Connect with us

व्यापार

Stock Market में FPI का बड़ा दांव निफ्टी में छह फीसदी की उछाल!

Published

on

Stock Market में FPI का बड़ा दांव निफ्टी में छह फीसदी की उछाल!

Stock Market: हाल ही में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय Stock Market में फिर से निवेश करना शुरू कर दिया है। रुपए में मजबूती, आकर्षक वैल्यूएशन और बेहतर आर्थिक संकेतकों के चलते मौजूदा महीने में छह कारोबारी सत्रों में FPI ने करीब 31,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है।

निफ्टी में आई छह फीसदी की बढ़त

FPI की लौटती खरीदारी से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी करीब छह फीसदी मजबूत हुआ है। डिपॉजिटरी डेटा के मुताबिक, इस ताजा निवेश के बाद मार्च में FPI की शुद्ध निकासी घटकर 3,973 करोड़ रुपये रह गई है। जबकि फरवरी में FPI ने 34,574 करोड़ और जनवरी में 78,027 करोड़ रुपये की निकासी की थी।

Stock Market में FPI का बड़ा दांव निफ्टी में छह फीसदी की उछाल!

अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव

Geojit Investment के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का कहना है कि आगे FPI का रुझान अमेरिका द्वारा 2 अप्रैल से लगाए जा रहे प्रतिशोधी टैरिफ पर निर्भर करेगा। यदि टैरिफ का प्रभाव कम रहा, तो FPI का निवेश जारी रह सकता है।

अर्थव्यवस्था के बेहतर संकेतक

FPI का खरीदारी की ओर रुख बदलने के पीछे कई वजहें हैं। सितंबर 2024 से अब तक बाजार में 16 फीसदी की गिरावट के चलते वैल्यूएशन आकर्षक हो गया है। इसके अलावा, रुपए में मजबूती, जीडीपी ग्रोथ, औद्योगिक उत्पादन (IIP) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति में सुधार से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।

SEBI के नए फैसलों का असर

BDO India के विशेषज्ञ मनोज पुरोहित के मुताबिक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने FPI समुदाय के लिए कुछ बड़े फैसले लिए हैं, जिससे निवेशकों का उत्साह बढ़ा है। Morningstar Investment के हिमांशु श्रीवास्तव ने भी कहा कि आर्थिक मोर्चे पर भारत की मजबूत स्थिति ने FPI का भरोसा बढ़ाया है।

 

व्यापार

Groww IPO ने निवेशकों को बना दिया अमीर तीन दिन में 50% रिटर्न क्या अब खरीदें या बेचें विशेषज्ञ चेतावनी

Published

on

Groww IPO ने निवेशकों को बना दिया अमीर तीन दिन में 50% रिटर्न क्या अब खरीदें या बेचें विशेषज्ञ चेतावनी

Groww की पैरेंट कंपनी Billionbrains Garage Ventures ने अपने आईपीओ के महज तीन दिनों में ही निवेशकों को जोरदार मुनाफा दे दिया है। शेयर 13 नवंबर को 14 प्रतिशत प्रीमियम पर लिस्ट हुआ और पहले ही दिन 130.94 रुपये पर बंद हुआ। इसके बाद शेयर तेजी से भागा और 153.50 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। तीन दिनों में ही 50 प्रतिशत से ज्यादा की छलांग ने निवेशकों को खुश कर दिया है। जिन्होंने नहीं खरीदा उन्हें अब थोड़ी निराशा हो रही है।

शेयर क्यों दौड़ रहे हैं Groww की मजबूती की असली वजहें

विशेषज्ञों के अनुसार Groww का बिजनेस मॉडल बेहद मजबूत है। भारत के सक्रिय रिटेल क्लाइंट बेस में इसका हिस्सा सितंबर 2025 तक 26.3 प्रतिशत है। इसके अलावा कंपनी ने वित्त वर्ष 2021 से 2025 तक 101.7 प्रतिशत की वार्षिक ग्रोथ दर्ज की है जो पूरे उद्योग की 27 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। युवा ग्राहक बेस ब्रांड की ताकत और डिजिटल प्लेटफॉर्म की सुविधा ने कंपनी को तेजी से आगे बढ़ाया है। यही वजह है कि शेयर में तेजी देखने को मिल रही है।

Groww IPO ने निवेशकों को बना दिया अमीर तीन दिन में 50% रिटर्न क्या अब खरीदें या बेचें विशेषज्ञ चेतावनी

लेकिन कीमतों की रफ्तार ने बढ़ा दी वैल्यूएशन की गर्मी

हालांकि विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि शेयर की तेज रैली ने Groww को महंगी वैल्यूएशन पर पहुंचा दिया है। Bonanza Research के अभिषेक तिवारी का कहना है कि बिजनेस मजबूत है लेकिन इतनी ऊंची कीमत पर बिना बड़े ट्रिगर के नई तेजी की उम्मीद कम है। Ventura Research के प्रमुख विवेक बोलिंजकर भी मानते हैं कि नए निवेशकों के लिए अभी इंतजार करना बेहतर होगा। वे कहते हैं कि बिजनेस अच्छा है लेकिन इतनी ऊंची कीमत पर छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है।

भविष्य की कमाई Groww के विस्तार और नवाचार पर निर्भर करेगी

विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनी की मौजूदा कीमत में काफी हद तक भविष्य की ग्रोथ शामिल हो चुकी है। इसलिए आगे रिटर्न तभी आएंगे जब Groww नए प्रोडक्ट लाएगा और नए सेक्टर में विस्तार करेगा। अभी कंपनी की मुख्य कमाई ब्रोकरेज से आती है जो समय के साथ बदलती रहती है। इसलिए वेल्थ मैनेजमेंट कमोडिटी मार्जिन ट्रेडिंग और अन्य फाइनेंशियल सर्विसेज में विस्तार जरूरी होगा।

अब निवेशकों को क्या करना चाहिए विशेषज्ञों की सलाह

विश्लेषकों की राय है कि जिन्होंने आईपीओ में निवेश करके अच्छा लाभ कमाया है उन्हें अब कुछ मुनाफा बुक कर लेना चाहिए। बोलिंजकर कहते हैं कि थोड़ी होल्डिंग बेचकर निवेशक इस तेज रैली का फायदा उठा सकते हैं और बाकी निवेश लंबी अवधि के लिए रख सकते हैं। Groww का आईपीओ 17.60 गुना सब्सक्राइब हुआ था और एंकर निवेशकों से कंपनी ने करीब 2984 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसलिए आगे की रणनीति में मुनाफा सुरक्षित करना और सही मौके पर दोबारा खरीदारी करना समझदारी होगी।

Continue Reading

व्यापार

Share Market: सुबह गिरावट के बावजूद दोपहर तक शेयर बाजार ने सुधार दिखाकर हरियाली में कारोबार किया

Published

on

Share Market: सुबह गिरावट के बावजूद दोपहर तक शेयर बाजार ने सुधार दिखाकर हरियाली में कारोबार किया

Share Market: मंगलवार, 11 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिन की शुरुआत दोनों प्रमुख सूचकांकों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 के साथ हरे निशान में हुई। शुरुआती दौर में बाजार में मजबूती दिखी लेकिन यह तेजी ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी। सुबह के सत्र में बाजार लाल निशान में आ गया और कारोबार दबाव में रहा।

सुबह लगभग 10:45 बजे सेंसेक्स 83,136.74 के स्तर पर था जो 398.61 अंक या 0.48 प्रतिशत नीचे था। वहीं निफ्टी 50 भी 119.65 अंक यानी 0.47 प्रतिशत गिरकर 25,454.70 पर आ गया था। इस दौरान बाजार में गिरावट का प्रमुख कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली, बाजार में नकदी की कमी और वैश्विक कमजोर संकेत माने जा रहे थे।

दिन के अंत में बाजार में हुई सुधार की लहर

हालांकि, दिन के अंत तक बाजार में सुधार देखने को मिला। लगभग 3 बजे के आस-पास दोनों सूचकांक फिर से हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। बीएसई सेंसेक्स 83,852.54 के स्तर पर पहुंच गया जो 317.19 अंक या 0.38 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है। वहीं एनएसई निफ्टी 50 भी 25,689.85 के स्तर पर था जो 115.50 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की तेजी थी।

बीएसई की कुल 30 कंपनियों में से 25 कंपनियों के शेयर हरे निशान में थे जबकि 5 कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। सबसे ज्यादा लाभ कमाने वाली कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, अदानी पोर्ट्स, एटरनल और सन फार्मा शामिल थीं। वहीं बाजाज फिनसर्व और पावरग्रिड जैसे शेयर बाजार में नुकसान में रहे।

Share Market: सुबह गिरावट के बावजूद दोपहर तक शेयर बाजार ने सुधार दिखाकर हरियाली में कारोबार किया

बाजार में गिरावट के पीछे के कारण

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा लगातार बिकवाली थी। इसके अलावा बाजार में नकदी की कमी, बढ़ती अस्थिरता और कमजोर वैश्विक संकेत भी बाजार के दबाव में रहने के प्रमुख कारण थे। सोमवार को विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से कुल ₹4,114.85 करोड़ की निकासी की।

मंगलवार को भारत विक्स (India VIX) सूचकांक में भी लगभग 5 प्रतिशत की तेजी आई और यह 12.90 अंक तक पहुंच गया। भारत विक्स बाजार की अस्थिरता को दर्शाता है और इसकी बढ़ोतरी से पता चलता है कि निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ी है। साथ ही वैश्विक स्तर पर बनी राजनीतिक-आर्थिक अस्थिरता भी भारतीय बाजार को प्रभावित कर रही है।

भविष्य के लिए क्या संकेत दे रहा है बाजार

हालांकि मंगलवार को दिन के अंत में बाजार में सुधार देखने को मिला, लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक अनिश्चितताएं अभी भी बाजार के लिए चुनौती बनी हुई हैं। निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव के लिए सतर्क रहने और अपनी निवेश रणनीति में समझदारी से फैसले लेने की जरूरत है।

विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि मौजूदा वैश्विक और घरेलू आर्थिक हालात को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए। साथ ही बाजार में आने वाले अपडेट्स और आर्थिक संकेतकों पर नजर रखनी चाहिए ताकि बेहतर निवेश निर्णय लिए जा सकें।

Continue Reading

व्यापार

Fixed Deposit में बड़ा बदलाव! इन बैंकों में मिल रहा है सबसे ज्यादा रिटर्न, सीनियर सिटीज़न्स को अतिरिक्त फायदा

Published

on

Fixed Deposit में बड़ा बदलाव! इन बैंकों में मिल रहा है सबसे ज्यादा रिटर्न, सीनियर सिटीज़न्स को अतिरिक्त फायदा

Fixed Deposit: अगर आप अपना पैसा सुरक्षित जगह पर रखना चाहते हैं और तय ब्याज कमाना चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी आज भी भारतीय निवेशकों की पहली पसंद है। बैंक में तय अवधि के लिए पैसा जमा करने पर आपको निश्चित ब्याज दर मिलती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि किस बैंक में एफडी पर सबसे अच्छा रिटर्न मिल रहा है। हाल ही में कई बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में बदलाव किया है और एक साल की एफडी पर आकर्षक रिटर्न दे रहे हैं।

निजी बैंकों की ब्याज दरें

एचडीएफसी बैंक एक साल की एफडी पर सामान्य निवेशकों को 6.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 6.75 प्रतिशत ब्याज दे रहा है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक की दरें भी बिल्कुल समान हैं। अगर आप दो साल या उससे ज्यादा की एफडी चुनते हैं तो ब्याज दरें क्रमशः 6.60 प्रतिशत और 7.10 प्रतिशत तक बढ़ जाती हैं। कोटक महिंद्रा बैंक भी एक साल की एफडी पर 6.25 प्रतिशत और 6.75 प्रतिशत की दर से ब्याज दे रहा है।

Fixed Deposit में बड़ा बदलाव! इन बैंकों में मिल रहा है सबसे ज्यादा रिटर्न, सीनियर सिटीज़न्स को अतिरिक्त फायदा

फेडरल बैंक और यूनियन बैंक का ऑफर

फेडरल बैंक में एक साल की एफडी पर सामान्य नागरिकों को 6.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 6.75 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। लेकिन अगर आप 999 दिनों की एफडी लेते हैं, तो ब्याज दर 6.70 प्रतिशत तक पहुंच जाती है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया इस सूची में थोड़ा आगे है। यह बैंक एक साल की एफडी पर 6.40 प्रतिशत और 6.90 प्रतिशत ब्याज दे रहा है। तीन साल की एफडी पर ब्याज दर 6.60 और 7.10 प्रतिशत तक पहुंच जाती है।

सरकारी बैंकों के रिटर्न की स्थिति

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में एक साल की एफडी पर 6.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 6.75 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है। दो से तीन साल की एफडी में यह दर 6.45 और 6.95 प्रतिशत हो जाती है। कैनरा बैंक भी एक साल के लिए 6.25 प्रतिशत और 6.75 प्रतिशत ब्याज दे रहा है। इस बैंक की 444 दिन वाली एफडी स्कीम सबसे लोकप्रिय है जिसमें 6.50 और 7 प्रतिशत ब्याज मिलता है। पंजाब नेशनल बैंक में भी एक साल की एफडी पर ब्याज दर 6.25 और 6.75 प्रतिशत है जबकि 390 दिन की एफडी पर 7.10 प्रतिशत तक का रिटर्न मिलता है।

निवेश से पहले रखें ध्यान

एफडी में निवेश करने से पहले केवल ब्याज दर ही नहीं बल्कि निवेश की अवधि, टैक्स स्लैब और पैसे की जरूरतों को भी ध्यान में रखना जरूरी है। वरिष्ठ नागरिकों को लगभग हर बैंक में 0.50 प्रतिशत ज्यादा ब्याज मिलता है। कई बैंक ऑनलाइन एफडी खोलने पर अतिरिक्त 0.10 प्रतिशत की दर भी देते हैं। इसलिए निवेश से पहले अपने बैंक से जुड़ी सभी शर्तें और ऑफर को जरूर जांचें ताकि आपको सबसे अच्छा रिटर्न मिल सके।

Continue Reading

Trending