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Armaan Malik के दादा Sardar Malik, गुरुदत्त के रूममेट से संगीतकार बनने तक का सफर

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Armaan Malik के दादा Sardar Malik, गुरुदत्त के रूममेट से संगीतकार बनने तक का सफर

बॉलीवुड के मशहूर सिंगर Armaan Malik इन दिनों अपने गानों से नहीं, बल्कि पारिवारिक विवाद को लेकर सुर्खियों में हैं। उनके भाई और संगीतकार आमाल मलिक ने हाल ही में परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आमाल का दावा है कि परिवार में उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है, जिससे तंग आकर उन्होंने घर छोड़ने तक की बात कह दी। इस विवाद के बीच मलिक परिवार की संगीत यात्रा भी चर्चा में आ गई है। अरमान और आमाल के दादा सरदार मलिक ने इस परिवार में संगीत की परंपरा की शुरुआत की थी। हालांकि, सरदार मलिक खुद कभी वह पहचान नहीं बना पाए, जो उनके बेटे अनु मलिक और उनके पोते अरमान और आमाल मलिक को मिली। आइए जानते हैं मलिक परिवार की संगीत यात्रा और मौजूदा विवाद के बारे में।

सरदार मलिक: संगीत के सरताज, जिनका नाम फीका रह गया

सरदार मलिक का जन्म 13 जनवरी 1930 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई उत्तराखंड से की और वहीं संगीत की शिक्षा ली। सरदार मलिक ने प्रसिद्ध नर्तक उदय शंकर के इंडियन कल्चरल सेंटर, अल्मोड़ा में नृत्य का प्रशिक्षण लिया। लेकिन उनका झुकाव संगीत की ओर ज्यादा था, जिसके चलते उन्होंने मुंबई का रुख किया।

1940 के दशक में उन्होंने मुंबई में संघर्ष करना शुरू किया। उस समय उनकी दोस्ती फिल्म निर्देशक गुरु दत्त से हुई। दोनों ने मुंबई में एक ही किराए के कमरे में रहकर संघर्ष किया। जहां गुरु दत्त आगे चलकर फिल्म इंडस्ट्री के बड़े निर्देशक बने, वहीं सरदार मलिक ने संगीतकार बनने का सपना देखा।

1953 में उन्हें पहली बार फिल्म ‘ठोकर’ में संगीत देने का मौका मिला। इस फिल्म के गाने हिट हुए और सरदार मलिक का नाम संगीत जगत में पहचाना जाने लगा। इसके बाद 1961 में आई फिल्म ‘सारंग’ के लिए दिया गया उनका संगीत बेहद लोकप्रिय हुआ और उन्हें संगीत जगत में खास पहचान मिली।

हालांकि, सरदार मलिक ने अपने करियर में 600 से अधिक गानों की कंपोजिशन की, लेकिन वह ज्यादा लोकप्रियता हासिल नहीं कर सके। बावजूद इसके उन्होंने संगीत की परंपरा को अपने परिवार में बरकरार रखा।

 

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बेटे अनु मलिक ने पिता का सपना किया पूरा

सरदार मलिक के तीन बेटे हुए – अनु मलिक, डब्बू मलिक और अबू मलिक। सबसे बड़े बेटे अनु मलिक ने अपने पिता के संगीत के सफर को आगे बढ़ाया। अनु मलिक ने बॉलीवुड को कई सुपरहिट गाने दिए और संगीत निर्देशन में नाम कमाया।

अनु मलिक के नाम पर ‘बाजीगर’, ‘मैं खूबसूरत हूं’, ‘एलओसी कारगिल’, ‘मैं हूं ना’, ‘जानम समझा करो’, ‘इश्क’ जैसी सुपरहिट फिल्मों का संगीत दर्ज है। अनु मलिक ने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई और कई रियलिटी शोज में भी जज बने।

डब्बू मलिक भी संगीत की दुनिया में सक्रिय रहे, हालांकि वह अनु मलिक की तरह बड़े स्तर पर नहीं पहुंच सके। डब्बू मलिक ने कई म्यूजिक एलबम और फिल्मों में संगीत दिया, लेकिन उन्हें ज्यादा पहचान नहीं मिली।

अरमान मलिक: मलिक परिवार का तीसरी पीढ़ी का सितारा

सरदार मलिक के पोते और डब्बू मलिक के बेटे अरमान मलिक ने भी संगीत की दुनिया में धमाकेदार एंट्री की। अरमान ने कम उम्र में ही अपनी आवाज से लोगों को दीवाना बना लिया। उन्होंने बॉलीवुड में ‘मैं रहूं या ना रहूं’, ‘सब तेरा’, ‘बोल दो ना जरा’, ‘पहला प्यार’, ‘हुआ है आज पहली बार’, ‘क्यूं ना हम-तुम’ जैसे कई हिट गाने दिए।

अरमान मलिक को बॉलीवुड का उभरता हुआ सितारा कहा जाता है। उन्होंने न केवल हिंदी बल्कि कई भाषाओं में गाने गाए हैं। अरमान ने अपने करियर में कई बड़े अवॉर्ड भी जीते हैं।

पारिवारिक विवाद: आमाल मलिक ने परिवार पर लगाए गंभीर आरोप

हाल ही में अरमान मलिक और उनके भाई आमाल मलिक का परिवारिक विवाद सुर्खियों में आ गया। आमाल मलिक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। आमाल ने कहा कि उनके साथ परिवार में भेदभाव हो रहा है और उनके काम को महत्व नहीं दिया जा रहा।

आमाल ने यहां तक कह दिया कि वह घर छोड़ देंगे। उनके इस बयान के बाद मलिक परिवार में दरार की खबरें तेजी से फैलने लगीं। हालांकि, अरमान मलिक ने इस मुद्दे पर अब तक कोई बयान नहीं दिया है।

आमाल मलिक: संगीत में भाई को टक्कर दे रहे हैं

आमाल मलिक ने भी अपने भाई अरमान मलिक की तरह संगीत में नाम कमाया है। आमाल ने कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए हिट गाने कंपोज किए हैं। आमाल के लोकप्रिय गानों में ‘कर गया छुल’, ‘सूरज डूबा है यारो’, ‘सब तेरा’, ‘बोल दो ना जरा’, ‘मैं रहूं या ना रहूं’ शामिल हैं।

आमाल मलिक ने म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनकी कंपोजिशन को आज की युवा पीढ़ी काफी पसंद करती है।

मलिक परिवार में तनाव, लेकिन संगीत बना पहचान

हालांकि, मलिक परिवार में चल रहे विवाद ने सभी को हैरान कर दिया है, लेकिन इस परिवार का संगीत से जुड़ाव दशकों पुराना है। सरदार मलिक से शुरू हुआ यह सफर अनु मलिक और डब्बू मलिक होते हुए अरमान और आमाल मलिक तक पहुंचा।

अरमान और आमाल की जोड़ी ने संगीत में धमाल मचाया है, लेकिन अब उनके बीच परिवारिक कलह ने फैंस को निराश कर दिया है। हालांकि, फैंस को उम्मीद है कि यह भाई-भाई की जोड़ी जल्द ही विवादों को सुलझाकर एक साथ नजर आएगी।

मलिक परिवार की संगीत यात्रा भले ही विवादों के चलते सुर्खियों में है, लेकिन इस परिवार ने बॉलीवुड को कई बेहतरीन संगीतकार और सिंगर दिए हैं। सरदार मलिक का सपना उनके बेटे अनु मलिक और पोते अरमान मलिक ने पूरा किया। अब फैंस को उम्मीद है कि आमाल और अरमान का विवाद भी जल्द खत्म होगा और दोनों एक बार फिर मिलकर संगीत का जादू बिखेरेंगे।

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Tejashwi Yadav का बड़ा एलान, जीविका दीदियों को मिलेगा स्थायी पद और 30 हजार रुपए वेतन, जनता हुई खुश

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Tejashwi Yadav का बड़ा एलान, जीविका दीदियों को मिलेगा स्थायी पद और 30 हजार रुपए वेतन, जनता हुई खुश

राजद नेता Tejashwi Yadav ने कहा है कि इस बार बिहार के लोग बदलाव के लिए तैयार हैं। लोग वर्तमान सरकार से नाराज हैं और उन्हें भ्रष्टाचार, अपराध और बेरोजगारी से परेशान बताया। नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब चुनावी प्रचार का समय आ गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता डबल इंजन सरकार से तंग आ चुकी है और वह बदलाव चाहती है।

जनता की नाराजगी और डबल इंजन सरकार

तेजस्वी ने कहा कि डबल इंजन सरकार के कार्यकाल में जनता को धोखा मिला है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और पलायन बढ़ा है और जनता सरकार की नीतियों से परेशान है। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार ने उनके पिछले घोषणाओं की नकल करके जनता को गुमराह किया है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे इस बार सच्चे बदलाव के लिए मतदान करें।

जीविका दीदियों के लिए बड़ा फैसला

पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा, “आप सभी जानते हैं कि जीविका दीदियों के साथ इस सरकार ने अन्याय किया है। हमारी सरकार बनने पर सभी जीविका सीएम दीदियों को स्थायी करेंगे और सरकारी कर्मचारी का दर्जा देंगे। उनका वेतन ₹30,000 प्रति माह किया जाएगा। यह कोई सामान्य घोषणा नहीं है, बल्कि दीदियों की लंबे समय से मांग रही है।”

ऋण माफी और अन्य लाभ

तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही जीविका दीदियों के लिए लिए गए ऋण पर ब्याज माफ कर दिया जाएगा। अगले दो साल तक उन्हें ब्याज-मुक्त ऋण मिलेगा। इसके अलावा उन्हें अतिरिक्त भत्ता ₹2,000 और ₹5 लाख की बीमा सुविधा भी प्रदान की जाएगी। यह कदम उनकी आर्थिक सुरक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

चुनाव में जनता से अपील

तेजस्वी यादव ने जनता से कहा कि इस बार मतदान करके वे बदलाव ला सकती हैं। उन्होंने दोहराया कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार, अपराध और बेरोजगारी जैसी समस्याओं के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी। उनके घोषणाओं का उद्देश्य सीधे जनता के कल्याण को सुनिश्चित करना और बिहार में स्थिर और विकासशील सरकार स्थापित करना है।

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दिल्ली में मशहूर सिंगर Rishabh Tandon का निधन, फैन्स सदमे में डूबे, मौत की वजह ने सबको चौंकाया

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दिल्ली में मशहूर सिंगर Rishabh Tandon का निधन, फैन्स सदमे में डूबे, मौत की वजह ने सबको चौंकाया

संगीत और अभिनय की दुनिया के लोकप्रिय नाम Rishabh Tandon जिन्हें लोग प्यार से ‘फकीर’ कहते थे अब हमारे बीच नहीं रहे। 21 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। यह खबर पपराज़ी वायरल भयानी ने अपने इंस्टाग्राम के जरिए साझा की। इस अचानक हुई मौत ने पूरे संगीत जगत और उनके चाहने वालों को गहरे सदमे में डाल दिया है।

दिल्ली में आया था दिल का दौरा

जानकारी के अनुसार ऋषभ टंडन दिल्ली में अपने परिवार से मिलने पहुंचे थे तभी उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया। उनके एक करीबी दोस्त ने बताया कि सब कुछ बहुत अचानक हुआ। ऋषभ मुंबई के रहने वाले थे और गायक, संगीतकार और अभिनेता के रूप में अपनी एक अलग पहचान बना चुके थे। उनके शांत स्वभाव और संगीत के प्रति गहरे लगाव के कारण लोग उन्हें बेहद पसंद करते थे।

 

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फकीर के नाम से बनाई थी पहचान

ऋषभ टंडन का नाम ‘फकीर’ उनके प्रशंसकों के दिल में बस चुका था। उनके इंस्टाग्राम बायो में लिखा था— “A believer, imbued with the energies of Shiva… singer, musician, actor.” उनकी संगीत यात्रा में कई मशहूर गाने शामिल हैं जिनमें ‘ये आशिकी’, ‘चांद तू’, ‘धू धू कर के’ और ‘फकीर की जुबानी’ जैसे हिट गाने हैं। वे अपने पालतू जानवरों से भी बहुत लगाव रखते थे और अपने घर में कई बिल्लियां, कुत्ते और पक्षी पाल रखे थे।

अधूरी रह गईं उनकी धुनें

मृत्यु से पहले ऋषभ कई नए गीतों पर काम कर रहे थे जो अब अधूरे रह गए हैं। उनके दोस्तों और फैन्स ने सोशल मीडिया पर उनकी याद में भावुक पोस्ट लिखे हैं। हर कोई कह रहा है कि उन्होंने न सिर्फ एक कलाकार बल्कि एक नेक इंसान खो दिया है। उनकी आवाज और संगीत को चाहने वाले कहते हैं कि वे हमेशा उनके गीतों में जिंदा रहेंगे।

जन्मदिन था आखिरी पोस्ट

ऋषभ टंडन की आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट उनके जन्मदिन की थी जो उनकी पत्नी ने अपलोड की थी। उस पोस्ट में वे मुस्कुराते नजर आ रहे थे और किसी को भी अंदाजा नहीं था कि कुछ दिनों बाद यह मुस्कान हमेशा के लिए खो जाएगी। उनके निधन से संगीत जगत में एक ऐसा खालीपन आ गया है जिसे भर पाना मुश्किल होगा।

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बिग बॉस के घर में फिर मचा तूफान, गौरव खन्ना सहित चार कंटेस्टेंट पर मंडराया खतरा

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बिग बॉस के घर में फिर मचा तूफान, गौरव खन्ना सहित चार कंटेस्टेंट पर मंडराया खतरा

टीवी के सबसे चर्चित रियलिटी शो “बिग बॉस 19” में इस हफ्ते माहौल फिर से गरम हो गया है। दिवाली के मौके पर जब कोई सदस्य घर से बाहर नहीं हुआ था तो अब इस हफ्ते बेघर होने का खतरा मंडरा रहा है। घर में एक मजेदार “चेन टास्क” के जरिए नॉमिनेशन किया गया है जिससे चार कंटेस्टेंट्स खतरे के घेरे में आ गए हैं।

नॉमिनेशन टास्क की दिलचस्प शुरुआत

इस बार नॉमिनेशन टास्क की शुरुआत कुनीका सदानंद ने की जिन्होंने सबसे पहले गौरव खन्ना को सुरक्षित किया। इसके बाद गौरव के सामने नेहल चुदासमा को बचाने या नामांकित करने का विकल्प था। उन्होंने नेहल को नॉमिनेट कर दिया। यहीं से घर का माहौल बदल गया और सबने रणनीति के साथ अपने फैसले लेने शुरू किए।

प्रनीत मोरे की एंट्री खतरे के घेरे में

नेहल ने अपनी बारी में अमाल मलिक को बचाया जबकि अमाल ने अपनी दोस्ती निभाते हुए शहनाज गिल के भाई शहबाज को सुरक्षित किया। लेकिन शहबाज ने बड़ा कदम उठाते हुए प्रनीत मोरे को सीधे नॉमिनेट कर दिया। इस फैसले से घर में हलचल मच गई और कई सदस्यों ने इसे गेम बदलने वाला कदम बताया।

 बसीर और गौरव का आमना-सामना

चेन टास्क के आगे बढ़ते ही नामांकन का खेल और रोमांचक होता गया। प्रनीत ने अबिषेक बजाज को बचाया जबकि अबिषेक के पास बसीर अली की चाबी आई और उन्होंने बसीर को नॉमिनेट कर दिया। इसके बाद बसीर ने पलटवार करते हुए गौरव खन्ना को नॉमिनेट किया जो टास्क की शुरुआत में सुरक्षित थे। अब नॉमिनेशन की सूची में गौरव खन्ना, नेहल चुदासमा, प्रनीत मोरे और बसीर अली शामिल हो गए हैं।

 दर्शकों की नजरें जनता के फैसले पर

अब जब ये चारों सदस्य बेघर होने के खतरे में हैं तो सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है कि इस हफ्ते किसकी यात्रा खत्म होगी। दर्शकों का मानना है कि नेहल चुदासमा और प्रनीत मोरे कमजोर खिलाड़ी हैं और शायद जनता की वोटिंग से बाहर हो जाएं। वहीं गौरव खन्ना और बसीर अली को मजबूत खिलाड़ी माना जा रहा है और उनके फैंस उन्हें बचाने के लिए पूरी ताकत से वोट कर रहे हैं। अब देखना यह है कि जनता किसे बचाती है और किसकी बिग बॉस की यात्रा यहीं खत्म होती है।

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