देश
Pahalgam attack: शोपियां और पुलवामा में सर्च ऑपरेशन में सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी और 6 आतंकियों का सफाया

Pahalgam attack: पहलगाम हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। देशभर में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं ताकि आतंक की इस खेल को जड़ से खत्म किया जा सके। पिछले 50 घंटों में भारत ने आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है।
ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को करारा जवाब
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। इसके बाद 6 और 7 मई की रात भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया और पाकिस्तान में आतंकियों के 9 ठिकानों पर हमला किया। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी हमला करने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहा।
#WATCH | J&K | Encounter underway at Nader, Tral area of Awantipora. Police and security forces are carrying out the operation. Details awaited.
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/sn92x3MfiN
— ANI (@ANI) May 15, 2025
शोपियां में लश्कर कमांडर समेत तीन आतंकी ढेर
13 मई को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के शुकरू केलर इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन केलर’ नाम दिया गया। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेशन कमांडर शाहिद कुट्टे समेत तीन आतंकियों को मार गिराया गया।
शहीद सरपंच की हत्या में शामिल था शाहिद कुट्टे
शोपियां में मारे गए तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। शाहिद कुट्टे ने 18 मई 2024 को हिरपोरा में भाजपा के एक सरपंच की हत्या की थी। वह 8 मार्च 2023 को आतंकी संगठन में शामिल हुआ था। दूसरा आतंकी आदनान शफी डार भी अक्टूबर 2024 से आतंकी गतिविधियों में शामिल था।
पुलवामा में भी तीन आतंकी मारे गए
शोपियां के बाद अब पुलवामा के त्राल गांव में 15 मई को सुरक्षाबलों को एक और बड़ी सफलता मिली। यहां भी सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाया गया। इस मुठभेड़ में भी तीन आतंकियों को मार गिराया गया। सेना ने साफ कर दिया है कि भारत आतंकवाद के लिए जीरो टॉलरेंस नीति पर चलता है।
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Raja Raghuvanshi Case: कामाख्या देवी मंदिर की तस्वीर बनी हत्या से पहले की आखिरी याद! क्या यही थी सोनम की साजिश की पहली सीढ़ी

Raja Raghuvanshi Case: राजा रघुवंशी की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें वह कमाख्या देवी के मंदिर के पास पहाड़ियों के बीच खड़े हैं। यह वही यात्रा थी जो उनकी पत्नी सोनम की शर्त पर की गई थी। राजा इस तस्वीर में खुश नजर आ रहे हैं और फोन चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं। माना जा रहा है कि यह फोटो खुद सोनम ने खींची थी।
पत्नी की अजीब शर्त ने बदली किस्मत
सोनम रघुवंशी ने राजा के सामने एक अनोखी शर्त रखी थी कि वह तब तक शारीरिक संबंध नहीं बनाएंगी जब तक कि कमाख्या देवी के दर्शन न हो जाएं। राजा ने इसे प्यार की निशानी समझते हुए यह शर्त मानी और उन्हें मंदिर लेकर गया। पर किसे पता था कि यही यात्रा उनकी आखिरी खुशी होगी।
जिसे अपनाया उसी ने की साजिश
राजा रघुवंशी अब इस दुनिया में नहीं हैं। जिनके साथ वह जिंदगी बिताने का सपना देख रहे थे वही पत्नी सोनम उनकी मौत की वजह बन गई। राजा का दोष बस इतना था कि उन्होंने परिवार की पसंद से शादी की और जीवन में समझौता करना चुना। सोनम चाहती तो इनकार कर सकती थीं लेकिन उन्होंने एक खौफनाक रास्ता चुना।
प्रेमी के साथ मिलकर रची गई हत्या की योजना
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा को खत्म करने की योजना बनाई। फिर राज ने तीन सुपारी किलर्स के जरिए राजा को मरवा दिया। यह साजिश सोच-समझकर और बेहद क्रूर तरीके से अंजाम दी गई थी।
जांच में खुलती गई परतें
राजा की लाश 2 जून को मिली थी। इसके बाद 9 जून को सोनम ने अपने भाई को अपनी लोकेशन बताई। पुलिस ने सोनम को यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तार किया और फिर इस खौफनाक वारदात की परतें एक-एक कर सामने आने लगीं। हर खुलासा पहले से ज्यादा हैरान करने वाला था।
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Raja Raghuvanshi Case: मर्डर केस ने खोला समाज का चेहरा! CM मोहन यादव का सीख भरा बयान, बोले– ‘ऐसे कांड दोबारा न हों’”

Raja Raghuvanshi Case: मध्यप्रदेश के इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी की हत्या की खबर ने पूरे देश को चौंका दिया है। शादी के कुछ दिनों बाद ही वह पत्नी सोनम के साथ मेघालय हनीमून पर गए थे। लेकिन वहीं उनकी हत्या हो गई। पुलिस जांच में सामने आया कि इस हत्या को सोनम ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अंजाम दिया। इस घटना के बाद पूरे देश में सदमा और गुस्से का माहौल बन गया है।
सीएम मोहन यादव ने जताया दुख और दिया संदेश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस दर्दनाक घटना पर गहरी पीड़ा जताई है। उन्होंने कहा कि एक नवविवाहित जोड़े के साथ ऐसा होना समाज के लिए एक बहुत बड़ा सबक है। उन्होंने कहा कि जब दो परिवार जुड़ते हैं तो रिश्तों को बहुत ध्यान से परखना चाहिए। यह घटना सभी को सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों की नींव मजबूत होनी चाहिए।
रिश्तों की सतही समझ से उपजते हैं खतरनाक परिणाम
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आगे कहा कि हमें बच्चों के जीवन में लिए जाने वाले निर्णयों को लेकर सतर्क रहना चाहिए। जब कोई रिश्ता तय होता है और शादी के रूप में जुड़ाव होता है तो हर पहलू को गहराई से समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज को इस घटना से सबक लेना होगा ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।
मुख्य आरोपी सोनम की गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड
इस केस की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को मेघालय पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर से सरेंडर करने के बाद अपनी हिरासत में लिया है। पुलिस ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पहले पटना फिर गुवाहाटी लाया और अब शिलॉन्ग ले जाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने सोनम के अलावा चार और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
हत्या के पीछे की साजिश और गहराता रहस्य
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे इस केस में नए खुलासे हो रहे हैं। एक नवविवाहित पति की हत्या में पत्नी का ही शामिल होना लोगों को अंदर तक झकझोर रहा है। यह मामला सिर्फ एक मर्डर केस नहीं बल्कि रिश्तों के पीछे छिपे धोखे और छल का भयावह चित्र बन गया है। पुलिस अब इस पूरे केस की तह तक जाने की कोशिश कर रही है।
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Akhilesh Yadav का बड़ा हमला! कुंभ में 37 या 82 मौतें की सच्चाई पर उठे सवाल

Akhilesh Yadav: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें सरकार ने 37 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की थी। लेकिन अब एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस हादसे में असल में 82 लोगों की जान गई थी। इस नए आंकड़े ने सियासी भूचाल ला दिया है।
अखिलेश यादव का बीजेपी पर सीधा हमला
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह सिर्फ आंकड़ों का अंतर नहीं है बल्कि यह सच और झूठ की लड़ाई है। उन्होंने इसे ‘फैक्ट बनाम सत्य’ बताते हुए कहा कि भाजपा के झूठ के साम्राज्य पर अब सवाल उठने चाहिए।
तथ्य बनाम सत्य : 37 बनाम 82
सब देखें, सुनें, जानें-समझें और साझा करें। सत्य की केवल पड़ताल नहीं, उसका प्रसार भी उतना ही ज़रूरी होता है।
भाजपा आत्म-मंथन करे और भाजपाई भी और साथ ही उनके समर्थक भी कि जो लोग किसी की मृत्यु के लिए झूठ बोल सकते हैं, वो झूठ के किस पाताल-पर्वत पर चढ़कर… pic.twitter.com/7vMg0o8kEo
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 10, 2025
झूठे आंकड़ों पर सदन में सवाल
अखिलेश यादव ने पूछा कि क्या सदन के पटल पर झूठ बोलना सही है। उन्होंने कहा कि मौत के आंकड़े छिपाना सिर्फ आंकड़ों की हेरा-फेरी नहीं बल्कि नैतिकता का हनन है। उन्होंने पूछा कि जिन लोगों को मुआवजा दिया गया वह राशि नकद क्यों दी गई और उसके पीछे की प्रक्रिया क्या थी।
नकद मुआवजा और सरकारी आदेशों का रहस्य
उन्होंने आगे कहा कि मौत के मुआवजे के लिए नकद देने का आदेश किसने दिया और उस पैसे का वितरण किसके आदेश पर हुआ। क्या कोई लिखित आदेश था या सब कुछ मौखिक हुआ। साथ ही सवाल उठाया कि जिनको मुआवजा नहीं मिला उनका पैसा कहां गया और किसके पास वापस पहुंचा।
मौत के कारण बदलवाने का दबाव क्यों पड़ा
अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि मरने वालों की असली वजह को बदलवाने के लिए किसने दबाव बनाया। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और जनता के सामने सच्चाई लाई जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता।
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