है, रसोई में हवा का संचार बेहतर होता है, यह सस्ता होता है और बिजली भी कम खपत करता है।

Exhaust Fan: रसोई को ठंडा और ताजा रखने के लिए एग्जॉस्ट फैन क्यों है जरूरी! जानिए आसान और किफायती उपाय

टावर कूलर का प्रयोग करें

टावर कूलर एक पतला और लंबा कूलर होता है जो कम जगह में आसानी से फिट हो जाता है। इसे रसोई के कोने में रखा जा सकता है। यह ज्यादा जगह नहीं घेरता और ताकतवर हवा देता है। इसे लगाने के बाद आपको बेहतर ठंडक का अनुभव मिलेगा जो रसोई में काम को आरामदायक बना देगा।

मिनी कूलर या टेबल कूलर

अगर आपके पास जगह बहुत कम है तो मिनी कूलर या टेबल कूलर अच्छा विकल्प हो सकता है। यह छोटा होता है लेकिन सीधे ठंडी हवा देता है। यह बहुत हल्का और पोर्टेबल होता है जिसे आप कहीं भी ले जा सकते हैं। यह किफायती होता है और छोटे स्थानों के लिए उपयुक्त है।

डुअल फंक्शन फैन का फायदा

डुअल फंक्शन फैन ऐसा पंखा होता है जो हवा को साफ करता है और कुछ मॉडलों में ठंडी हवा भी देता है। इसके कई फायदे हैं जैसे ठंडी और साफ हवा, हल्का और चलाने में आसान, बिजली की बचत। ध्यान रखें कि रसोई में वेंटिलेशन सबसे जरूरी होता है।

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Lenovo के नए टैबलेट्स! 7040mAh बैटरी और स्मार्ट फीचर्स के साथ धमाकेदार एंट्री

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Lenovo के नए टैबलेट्स! 7040mAh बैटरी और स्मार्ट फीचर्स के साथ धमाकेदार एंट्री

Lenovo ने बाजार में दो नए टैबलेट लॉन्च किए हैं जिनके नाम आइडिया टैब और टैब K11 Gen 2 हैं। अगर आप बड़ा डिस्प्ले वाला टैबलेट खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके पास अब और विकल्प मौजूद हैं। ये दोनों टैबलेट एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर काम करते हैं और शानदार साउंड अनुभव देते हैं।

गेमिंग और एंटरटेनमेंट के लिए परफेक्ट

अगर आप गेमिंग और मनोरंजन के लिए टैबलेट ढूंढ रहे हैं तो ये दोनों डिवाइस बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। दोनों टैबलेट में एंड्रॉयड 15 और मीडियाटेक डाइमेंसिटी 6300 चिपसेट दिया गया है। स्टोरेज की बात करें तो दोनों में 256GB तक का स्टोरेज मिलता है। इसके अलावा रैम के ऑप्शन 4GB और 8GB में उपलब्ध हैं।

डिस्प्ले और ऑडियो फीचर्स

लेनोवो के दोनों टैबलेट में 11 इंच का IPS LCD डिस्प्ले दिया गया है जिसका रेजोल्यूशन 2.5K है। डिस्प्ले में 90Hz रिफ्रेश रेट और 500 निट्स पीक ब्राइटनेस मिलती है। ऑडियो के लिए क्वाड स्पीकर सेटअप और डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट मौजूद है जो मूवी और म्यूजिक का शानदार अनुभव देता है।

Lenovo के नए टैबलेट्स! 7040mAh बैटरी और स्मार्ट फीचर्स के साथ धमाकेदार एंट्री

बैटरी और चार्जिंग सपोर्ट

मनोरंजन में कोई रुकावट न आए इसके लिए टैबलेट में 7040mAh की बड़ी बैटरी दी गई है। यह बैटरी 20W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करती है जिससे जल्दी चार्ज किया जा सकता है। स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से 2TB तक बढ़ाया जा सकता है जिससे आप ज्यादा डेटा सेव कर सकते हैं।

कैमरा सेटअप में अंतर

कैमरा सेटअप की बात करें तो आइडिया टैब में 8 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। वहीं टैब K11 Gen 2 में 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है। अभी कंपनी ने दोनों टैबलेट की कीमत का खुलासा नहीं किया है जिससे लोगों में उत्सुकता बनी हुई है।

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Google की टैलेंट वॉर: नील मोहन को रोकने के लिए हुए थे 100 मिलियन डॉलर खर्च!

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Google की टैलेंट वॉर: नील मोहन को रोकने के लिए हुए थे 100 मिलियन डॉलर खर्च!

Google: आज यूट्यूब के सीईओ के रूप में पहचाने जाने वाले नील मोहन को कभी गूगल ने कंपनी छोड़ने से रोकने के लिए 100 मिलियन डॉलर की बड़ी पेशकश की थी। यह खुलासा हाल ही में ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत के पॉडकास्ट में हुआ। निखिल कामत ने बातचीत के दौरान बताया कि उस समय टेक कंपनियों के बीच टैलेंट को लेकर जबरदस्त खींचतान थी। साल 2011 की इस घटना के बारे में बात करते हुए निखिल ने कहा, “मैंने पढ़ा कि गूगल ने आपको कंपनी न छोड़ने के लिए 100 मिलियन डॉलर दिए थे, आज नहीं बल्कि 15 साल पहले। उस वक्त यह रकम बहुत बड़ी थी।” इस पर नील मोहन ने कोई इनकार नहीं किया।

क्यों दी गई थी इतनी बड़ी पेशकश

साल 2011 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने यह राशि नील मोहन को सीधे नकद में नहीं दी थी बल्कि इसे रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट्स (RSUs) के रूप में दिया गया था जो धीरे-धीरे समय के साथ मिलनी थी। दरअसल, ट्विटर (जो अब एक्स के नाम से जाना जाता है) नील मोहन को अपनी टीम में शामिल करना चाहता था। नील के पुराने बॉस डेविड रोसेनब्लैट पहले ही ट्विटर में शामिल हो चुके थे और चाहते थे कि नील ट्विटर के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर बनें। इस खतरे को भांपते हुए गूगल ने उन्हें रोकने के लिए यह बड़ा ऑफर रखा ताकि वह कंपनी के लिए काम करना जारी रखें।

नील मोहन का सफर

नील मोहन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एंडरसन कंसल्टिंग (अब एक्सेंचर) से की थी, जिसके बाद वे नेटग्रैविटी नामक एक स्टार्टअप में शामिल हुए। यह स्टार्टअप बाद में डबलक्लिक द्वारा खरीदा गया, जहां नील उपाध्यक्ष के पद तक पहुंचे। साल 2007 में गूगल ने डबलक्लिक को 3.1 बिलियन डॉलर में खरीदा और इसके बाद नील गूगल की ऐड टीम में शामिल हुए। धीरे-धीरे वे गूगल की रणनीति में एक मजबूत स्तंभ बन गए। साल 2011 तक नील की भूमिका इतनी महत्वपूर्ण हो चुकी थी कि गूगल ने उन्हें रोकने के लिए 100 मिलियन डॉलर की पेशकश की और यह कदम कंपनी के लिए फायदेमंद साबित हुआ।

ट्विटर ने सुंदर पिचाई को भी किया था अप्रोच

नील मोहन अकेले ऐसे गूगल एक्जीक्यूटिव नहीं थे जिन पर ट्विटर की नजर थी। उसी दौरान ट्विटर ने सुंदर पिचाई को भी अप्रोच किया था जो उस समय गूगल में क्रोम और क्रोम ओएस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। गूगल ने सुंदर को रोकने के लिए करीब 50 मिलियन डॉलर के स्टॉक्स का ऑफर दिया। आज नील मोहन यूट्यूब के सीईओ हैं, उन्होंने 2023 में सुसन वोज्स्की की जगह ली थी। वहीं सुंदर पिचाई 2015 से गूगल के सीईओ हैं और 2019 से अल्फाबेट इंक के सीईओ का दायित्व संभाल रहे हैं। इन दोनों भारतीय मूल के नेताओं को आज वैश्विक टेक इंडस्ट्री के सबसे प्रभावशाली चेहरों में गिना जाता है।

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