Nawazuddin Siddiqui का नाम आज बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन और मशहूर अभिनेताओं में शुमार किया जाता है। अपनी कड़ी मेहनत और शानदार अभिनय से नवाज ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाई है। उनकी अभिनय क्षमता और शैली के लिए उन्हें बहुत सराहा जाता है। लेकिन नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी फिल्मी जर्नी में कई संघर्षों का सामना किया है और शुरुआती दिनों में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे एक फिल्म में काम करने का मौका मिलने के बाद उनका रोल काट दिया गया और क्यों इस घटना ने उन्हें गहरे सदमे में डाल दिया।
कमल हासन के साथ काम करने का अवसर
Nawazuddin Siddiqui को शुरुआत में कई फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिले, लेकिन उनका सपना था कि वह अपने पसंदीदा अभिनेता, दक्षिण भारतीय सिनेमा के महानायक कमल हासन के साथ काम करें। कमल हासन को नवाजुद्दीन ने हमेशा अपना आदर्श माना था। उन्हें यह कभी न कभी यह उम्मीद थी कि वह एक दिन उनके साथ बड़े पर्दे पर नजर आएंगे। और यह सपना तब सच हुआ जब कमल हासन ने उन्हें अपनी फिल्म ‘हे राम’ में एक छोटा सा रोल ऑफर किया। नवाज के लिए यह एक सपने के सच होने जैसा था।
नवाजुद्दीन की खुशी और उत्साह
नवाज ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि जब उन्हें कमल हासन से काम करने का मौका मिला, तो वह जैसे छोटे बच्चे की तरह खुश हो गए थे। नवाज ने कहा, “कमल हासन मेरे लिए एक आइकन थे। उनके अलावा मुझे दिलीप कुमार, नसीरुद्दीन शाह, एंथनी हॉपकिंस और डेंजल वॉशिंगटन जैसे कलाकारों से भी बहुत प्रेरणा मिलती थी। मैंने अपनी जिंदगी में कमल हासन की हर फिल्म को कई बार देखा था।”
उन्हें यह उम्मीद थी कि कमल हासन के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करने का अवसर उन्हें मिलेगा, जो उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक होगा। फिल्म ‘हे राम’ में उनका रोल एक ऐसे शख्स का था, जो एक भीड़ द्वारा हमले का शिकार होता है और कमल हासन का किरदार उसे बचाता है। नवाज को यह अवसर बहुत ही अहम लगता था, क्योंकि इस फिल्म में काम करने से न केवल उनका नाम रोशन होता, बल्कि वह अपने आइडल के साथ स्क्रीन पर नजर भी आते।

रोल हटाए जाने का सदमा
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के लिए यह सपना सच होता हुआ नजर आ रहा था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। जब फिल्म ‘हे राम’ की एडिटिंग हुई, तो उनका रोल फिल्म से हटा दिया गया। नवाज ने इस बारे में बताते हुए कहा, “यह मेरी जिंदगी का सबसे कठिन पल था। मुझे इस बात का दुख हुआ कि मेरा रोल फिल्म में से हटा दिया गया। मैंने अपनी मेहनत और उत्साह के साथ इस फिल्म के लिए काम किया था, लेकिन जब एडिटिंग के बाद मेरा नाम फिल्म से गायब हुआ, तो मुझे गहरे दुख का एहसास हुआ।”
नवाज ने आगे कहा, “मुझे कई बार इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था, जब मेरे छोटे रोल को फिल्म से हटा दिया गया था, लेकिन इस बार मुझे यह सब बहुत बुरा लगा, क्योंकि यह कमल हासन का प्रोजेक्ट था। वह मेरे आदर्श थे और मुझे उनसे काम करने का अवसर मिला था। जब मेरी भूमिका हटा दी गई, तो मुझे बहुत आघात लगा और मैंने खूब आंसू बहाए। यह घटना हमेशा मेरे दिल में रहेगी।”
श्रुति हासन का समर्थन
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि जब वह बहुत दुखी हुए थे, तब फिल्म की एक अन्य कलाकार श्रुति हासन ने उन्हें सांत्वना दी थी। श्रुति हासन, जो कमल हासन की बेटी हैं, ने नवाज को समझाया और उन्हें इस कठिन समय से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। नवाज ने कहा, “श्रुति ने मुझे इस स्थिति में काफी सहारा दिया। वह समझती थीं कि यह मेरे लिए बहुत कठिन पल था, लेकिन उन्होंने मुझे धैर्य रखने की सलाह दी और मुझे बताया कि यह फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा है।”
फिल्म इंडस्ट्री के संघर्ष
नवाजुद्दीन सिद्दीकी के करियर की शुरुआत काफी संघर्षपूर्ण रही थी। वह छोटे शहर से आए थे और मुंबई में अभिनेता बनने के लिए उन्हें बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कई सालों तक छोटे-मोटे काम किए और संघर्ष किया, लेकिन उनके अंदर एक अडिग विश्वास था कि वह एक दिन अपनी मेहनत से इंडस्ट्री में एक मुकाम हासिल करेंगे।
नवाज ने अपनी कड़ी मेहनत और अभिनय से खुद को साबित किया। उनके संघर्ष की कहानी आज के नए कलाकारों के लिए प्रेरणा है। उनके जीवन में कई बार ऐसे मौके आए जब उनका काम नजरअंदाज किया गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनका मानना था कि अगर मेहनत सच्ची हो, तो एक दिन सफलता जरूर मिलती है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता की राह में आने वाली कठिनाइयों से डरकर नहीं भागना चाहिए, बल्कि उन्हें पार करके आगे बढ़ना चाहिए। नवाज ने यह साबित किया कि अगर आपकी मेहनत और समर्पण सच्चे हैं, तो एक दिन आपका समय जरूर आएगा। कमल हासन के साथ काम करने का उनका सपना भले ही टूट गया हो, लेकिन इस घटना ने उन्हें और भी मजबूत बनाया और उन्हें अपनी दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।